18-02-2011, 08:44 AM | #1 |
Special Member
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पुरानी यादे दिल की बातेँ
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Gaurav kumar Gaurav |
18-02-2011, 09:16 AM | #2 |
VIP Member
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
भोलू जी
सुरुवात अच्छी है लेकिन दिल की कुछ पुरानी यादेँ सिर्फ यादेँ ही रहेँ तो अच्छा होगा वर्ना जख्म फिर हरे हो जाएंगे | हो सके तो सूत्रधार होने के नाते आप ही इसे आगे बढ़ाएं तो बाकी लोग भी लिख सकेँ |
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..." click me
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18-02-2011, 09:20 AM | #3 |
Administrator
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
बहुत ही अच्छा सूत्र है इसपर मैं अपनी यादें जरुर शेयर करूंगा.
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अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
18-02-2011, 09:27 AM | #4 |
Special Member
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
भाईओ यह सूत्र मैने हर इन्सान के उन हसी पलो को याद करने के लिए बनाया जिने वो याद रखना चाहता तो आकर सुत्र कि शोभा बढाये
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Gaurav kumar Gaurav |
18-02-2011, 10:13 AM | #6 |
Special Member
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
तो सुनो एक लडकी है जिससे मेँ 4 साल से कुछ कहना चाहता था लेकिन नही कह पाया कुछ समय पहले मेरा एक एसिडेँट हुआ था जिससे डाक्टर ने एक ऑपरेशन किया तो ऑपरेशन के पहले कुच अलफाज काहे जिनको मेँ आज तक नही भूल पाया
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Gaurav kumar Gaurav |
18-02-2011, 02:37 PM | #7 |
Exclusive Member
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
आगे क्या हुवा .....?
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
18-02-2011, 03:53 PM | #8 |
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
मित्रो मै अपने स्कूल के दिनो को बहुत याद करता हुँ
सब दोस्त मिल कर मस्ती करते थे पर अब सब बिछड़ गये हैँ केवल फोन पर बाते होती है। वो दिन बहुत हसीन थे। वो पहली बार उनसे प्यार का इजहार करना और उनका मना कर देना आज भी याद है। |
18-02-2011, 04:16 PM | #9 |
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
सुन कर दुख हुआ कि हाँ का जबाव नही मिला धन्यवाद दोस्तो मेँ अपनी बात रखने के लिए
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Gaurav kumar Gaurav |
21-02-2011, 06:16 PM | #10 |
Special Member
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Re: पुरानी यादे दिल की बातेँ
याद पुरानी है जब मै आया था रोमन मैँ मजबूरी लिखता था तब कोई मुझसे बात नही करता तब कुछ लोग आगे आये जिन्होने भोलू को अपना बनया मै उन को जिन्दगी मे नही भूलूँगा ये सच है नेट की दुनिया काल्पनिक है लेकिन कहि न कहि सच भी है कुछ खास इन्सान
jalwa sikandar kalid humsafar और सब
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Gaurav kumar Gaurav |
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