12-02-2013, 08:54 AM | #11 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
‘इंफ्लूएंजा‘ के लिए ‘फ्लू‘ शब्द का भी प्रयोग किया जाता है, और दोनो का अर्थ एक ही है । ये एक नए प्रकार का फ्लू का वायरस है और ज्यादातर लोगों में इस वायरस के लिए प्रतिरोधक क्षमता की कमी है। इसलिए ये दुनिया भर में बड़ी तेजी से फैल चुका है और एक महामारी का रूप धारण कर चुका है। लेकिन फ्लू के अधिकतर मरीज़ों का घर पर ही इलाज हो सकता है। फ्लू से पूर्ण रूप से ठीक होने में करीब एक हफ्ते का समय लग सकता है। फ्लू के प्रकोप के दौरान अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कुछ आसान कदम - इंफ्लूएंजा ए वायरस के एक प्रकार ‘एच-1-एन-1‘ के इंसान संस्करण द्वारा स्वाइन फ्लू उत्पन्न होता है। यह वायरस साधारण फ्लू के वायरस की तरह ही फैलता है। जब कोई खांसता या छींकता है, तो छोटी बून्दे थोडे समय के लिए हवा में फैल जाती हैं, छोटी बून्दो में से निकले वायरस कठोर सतह पर आ जाते हैं। • अपने हाथों को बार बार साबुन और पानी से करीब २० सेकंड तक धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है। यदि ये उपलब्ध नहीं है, तो हाथों को धोने के लिए एक अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का प्रयोग किया जा सकता है। • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। यदि टिश्यू पेपर नहीं है, तो अपनी कोहनी को मुंह के आगे रखकर खांसना या छींकना चाहिए । उपयोग किए गए टिश्यू पेपर को तुरंत कूडेदान में फेंक देना चाहिए। • यदि संभव हो, तो जिन लोगों को फ्लु की बीमारी हो, या रोगी व्यक्ति से करीब ६ फीट की दूरी बनाए रखें। • – एच-1-एन-1 वायरस कठोर सतह पर 24 घंटे जीवित रह सकता है, इसीलिए दरवाजों के हैंडल, रिमोट कंट्रोल, हैण्ड रैल्स, कम्प्युटर का कीबोर्ड जैसी चीजों के बाह्य भागों को साफ रखना चाहिए। • अपनी आंखों, नाक और मुंह को मत छुईए, क्योंकि एच-1-एन-1 वायरस इसी तरह फैलता है ! • अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर एच-1-एन-1 फ्लू और सामान्य फ्लू का टीका लगाना चाहिए, जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है । • यदि आपको फ्लू जैसी कोई बीमारी हो, तो संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए घर पर ही रहे, और दूसरों से संपर्क न बनाएं । बुखार ठीक होने के बाद कम से कम 24 घंटों के लिए घर पर ही रहें, (इसका अर्थ यह है कि जब आपमें दवा के बगैर बुखार के कोई लक्षण नज़र नहीं आ रहे हों) • यदि संभव हो, तो जिन लोगों को फ्लु की बीमारी हो, उन लोगों से करीब ६ फीट की दूरी बनाए रखें ।
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12-02-2013, 08:55 AM | #12 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
वरिष्ठ नागरिकों में स्वा*इन फ्लू
वे लोग, जो 65 साल के हैं, या उससे बड़े हैं, बुजुर्ग की श्रेणी में आते हैं। बुजुर्ग लोग सामान्य फ्लू की अपेक्षा एच-१-एन-१ फ्लू के वायरस की चपेट में कम आते हैं। ६५ साल या उससे बड़े लोगों में संक्रमण का खतरा कम हो जाता है । हाल ही के रिपोर्ट के अनुसार, 65 उम्र से बडी उम्र के लोगों में एच-१-एन-१ फ्लू के अपेक्षाकृत कम संक्रमण के मामले पाए गए हैं, और गम्भीर बीमारी और मौत के बहुत कम मामले दिखाई दिए हैं। यद्यपि 65 उम्र से बडी उम्र के लोगों में एच-१-एन-१ फ्लू के अपेक्षाकृत कम संक्रमण के मामले पाए गए हैं, लेकिन यदि वे संक्रमित होते हैं, तो इनमे गम्भीर बीमारी और मौत का खतरा अधिक रह्ता है। एच-१-एन-१ फ्लू से बचाव • टीकाकरण - स्वाइन फ्लू का टीका अवश्य लगवाए, जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है। अपने चिकित्सक से सामान्य फ्लू के टीके के बारे में भी जानकारी ले लें । फ्लू से पूर्णरूपेण सुरक्षा के लिए दोनों ही टीकों की बेहद ज़रूरत होती है । • विषाणु रोधक दवा (एंटीवायरल दवा)- यदि आपके चिकित्सक को ज़रूरत महसूस होगी, तो आपके लिए विषाणु रोधक दवाओं (एंटीवायरल दवा) का सुझाव दे सकते हैं । दो दवाईयों, ओसेल्टामविर (टेमीफ्लु) और ज़नामिविर (रेलेंज़ा) का उपयोग स्वाइन फ्लु को ठीक करने के लिये दवा उपचार के तौर पर किया जाता है ! ये दवाएं फ्लु के उपचार के लिए दूसरा कारगर तरीका है। विषाणु रोधक दवाओं को रोग शुरू होने के २ दिनो के भीतर लेना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि यदि ये दवाएं जितना जल्दी शुरू की जाती हैं, उतना अधिक असरदार होती हैं और ये दवाएं 5 दिनों तक दवा लेनी चाहिए।
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12-02-2013, 08:55 AM | #13 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
अपने स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कुछ ठोस कदम
• स्वाइन फ्लू का टीका अवश्य लगवाए, जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है । • अपने हाथों को बार बार साबुन और पानी से करीब २० सेकंड तक धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है। यदि ये उपलब्ध नहीं है, तो हाथों को धोने के लिए एक अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का प्रयोग किया जा सकता है। • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। यदि टिश्यू पेपर नहीं है, तो अपनी कोहनी को मुंह के आगे रखकर खांसना या छींकना चाहिए । • यदि संभव हो, तो जिन लोगों को फ्लु की बीमारी हो, उनसे दूरी बनाकर रहें, रोगी व्यक्ति से करीब ६ फीट की दूरी बनाए रखें । • दरवाजों के हैंडल, रिमोट कंट्रोल, हैण्ड रैल्स, कम्प्युटर का कीबोर्ड जैसी चीजों के बाह्य भागों को साफ रखना चाहिए। • आप अपने स्वास्थ्य का निरीक्षण करते रहें, फ्लू के लक्षण की जांच करें और यह समझे कि आप कैसा महसूस कर रहे हो। यदि आपमें फ्लू जैसे बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हों, (जैसे कि बुखार, कफ, ठण्ड, या उल्टी जैसे लक्षण) या आप फ्लू से पीड़ित किसी रोगी के संपर्क में आए हों, तो आप अपने चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें । आपका चिकित्सक आपको एच-१-एन-१ फ्लू से बचाव के लिए ‘टेमीफ्लु‘ या ‘रेलेंज़ा‘ जैसी विषाणु रोधक (एंटीवायरल) दवाओं को 10 दिन तक लेने की सलाह दे सकता है। विषाणु रोधक दवाओं को रोग शुरू होने के २ दिनो के भीतर लेना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि यदि ये दवाएं जल्दी शुरू होती हैं, तो अधिक असरदार होती हैं और 5 दिनों तक दवा लेना चाहिए। चिकित्सक से तुरंत मिलना है ।
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12-02-2013, 08:56 AM | #14 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
यदि आप दिल के मरीज़ हैं, तो स्वाइन फ्लू से अपना बचाव करने के लिए निम्नलिखित कदम उठाएं।
• अपने चिकित्सक से परामर्श लेकर स्वाइन फ्लू से अपना बचाव करने के लिए एक प्लान बनाएं और उसका अनुसरण करें। • दिल की बीमारी से ग्रस्त 6 महीने की उम्र से अधिक उम्र के मरीज़ों को एच-1-एन-1 फ्लू का और सामान्य फ्लू का टीका लगाना चाहिए । जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है। • हमेशा दिल की बीमारी के बचाव और उपचार के लिए उपयोग में आनेवाली साधारण दवाओं की पर्याप्त मात्रा अपने नज़दीक रखनी चाहिए। • अपने चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें, यदि आपको फ्लू जैसी कोई बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं। एच-1-एन-1 फ्लू के उपचार के लिए आपका चिकित्सक ‘टेमीफ्लु‘ या ‘रेलेंज़ा‘ जैसी विषाणु रोधक (एंटीवायरल) दवाओं को 10 दिन तक लेने की सलाह दे सकता है। विषाणु रोधक दवाओं को रोग शुरू होने के २ दिनो के भीतर लेना शुरू कर देना चाहिए, क्योंकि यदि ये दवाएं जितनी जल्दी शुरू की जाती हैं, तो उतनी अधिक असरदार होती हैं।
