06-01-2011, 01:35 PM | #11 |
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Re: सी की दुनिया
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06-01-2011, 01:36 PM | #12 |
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Re: सी की दुनिया
पाठक से सी भाषा या किसी भी अन्य कंप्यूटर भाषा या कंप्यूटर के बारे में जानकारी अपेक्षित नहीं है। सी भाषा की प्रारंभिक स्तर से लेकर कुछ अधिक उन्नत संरचनाओं तक का यहाँ मैं उल्लेख करने वाला हूँ। सी एक अत्यंत समृद्ध एवं शक्तिशाली भाषा है और उसके सभी पहलुओं को मैं शायद यहाँ न समेट सकूँ, फ़िर भी इतना तय है कि आपको इस सुत्र से निराशा हाथ नहीं लगेगी। आशा है आप इस सुत्र से सी भाषा की एक मूलभूत जानकारी प्राप्त कर लेंगे और उपयोगी प्रोग्राम लिखने की क्षमता प्राप्त कर लेंगे।
मेरे इन पोस्ट में अगर कहीं त्रुटि दिखे तो आप मुझे इन त्रुटियों से अवगत कराएं। मैं इन प्रोग्रामों को बोरलैन्ड के सी कंपाईलर की वर्जन ५ के आधार पर लिखुँगा। यह कम्पाईलर नेट पर निःशुल्क उपलब्ध है, अगर आप इसे न खोज पाएँ तो मुझे बताएँ, संभव हुआ तो मैं इसे भेजने का प्रयास करुँगा। इस कंपाईलर की मद से आप सी++ भी सिख पाएँगे। (अगर मुझे मौका मिला और आपकी इच्छा हुई को एक सुत्र मैं सी++ पर भी तैयार करना चाहुँगा) |
06-01-2011, 01:37 PM | #13 |
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Re: सी की दुनिया
कोई भी प्रोग्रमन भाषा को ठीक से सीखने के लिए आपको स्वयं उसमें प्रोग्राम लिखकर उसे कंप्यूटर पर आजमा कर देखना होगा। तैरना सीखने के लिए आपको पानी में उतरना हीं होगा।
इसलिए पहली जरूरत यह होगी कि आपके पास कंप्यूटर हो। लेकिन सी सीखने के लिए कोई हाई-फाई कंप्यूटर नहीं चाहिए। कोई भी पुराना कंप्यूटर, यहां तक कि डोस पर चलने वाले डायनोसर के जमाने के कंप्यूटर भी चल जाएंगे। ये कुछ सौ रुपयों में सेकंड हैंड मिल जाते हैं। कंप्यूटर का इंतजाम हो जाने पर उसमें कुछ जरूरी सोफ्टवेयर स्थापित करना होगा। मैंने उपर बताया है कि सी एक संकलित (कंपाइल्ड) भाषा है। इसका मतलब यह है कि सी में लिखे गए प्रोग्राम कंप्यूटर पर तभी चलेंगे जब उन्हें संकलित किया जाए। याद रहे, संकलन के दौरान सी प्रोग्राम को यंत्र-भाषा में बदला जाता है (1 और 0 में) ताकि कंप्यूटर उसे समझ सके। इसलिए आपको अपने कंप्यूटर में कोई अच्छा सी संकलक (सी कंपाइलर) स्थापित करना होगा। जो लोग डोस या विंडोस प्रचालन तंत्र वाले कंप्यूटरों पर हों, उनके लिए टर्बो सी (Turbo C) एक अच्छा संकलक है। यह एक छोटा डोस प्रोग्राम है जिसे आसानी से स्थापित किया जा सकता है। टर्बो सी आपको कंप्यूटर प्रोग्राम बेचने वालों से मिल सकता है। (बोरलैन्ड कंपनी ने टर्बो सी वर्जन १ को अब फ़्री कर दिया है, पर इसका वर्जन ३ जो आसानी से उपलब्ध है और जो मूल रूप से सी++ का कंपाईलर है फ़्री नहीं है, बाकि आपकी मर्जी) यदि टर्बो-सी न मिले, उसी के जैसा कोई अन्य संकलक भी चलेगा। कुछ सी संकलक नेट पर से मुफ्त में भी उतारे जा सकते हैं। यदि आप लिनक्स वाले कंप्यूटर पर हों, तो उसमें पहले से ही सी संकलक होगा। यदि आप उसे ढूंढ़ न पाएं, तो किसी कंप्यूटर विशेषज्ञ से सलाह लें। |
06-01-2011, 01:38 PM | #14 |
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Re: सी की दुनिया
बस ये ही दो चीजें आपको चाहिए, सी सीखने के लिए।
