25-08-2021, 04:09 PM | #1 |
Diligent Member
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जबसे तू गइलू नइहरवा (चइता)
■■■■■■■■■■■■■■■ जिनिगी भइल बा जहरवा ये गोरी नींद नइखे आवत जबसे तू गइलू नइहरवा ये गोरी नींद नइखे आवत मुसुकी लगा के बइठल पजरा बइठि के पँजरा मीठ मीठ झगरा बिसरेला ना ऊ झगरवा ये गोरी- नींद नइखे आवत जबसे तू... बिसरत नइखे ऊ एके में खाइल जबसे तू गइलू भुखियो भुलाइल रसे रसे बरसे नयनवा ये गोरी- नींद नइखे आवत जबसे तू... बड़ी याद आवेला प्रेमवा के बतिया प्रेमवा के बतिया आ फुलवा के रतिया रही रही तरसे परनवा ये गोरी- नींद नइखे आवत जबसे तू... रचना- आकाश महेशपुरी दिनांक- 20/03/2005 ■■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरनाथ जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274304 मो- 9919080399 |
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