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12-02-2013, 08:57 AM | #15 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए कुछ आसान कदम -
• अपने हाथों को बार बार साबुन और पानी से करीब २० सेकंड तक धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है। यदि ये उपलब्ध नहीं है, तो हाथों को धोने के लिए एक अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का प्रयोग किया जा सकता है। • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। यदि टिश्यू पेपर नहीं है, तो अपनी कोहनी को मुंह के आगे रखकर खांसना या छींकना चाहिए। उपयोग किए गए टिश्यू पेपर को तुरंत कूडेदान में फेंक देना चाहिए। • यदि संभव हो, तो जिन लोगों को फ्लू की बीमारी हो, उनसे दूरी बनाकर रहें, रोगी व्यक्ति से करीब ६ फीट की दूरी बनाए रखें। • दरवाजों के हैंडल, रिमोट कंट्रोल, हैण्ड रैल्स, कम्प्युटर का कीबोर्ड जैसी चीजों के बाह्य भागों को साफ रखना चाहिए। • आप अपने स्वास्थ्य का निरीक्षण करते रहें, फ्लू के लक्षण और कैसा महसूस कर रहे हो। • अपनी आंखों, नाक और मुंह को मत छुईए, क्योंकि एच-1-एन-1 वायरस इसी तरह फैलता है! • यह बेहद आवश्यक है कि आपके बच्चे इन सभी बातों को अपने रोज़मर्रा के जीवन में अमल में लाएं। यदि आपको फ्लू जैसी कोई बीमारी हो, तो संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए बुखार ठीक होने के बाद कम से कम 24 घंटों के लिए घर पर ही रहें, (इसका अर्थ यह है कि जब मरीज़ में दवा के बगैर बुखार के कोई लक्षण नज़र नहीं आ रहे हों)।
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12-02-2013, 08:58 AM | #16 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
गर्भावस्था् और स्वाइन फ्लू
गर्भवती महिलाओं में किसी भी अन्य स्वस्थ वयस्कों की अपेक्षाकृत स्वाइन फ्लू के संक्रमण की चपेट में आने का खतरा बहुत अधिक रहता है । गर्भवती महिलाओं में यह एच-१-एन-१ फ्लू अनेक गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है । • किसी भी अन्य स्वस्थ वयस्कों की अपेक्षाकृत गर्भवती महिलाएं स्वाइन फ्लू के संक्रमण की चपेट में आने से और भी बीमार हो सकती हैं । • गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराने की नौबत आने का खतरा अधिक रहता है । • एच-१-एन-१ फ्लू का संक्रमण की अनेक गंभीर समस्याओं के अंतर्गत न्यूमोनिया, गर्भपात, मृत्यु आते हैं । • एच-१-एन-१ फ्लू का संक्रमण अजन्मे शिशु के लिए भी गंभीर समस्या बन सकता है । यदि आपमें फ्लू जैसे बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हों, (जैसे कि बुखार, कफ, ठण्ड, या उल्टी जैसे लक्षण) या आप फ्लू से पीड़ित किसी रोगी के संपर्क में आई हों, तो आप अपने चिकित्सक से तुरंत संपर्क करे । जिन गर्भवती महिलाओं में फ्लू जैसे बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हों, तो एच-१-एन-१ फ्लू को ठीक करने के लिए विषाणु रोधक (एंटीवायरल) दवाओं का उपयोग किया जाता है ।
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12-02-2013, 08:58 AM | #17 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
एच-१-एन-१ फ्लू से बचाव
• स्वाइन फ्लू का टीका अवश्य लगवाए, जैसे ही टीका उपलब्ध हो, क्योंकि एच-1-एन-1 संक्रमण से बचाव के लिए यह सबसे बढ़िया रास्ता है । अपने चिकित्सक से सामान्य फ्लू के टीके के बारे में भी जानकारी ले लें । फ्लू से पूर्णरूपेण सुरक्षा के लिए दोनों ही टीकों की बेहद ज़रूरत होती है । दोनों ही टीकों की सिफारिश की जाती है, क्योंकि ये टीके न सिर्फ आपकी सुरक्षा करते हैं, बल्कि आपके उस गर्भस्थ शिशु की भी सुरक्षा करते है, जिसे 6 महीने की उम्र तक टीका नहीं दिया जा सकता है ! गर्भवती महिलाओं में एच-१-एन-१ फ्लू