जैसा कि मैंने ऊपर कहा, प्रोग्रामन भाषा सीखने के लिए उसमें खुद प्रोग्राम लिखकर उन्हें कंप्यूटर पर चलाकर देखना बहुत जरूरी है। इसलिए, इस ट्यूटोरियल में जो भी प्रोग्राम के कोड दिए गए हैं, उन्हें अपने कंप्यूटर पर टंकित करके, उन्हें संकलित करें और चलाकर देखें। क्या वे वैसे ही परिणाम आपके कंप्यूटर पर दे रहे हैं, जैसे इस ट्यूटोरियल में कहा गया है? यदि नहीं तोदेखे, समझें कहां आपसे त्रुटि हो गई है? इस तरह से आप कुछ ही दिनों में सी सीख जाएंगे। अगर आपने एक बार सही प्रोग्राम लिख लिया और यह सही चल गया, तो खुद से भी उसमें एक-दो गलती कर दें (सही को चला कर देख-समझ लेने के बाद), और फ़िर उस प्रोग्राम को कंपाईल करके देखें, कि संकलक (कंपाईलर) आपकी गलती कैसे पकड़ता है, क्या संदेश देता है - यह अभ्यास आपको अपना बड़ा प्रोग्राम को त्रुटि-रहित (zero error) करने में मदद करेगा। |
06-01-2011, 01:39 PM | #15 |
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Re: सी की दुनिया
सी प्रोग्राम किसी भी टेक्स्ट एडिटर (जैसे नोटपैड) में लिखे जा सकते हैं। टर्बो सी में उसका अपना टेक्स्ट एडिटर है, जिसमें प्रोग्राम लिखे जा सकते हैं। डोस एडिटर में भी सी के प्रोग्राम लिखे जा सकते हैं। लेकिन एमएस वर्ड आदि का इसके लिए प्रयोग न करें (यह टेक्सट एडिटर नहीं, वर्ड प्रोसेसर है)।
प्रोग्राम लिखने के बाद, आप उसे जब save (सुरक्षित करें) तब पक्का करें कि आपके प्रोग्राम का एक्शटेंशन ".c" या ".cpp" है। जब आप उसे संकलित करेंगे, तो दो फाइलें बनेंगी, एक .obj फाइल और एक .exe फाइल। प्रोग्राम को चलाने के लिए आपको .exe फाइल को रन करना होगा। लिनक्स की दुनिया में जब आप सी के प्रोग्राम को संकलित करेंगे तो एक फ़ाईल बनेगी a.out नाम से। आपको इस फ़ाईल को चलाना होगा अपने प्रोग्राम की आउटपुट को देखने के लिए। उदाहरण के लिए यदि आपने hello.c फाइल में एक प्रोग्राम लिखा हो, और उसे संकलित किया हो, तो hello.obj और hello.exe फाइलें बनेंगी। आपको hello.exe को चला कर देखना है। संकलक को स्थापित करना और उसे ठीक से सेट करना टेढ़ा काम है और यदि आपको कंप्यूटर का ज्यादा अनुभव न हो, तो इसमें आपको किसी की मदद लेनी चाहिए, अन्यथा आप इसी में उलझ कर रह जाएंगे, और सी सीखने का उत्साह ठंडा पड़ जाएगा। |
06-01-2011, 01:40 PM | #16 |
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Re: सी की दुनिया
http://www.codeblocks.org/downloads/5
यह लिन्क है एक ऐसे कंपाईलर का जो प्रोफ़ेशनल लेवल के प्रोग्राम को डेवलप करने के लिए प्रयोग किया जाता है। यह है तो सी++ का , पर याद रखिए कि सी++ का हर कंपाईलर सी का भी कंपाईलर है (आम तौर पर)। हो सकता है कि आप अगर प्रोग्रामिंग की दुनिया में नए हों तो शायद यह थोड़ा परेशान करे, पर अगर आप छात्र हैं तो मेरी सलाह होगी कि आप थोड़ा समय दें और इसको समझें, आपके भविष्य के लिए बेहतर है...धन्यवाद.। वैसे मैं कोशिश करुँगा कि मैं टर्बो सी का वर्जन २ जो अब फ़्री कर दिया गया है, किसी जगह अपलोड कर दूँ फ़िर लिन्क दुँगा। |
06-01-2011, 01:40 PM | #17 |
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Re: सी की दुनिया
पिछले पोस्ट में सी भाषा सीखने के लिए जिन चीजों की आवश्यकता होगी, उनका जिक्र था। आशा है कि आपने उनकी व्यवस्था कर ली होगी।
