30-10-2012, 07:57 AM | #41 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
Movie/Album: मन मौजी (1962) Music By: मदन मोहन Lyrics By: राजिंदर कृषण Performed By: किशोर कुमार ज़रूरत है, ज़रूरत है, सख़्त ज़रूरत है! ज़रूरत है, ज़रूरत है, ज़रूरत है एक श्रीमती की कलावती की सेवा करे जो पति की ज़रूरत है, ज़रूरत है, ज़रूरत है हसीं हज़ारों भी हों खड़े, मगर उसी पर नज़र पड़े हो ज़ुल्फ़ गालों पे खेलती, के जैसे दिन रात से लड़े अदाओं में बहार हो, निगाहों पे खुमार हो क़ुबूल मेरा प्यार हो तो क्या बात है ज़रूरत है, ज़रूरत है, ज़रूरत है... इतर में सांसें बसी-बसी, वो मस्तियों में रसी-रसी ज़रा सी पलकें झुकीं-झुकीं, भवें घनेरी कसी-कसी फूलों में गुलाब हो, ख़ुद अपना जवाब हो वो प्यार की किताब हो तो क्या बात है ज़रूरत है, ज़रूरत है, ज़रूरत है... झटक के गेसू जहाँ चले, तो साथ में आसमाँ चले लिपट के कितने भी पाँव से, ये पूछते हो कहाँ चले प्यार से जो काम ले, हँस के सलाम ले वो हाथ मेरा थम ले तो क्या बात है ज़रूरत है, ज़रूरत है, ज़रूरत है... |
30-10-2012, 07:58 AM | #42 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
गाता रहे मेरा दिल - Gaata Rahe Mera Dil (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar)
Movie/Album: गाईड (1965) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: शैलेन्द्र Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर गाता रहे मेरा दिल तू ही मेरी मंज़िल कहीं बीतें ना ये रातें कहीं बीतें ना ये दिन प्यार करने वाले, अरे प्यार ही करेंगे जलने वाले चाहे जल-जल मरेंगे मिलके जो धड़के हैं दो दिल हरदम ये कहेंगे कहीं बीतें ना... ओ मेरे हमराही, मेरी बाँह थामे चलना बदले दुनिया सारी, तुम न बदलना प्यार हमे भी सिखला देगा, गर्दिश में सम्भलना कहीं बीतें ना... दूरियाँ अब कैसी, अरे शाम जा रही है हमको ढलते-ढलते समझा रही है आती-जाती साँस जाने कब से गा रही है कहीं बीतें ना... |
30-10-2012, 07:59 AM | #43 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
बाबू समझो इशारे - Babu Samjho Ishaare (Kishore Kumar, Manna Dey)
Movie/Album: चलती का नाम गाड़ी (1958) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: किशोर कुमार, मन्ना डे बाबू समझो इशारे हौरन पुकारे पम पम पम यहाँ, चलती को गाड़ी कहते हैँ प्यारे पम पम पम सौ बातों की एक बात यही है क्या भला तो क्या बुरा कामयाबी में ज़िंदगी है टूटी-फूटी सही चल जाए ठीक है सच्ची-झूठी सही चल जाए ठीक है आड़ी-तिरछी चला-चला के झूम बाबू समझो इशारे... इतनी सी बात न समझा ज़माना आदमी जो चलता रहे तो मिल जाए हर ख़ज़ाना शोहरत है चीज़ क्या चलने का नाम है इज़्ज़त है चीज़ क्या चलने का नाम है आड़ी-तिरछी चला-चला के झूम बाबू समझो इशारे... हिलमिल के चलना यूँ ही साथी अरे बंद मुट्ठी लाख की और खुले तो प्यारे ख़ाक की मुश्किल जो आ पड़े ठोकर से टाल दे परबत भी हो खड़े हिलमिल के टाल दे जो समझा ये उसी की मची धूम बाबू समझो इशारे... |
30-10-2012, 07:59 AM | #44 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
एक लड़की भीगी-भागी सी - Ek Ladki Bheegi Bhaagi Si (Kishore Kumar)