का टीका सुरक्षित माना जाता है । पिछले कई सालों से सामान्य फ्लू का टीका गर्भवती महिलाओं को दिया जा रहा है और यह टीका सुरक्षित और असरदायक दिखाई दिया है । एच-१-एन-१ फ्लू का टीका सामान्य फ्लू के टीके की तरह ही बनाया गया है। यदि आपमें फ्लू जैसे बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हों, (जैसे कि बुखार, कफ, ठण्ड, या उल्टी जैसे लक्षण) या आप फ्लू से पीड़ित किसी रोगी के संपर्क में आए हों, तो आप अपने चिकित्सक से तुरंत संपर्क करें। आपका चिकित्सक आपको एच-१-एन-१ फ्लू से बचाव के लिए ‘टेमीफ्लु‘ या ‘रेलेंज़ा‘ जैसी विषाणु रोधक (एंटीवायरल) दवाओं को 10 दिन तक लेने की सलाह दे सकता है ।
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12-02-2013, 08:59 AM | #18 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए हर दिन उठाए जाने वाले कदम –
आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए नीचे दी गई बातों को रोज़मर्रा के जीवन में अमल में लाए । • अपने हाथों को बार बार साबुन और पानी से करीब २० सेकंड तक धोएं। ये कई तरह के सामान्य संक्रमणों को रोकने के लिए सबसे बढ़िया उपाय है । यदि ये उपलब्ध नहीं है, तो हाथों को धोने के लिए एक अल्कोहल युक्त सेनिटाइजर का प्रयोग किया जा सकता है। • खांसते या छींकते समय अपने मुंह और नाक को ढंकने के लिए रूमाल या टिश्यू पेपर का प्रयोग करना चाहिए। यदि टिश्यू पेपर नहीं है, तो अपनी कोहनी को मुंह के आगे रखकर खांसना या छींकना चाहिए । • अपनी आंखों, नाक और मुंह को मत छुईए, क्योंकि एच-1-एन-1 वायरस इसी तरह फैलता है ! • यदि संभव हो, तो जिन लोगों को फ्लु की बीमारी हो, उनसे दूरी बनाकर रहें, रोगी व्यक्ति से करीब ६ फीट की दूरी बनाए रखें । • दरवाजों के हैंडल, रिमोट कंट्रोल, हैण्ड रैल्स, कम्प्युटर का कीबोर्ड जैसी चीजों के बाह्य भागों को साफ रखना चाहिए। • भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचें, क्योंकि वहां पर एच-१-एन-१ वायरस का खतरा और अधिक बढ़ जाता है । • आप अपने स्वास्थ्य का निरीक्षण करते रहें, साथ ही फ्लू के लक्षण पर भी नज़र रखें। और यह भी जाने कि आप कैसा महसूस कर रहे हो। • फ्लू जैसी बीमारी से पीड़ित परिवार के किसी भी सदस्य की देखभाल के लिए घर में एक अलग ही कमरे की व्यवस्था करें । और यदि संभव हो तो बीमार पारिवारिक सदस्य की देखभाल के लिए किसी अन्य व्यक्ति को रखें । यदि आपमें फ्लू जैसे बीमारी के लक्षण दिखाई दे रहे हों, (जैसे कि बुखार, कफ, ठण्ड, या उल्टी जैसे लक्षण...
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12-02-2013, 09:00 AM | #19 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
एच1एन1 हो तो क्*या करें
• यदि आप फ्लू के जैसी कोई बीमारी से पीड़ित हो, तो घर पर ही रहें। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अन्य लोगों के संपर्क में आने से बचें। आप अपना बुखार ठीक होने के बाद कम से कम 24 घंटों के लिए घर पर ही रहें, (इसका अर्थ यह है कि जब आपमें दवा के बगैर बुखार के कोई लक्षण नज़र नहीं आ रहे हों)। • शरीर में शुष्कता (डिहायड्रेशन) से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी और अन्य तरल पदार्थ पिएं। • बुखार और कफ के उपचार के लिए दवाएं लें । • यदि आप बीमार हैं, या आप गर्भवती हैं, या आपका बच्चा 5 साल से कम उम्र का है, या आप अस्थमा, मधुमेह, या दिल की बीमारी से पीडित हैं, तो अपने चिकित्सक से तुरंत परामर्श लें।
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12-02-2013, 11:56 PM | #20 |
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Re: स्वाइन फ्लू जानकारी – लक्षण, कारण ...
यह सूत्र तो स्वास्थ्य विभाग में होना चाहिए, यहाँ क्या कर रहा है?
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