12-12-2014, 10:06 PM | #21 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
जवाब है...बिलकुल नही! वरना फिर काम कैसे आगे बढेगा? केवल आज्ञाकारी कर्मचारी ही काम कर पाएंगे? बोस को पता है की किस से कैसे काम निकलवाना है। वैसे जो कर्मचारी आज्ञाकारी नही होते वे अलग गृप बना लेते है, मजे करते है, छुट्टीयों पर जाते रहेते है, बोस का टेन्शन नही लेते है....आगे चल के किसी और कंपनी में 'अच्छे वेतन' से लग जाते है।
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13-12-2014, 07:12 PM | #22 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
शायद यह सब देन पूंजीवादी सोच की है। यह हमें भी लालची बना रही है। ईन्क्रीमेन्ट, बोनस ईत्यादि लुभावने गाजर दिखा कर कर्मचारी के पुरे दिन का अच्छा खासा समय मांग लिया जाता है। उसके बाद कभी कभी कर्मचारी को एसा भी महेसुस करवाया जाता है की उसने कुछ किया ही नही...
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13-12-2014, 07:24 PM | #23 |
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अब आगे चल कर क्या हो सकता है?
देखिए सबसे बडी मार तो मिडल क्लास ईन्सान को ही झेलनी पडेगी। क्यों की वही अभावो का मारा होता है। क्यों की उसे ही टार्गेट कर के एसे एसे विज्ञापन बनाए/दिखाए जाते है की वह उसमें फंस कर ही रह जाता है। उसे लगता है की पुरी दुनिया जोरो-शोरो से आगे बढ रही है और वह पीछे रह गया है।
अपने शौख, अपना स्टेट्स, अपनी सुविधा के वश में वह अपनी सारी महेनत की कमाई विदेशी कंपनी के चरणों मे धर देता है!
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13-12-2014, 07:24 PM | #24 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
अब आगे क्या हो सकता है?
जानिए कुछ ही समय मे....
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18-12-2014, 10:10 PM | #25 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
हम हंमेशा सोचते है की हमारा देश अमेरिका की तरह ही प्रगति करेगा। मुंबई, दिल्ली, चेन्नाई, कलकता, बेंगलुरु आदि महानगर कल के होने वाले लंडन, न्युयोर्क, सिडनी या फ्रांस है।
लेकिन क्या एसा होगा? होना तो चाहीए! हम उनको ईतना 'फोलो' तो कर रहें है न?
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18-12-2014, 10:15 PM | #26 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
ये रहे हम! फौरेन के सभी लोग (हमारे मुकाबले) ज्यादा मज़े कर रहे है न? क्यों की वहां कुदरत की महेर है, और यहां जनसंख्या की बढ़ती लहेर है! . जनसंख्या के बारे में ज्याद न बोलते हुए मै सीधे मुद्दे पर आता हुं...
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18-12-2014, 10:20 PM | #27 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
ईस बात को कृपया अन्यथा न लिजीएगा...ईसे नेगेटीव या नकारात्मक बात समझ के मुझे मत डांटिएगा!
हम एसे ही है, और एसे ही रहेंगे! ज्यादा से ज्यादा हमारी तरक्की सिंगापोर या जापान जैसी ही होगी। गरीब एक ओर कर दिए जाएंगे, सिटी में केवल मिडल, हाईक्लास ईन्सान ही रहेंगे। . आपने देखा होगा अचानक आपके विस्तार में अगर कोई झोंपड पट्टी या महोल्ला है उसका नवीनीकरण चल रहा होगा। उन्हे नए आवास (शहेर के बहारी विस्तार मै) दिए जा रहें होंगे!
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18-12-2014, 10:25 PM | #28 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
आने वाले १०-१५ सालों में लोग ईस प्रकार कि मल्टीनेशनल कंपनी में काम करतें होंगे। यह चाईना की शेन्झेन कंपनी है, जहां अपने प्यारे आई-फोन एसेम्बल होते है। ► ईनमें कमसे कम १२ घंटे की नौकरी होती है. हफ्ते में दो से ज्यादा बार १४ से १६ घंटे काम करना पडता है। ► आप युनियन नही बना सकते ► केमेरा आपके सर पर मंडराते है, बात करना भी मना है ► १२-१४ साल के बच्चे भी यहां काम करते है। ...
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18-12-2014, 10:30 PM | #29 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
► ओवरटाईम कंपलसरी है
► हजारो लोग एक ही डिपार्टमेन्ट में काम करते है, लंबी नोकरी के बाद अगर चार घंटे के लिए घर नही जाना (जाने का कोई मतलब नही रहेता) तो आप १२x१२ के कमरों मे १५ लोगो के साथ ठहर सकते है ► आमदनी आज के जैसी ही होगी, मंहेगाई आज के जैसी ही होगी!
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19-12-2014, 09:50 PM | #30 |
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Re: 'नोकरी से परेशान...एक मिडल क्लास ईन्सान'
बहुत सुंदर और माध्यम वर्ग (कहीं का भी हो सकता है) के बारे में बड़ी सटीक जानकारी देने वाले इस सूत्र के लिए बहुत बहुत धन्यवाद, दीप जी. कृपया जारी रखें.
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