Movie/Album: चलती का नाम गाड़ी (1958) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: किशोर कुमार एक लड़की भीगी-भागी सी सोती रातों में जागी सी मिली एक अजनबी से कोई आगे ना पीछे तुम ही कहो ये कोई बात है दिल ही दिल में जली जाती है बिगड़ी-बिगड़ी चली आती है मचली-मचली घर से निकली पगली सी काली रात में मिली इक अजनबी से... डगमग-डगमग लहकी-लहकी भूली भटकी बहकी-बहकी बलखाती हुई, इठलाती हुई सावन की सूनी रात में मिली इक अजनबी से... तन भीगा है, सर गीला है उस का कोई पेंच भी ढीला है तनती झुकती, चलती रुकती निकली अंधेरी रात में मिली इक अजनबी से... |
30-10-2012, 08:00 AM | #45 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
हाल कैसा है जनाब का - Haal Kaisa Hai Janab Ka (Asha Bhosle, Kishore Kumar)
Movie/Album: चलती का नाम गाडी (1958) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: मजरूह सुल्तानपुरी Performed By: किशोर कुमार, आशा भोंसले हाल कैसा है जनाब का क्या खयाल है आपका तुम तो मचल गये, ओ ओ ओ यूँ ही फ़िसल गये, आ आ आ बहकी, बहकी, चले है पवन, जो उड़े है तेरा आँचल छोड़ो, छोड़ो, देखो-देखो गोरे-गोरे काले-काले बादल कभी कुछ कहती है, कभी कुछ कहती है ज़रा नज़र को संभालना हाल कैसा है जनाब का... पगली, पगली, कभी तूने सोचा रस्ते में गये मिल क्यों पगले, पगले, तेरी बातों-बातों में धड़कता है दिल क्यों कभी कुछ कहती है, कभी कुछ कहती है ज़रा नज़र को संभालना हाल कैसा है जनाब का... कहो जी, कहो जी, रोज़ तेरे संग यूँ ही दिल बहलायें क्या सुनो जी, सुनो जी, समझ सको तो खुद समझो बताएं क्या कभी कुछ कहती है, कभी कुछ कहती है ज़रा नज़र को सम्भालना हाल कैसा है जनाब का... |
30-10-2012, 08:00 AM | #46 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
आज मदहोश हुआ जाए रे - Aaj Madhosh Hua Jaaye Re (Lata Mangeshkar, Kishore Kumar)
Movie/Album: शर्मीली (1971) Music By: एस.डी.बर्मन Lyrics By: नीरज Performed By: लता मंगेशकर, किशोर कुमार आज मदहोश हुआ जाए रे, मेरा मन, मेरा मन, मेरा मन बिना ही बात मुस्कुराये रे, मेरा मन, मेरा मन, मेरा मन ओ री कली, सजा तू डोली ओ री लहर, पहना तू पायल ओ री नदी, दिखा तू दर्पण ओ री किरण, ओढ़ा तू आँचल इक जोगन है बनी आज दुल्हन आओ उड़ जाए कहीं बन के पवन आज मदहोश हुआ जाए रे... शरारत करने को ललचाये रे... यहाँ हमें, ज़माना देखे तो? आओ चलो कहीं छुप जाए.. अच्छा! भीगा-भीगा नशीला दिन है कैसे कहो, प्यासे रह पाएं तू मेरी मैं हूँ तेरा, तेरी कसम मैं तेरी तू है मेरा, मेरी कसम आज मदहोश हुआ जाए रे... शरारत करने को ललचाये रे... रोम-रोम बहे सुर धारा अंग-अंग बजे शहनाई जीवन सारा मिला एक पल में जाने कैसी घड़ी ये आयी छू लिया आज मैंने सारा गगन नाचे मन आज मोरा छूम छनन आज मदहोश हुआ जाए रे... शरारत करने को ललचाये रे... |
30-10-2012, 08:00 AM | #47 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
खुल्लम-खुल्ला प्यार करेंगे - Khullam Khulla Pyar Karenge (Kishore Kumar, Asha Bhosle)
Movie/Album: खेल खेल में (1975) Music By: आर.डी.बर्मन Lyrics By: गुलशन बावरा Performed By: आशा भोंसले, किशोर कुमार अरे देख रहे हैं देखने दो जल भी रहे हैं तो जलने दो खुली सड़क है बाबा तो क्या हुआ भई हाँ तो हो जाए खुल्लम-खुल्ला प्यार करेंगे हम दोनों इस दुनिया से नहीं डरेंगे हम दोनों प्यार हम करते हैं चोरी नहीं मिल गए दिल ज़ोरा-ज़ोरी नहीं हम वो करेंगे दिल जो कहे हमको ज़माने से क्या खुल्लम-खुल्ला प्यार करेंगे... ए, देख वो, इश्क़ छुप-छुप के फ़रमा रहे हैं है, क्या मज़ा, दिल ही दिल में तो घबरा रहे हैं लगता है दोनों पड़ोसी हैं वो रिश्ता ही ऐसा है जाने भी दो हम वो करेंगे दिल जो कहे... ए, सुन ज़रा, ये भी जोड़ी है कैसी निराली है, साथ क्या, पीछे लाला चले आगे लाली दोनों में शायद बनती न हो अपनी तरह इनमें छनती न हो हम वो करेंगे दिल जो कहे... ऐ, बोलो ना, प्यार का है ये दुश्मन ज़माना अरे सुन, हाँ बता, सबको मिलता नहीं ये ख़ज़ाना जिनको अजी ये ख़ज़ाना मिले देख-देख उनको ये दुनिया जले हम वो करेंगे जो दिल कहे... |
