21-01-2013, 04:34 PM | #1 |
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तीन बार mla और मंत्री भी रह चुका है यह शख्स
पेंशन भी उन्हें पूर्व विधायक होने के नाते मिलता है। खुद की अर्जित कोई चल-अचल संपत्ति नहीं है। मगर, इसका मलाल उन्हें नहीं है। सनातन इस उम्र में सीना की बीमारी से लड़ रहे हैं। अच्छे आदमी के पास पैसा कहां तब और आज की राजनीति के सवाल पर सनातन पूरी राजनीतिक व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हैं। बकौल सनातन, 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव जीता था। फिर भाजपा टिकट पर विजयी हुआ। खुद के पास चुनाव लडऩे के लिए रुपए नहीं थे। कांग्रेस चुनाव का खर्च उठाती थी। सो, कांग्रेस पार्टी में चला गया और तीसरी बार विधायक बना। लेकिन, विचारधारा से समझौता नहीं किया। बिंदेश्वरी दुबे के मंत्रिमंडल में शामिल हुआ। 1990 में कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया। अब यह चलन है कि पैसा दो, टिकट लो। फिर नोट दो, वोट लो। अच्छे आदमी के पास पैसा है कहां? जनता अब ऐसे लोगों को खोज रही है, जो ईमानदार एमएलए या एमपी बने। अब बिना कमीशन नहीं होता काम मंत्री या विधायक रहते कभी कमीशन का ऑफर मिला था? इस सवाल पर वे सवालिया लहजे में कहते हैं, किसमें हिम्मत थी इतनी? उन्हें कमीशन देने की बात कोई सोच भी नहीं सकता था। बहुत कड़ाई थी। हमें चिंता रहती थी कि कहीं से अंगुली न उठे, लेकिन अब हालात बदल गए हैं। श्री सरदार कहते हैं कि झारखंड में हर तरफ कमीशनखोरी है। ब्लॉक में कमीशन के कोई काम नहीं होता। लोग एक बार एमएलए या मंत्री बन रहे हैं, कोठी खड़ी कर रहे हैं। ये हालात सुधरने चाहिए।
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21-01-2013, 06:46 PM | #2 |
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Re: तीन बार mla और मंत्री भी रह चुका है यह शख्स
प्रथम एवं द्वितीय विधान सभा के कुछ जीवित सदस्यों के विषय में चुनाव के समय उत्तरप्रदेश में भी खैर-खबर ली जाती है। पिछले चुनाओं के दौरान समाचार छपा था कि एक पूर्व विधायक महोदय फैजाबाद रोड पर चाय की छोटी सी दूकान चलाते हैं। बुंदेलखंड की तरफ के एक विधायक महोदय कपड़ों में इस्त्री करके अपनी जीविका चला रहे हैं।
ऐसे राजनीतिज्ञ निश्चिततौर पर स्व. लाल बहादुर शास्त्री जी जैसी उस काल की राजनीति का प्रतिनिधित्व करते हैं। आज के राजनीतिज्ञ तो बस ..................
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21-01-2013, 07:08 PM | #3 | |
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Re: तीन बार mla और मंत्री भी रह चुका है यह शख्स
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21-01-2013, 09:00 PM | #4 |
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Re: तीन बार mla और मंत्री भी रह चुका है यह शख्स
भारतीय लोकतंत्र ऐसे ही सज्जन, सचरित्र और ईमानदार नेताओं के कारण जीवित है।
आपको सलाम सरदार।
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