आइए, अब देखें कि सी का एक प्रोग्राम कैसा दिखता है। नीचे की पंक्तियों में सी भाषा में लिखा एक सरल प्रोग्राम दिया गया है। उसे ध्यान-पूर्वक देखिए। ------------------------------------------------- प्रोग्राम 1 /*Namaskar shabd ko screen par chapnewala program*/ #include <stdio.h> void main () { printf("Namaskar."); } ------------------------------------------------- यदि आप इस प्रोग्राम को अक्षरशः कंप्यूटर में टंकित कर के संकलित करें और उसे चलाएं, तो वह कंप्यूटर स्क्रीन पर Namaskar. अंकित करेगा। |
06-01-2011, 01:42 PM | #18 |
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Re: सी की दुनिया
इस प्रोग्राम को ध्यान पूर्वक देखिए। उसकी निम्नलिखित आठ विशेषताएं हैं:-
1) प्रथम पंक्ति में /* और */ इन दो चिह्नों के बीच प्रोग्राम के बारे में एक वाक्य लिखा गया है। 2) दूसरी पंक्ति का आरंभ # चिह्न से हुआ है। इस चिह्न के आगे include शब्द है। 3) include शब्द के आगे कोणीय कोष्ठकों (< और >) के भीतर stdio.h लिखा हुआ है। 4) तीसरी पंक्ति में void और main शब्द है और main के आगे गोल कोष्ठक ( ( ) ) है। कोष्ठक खाली है। 5) अगली पंक्ति में धनु कोष्ठक or braces or middle brackets ({ }) का बांयां अर्धांग ({ ) अंकित है। 6) अगली पंक्ति में printf शब्द है और उसके आगे गोल कोष्ठकों के अंदर Namaskar. पद दुहरे उद्धरण चिह्नों (double quotes, " और ") के भीतर दिया गया है। 7) Namaskar वाली पंक्ति के अंत में अर्ध-विराम चिह्न (semi-colon, "; ") है। 8) अंतिम पंक्ति में धनु कोष्ठक का दाहिना अर्धांग ( } ) है। |
06-01-2011, 01:43 PM | #19 |
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Re: सी की दुनिया
ऊपर सी प्रोग्राम की आठ विशेषताओं का जिक्र किया था। आइए इन्हें अधिक विस्तार से समझें। सुविधा के लिए हर विशेषता की व्याख्या अलग पोस्ट में देता हूं।
पहली विशेषता यह थी:- 1) /* और */ चिह्न ये दुहरे चिह्न प्राग्राम के बारे में सूचनाएं देने के लिए या उसके किसी जटिल अंश को स्पष्ट करने वाली कोई टिप्पणी जोड़ने के लिए उपयोग में लाए जाते हैं। इन दोनों चिह्नों के बीच जो भी संदेश लिखा जाता है, उसे संकलक नजरंदाज कर देता है। आप पूछ सकते हैं, कि तब इन संदेशों का उपयोग क्या है ? बात यह है कि सी के बड़े-बड़े प्रोग्राम बहुत जटिल होते हैं और उन्हें एक नजर में समझना मुश्किल होता है। ऐसे में प्रोग्राम पढ़ने वालों की सुविधा के लिए प्रोग्राम-लेखक प्रोग्राम के अधिक जटिल हिस्सों को समझाने वाली टिप्पणियां प्रोग्राम में उपयुक्त स्थानों में जोड़ देते हैं। |
06-01-2011, 01:44 PM | #20 |
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Re: सी की दुनिया
इन्हें /* और */ चिह्नों के बीच रखने से एक साथ दो काम हो जाते हैं। प्रथम, संकलक इन टिप्पणियों को लांघ जाता है, इसलिए इन टिप्पणियों का प्रोग्राम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता, पर प्रोग्राम पढ़नेवाले को प्रोग्राम को समझने में मदद मिलती है। दूसरा फायदा यह है कि इन दुहरे चिह्नों द्वारा घिरे रहने के कारण प्रोग्राम के टिप्पणी वाले अंश पढ़नेवाले की नजर में एकदम आ जाते हैं, और वह उन्हें प्रोग्राम का ही एक अंश समझने की गलती नहीं करता।
ध्यान में रखने की बात यह है कि ये दुहरे चिह्न हैं, यानी इनमें से केवल एक का प्रयोग नहीं हो सकता। केवल एक के प्रयोग को संकलक गलती के रूप में लेगा और प्रोग्राम के संकलन को रोक देगा। इन दुहरे चिह्नों के बीच लिखी गई टिप्पणि अनेक पंक्तियों की हो सकती है। आवश्यकता केवल इस बात की है कि टिप्पणी के आरंभ में /* चिह्न रहे और उसके अंत में */ चिह्न। |
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