30-10-2012, 08:01 AM | #48 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
थोड़ा है थोड़े की ज़रूरत है - Thoda Hai Thodi Ki Zarurat Hai (Kishore Kumar, Lata Mangeshkar)
Movie/Album: खट्टा-मीठा (1978) Music By: राजेश रौशन Lyrics By: गुलज़ार Performed By: किशोर कुमार, लता मंगेशकर थोड़ा है, थोड़े की ज़रूरत है ज़िन्दगी फिर भी अहा ख़ूबसूरत है जिस दिन पैसा होगा, वो दिन कैसा होगा उस दिन पहिये घूमेंगे और क़िस्मत के लब चूमेंगे बोलो ऐसा होगा थोड़ा है, थोड़े की ज़रूरत है... सुन सुन सुन, हवा चली, सबा चली तेरे आँचल से उड़ के घटा चली सुन सुन सुन, कहाँ चली, कहाँ चली मैं छूने ज़रा आसमाँ चली बादल पे उड़ना होगा थोड़ा है, थोड़े की ज़रूरत है... हमने सपना देखा है, कोई अपना देखा है जब रात का घूँघट उतरेगा और दिन की डोली गुज़रेगी तब सपना पूरा होगा थोड़ा है थोड़े की ज़रूरत है... |
30-10-2012, 08:01 AM | #49 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
ज़िन्दगी मिलके बिताएंगे - Zindagi Milke Bitaenge (Satte Pe Satta)
Movie/Album: सत्ते पे सत्ता (1982) Music By: आर.डी.बर्मन Lyrics By: गुलशन बावरा Performed By: किशोर कुमार, भूपेंद्र, सपन चक्रबर्ती, आर.डी.बर्मन ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे हाल-ए-दिल गा के सुनायेंगे हम तो सात रंग हैं ये जहां रंगीं बनायेंगे सरगम हम से बने नगमें हम से जवां झूमे आसमां हम ही तो दुनिया के सात अजूबे है हमसे है जहां ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे... खुशियाँ बाटेंगे हम हर ग़म मिल के सहें फिर क्यों आंसू बहें अरे बन के सहारा इक दूजे का यूँ ही चलते रहे ज़िन्दगी मिल के बिताएंगे... |
30-10-2012, 08:01 AM | #50 |
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Re: द ग्रेट मास्टर "किशोर कुमार" (1929-1987)
दिन है सुहाना आज पहली तारीख है - Din Hai Suhana Aaj Pahli Tarikh Hai (Kishore Kumar)
Movie/Album: पहली तारीख (1954) Music By: सुधीर फड़के Lyrics By: कमर जलालाबादी Performed By: किशोर कुमार दिन है सुहाना आज पहली तारीख है खुश है ज़माना आज पहली तारीख है पहली तारीख, अजी पहली तारीख है बीवी बोली घर ज़रा जल्दी से आना शाम को पियाजी हमें सिनमा दिखाना करो ना बहाना आज पहली तारीख है... किस ने पुकारा रुक गया बाबू लालाजी की जान आज आया है काबू ओ पैसा ज़रा लाना आज पहली तारीख है... बंदा बेकार है, क़िसमत की मार है सब दिन एक हैं, रोज़ ऐतबार है मुझे ना सुनाना आज पहली तारीख है... दफ़्तर के सामने आए मेहमान हैं बड़े ही शरीफ़ हैं पुराने मेहरबान हैं अरे जेब को बचाना आज पहली तारीख है... दिल बेक़रार है, सोए नहीं रात से सेठजी को ग़म है कि पैसो चलो हाथ से अरे लूटेगा खज़ाना सिनेमावालों आओ आओ खेल मज़ेदार है आगा है भगवान है किशोर कुमार है निम्मि गीता बाली है अशोक कुमार है नरगी स राज कपूर है दिलीप कुमार है गीतों का तूफ़ान है नाच की बहार है पांच आने का दस आना (३) अरे वापस नहीं जाना आज पहली तारीख है... मिलजुल के बच्चों ने बापू को घेरा कहते हैं सारे कि बापू है मेरा खिलौने ज़रा लाना आज पहली तारीख है... |
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