09-04-2012, 12:49 AM | #461 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
लंदन । ब्रिटेन के एक वैज्ञानिक के बारे में माना जाता है कि 20 साल की अवधि में उसके वीर्य से 600 बच्चों का जन्म हुआ। इसका वैज्ञानिक का नाम बर्टोल्ड वेसनर है। वेसनर का निधन 1972 में हुआ। एक खबर की माने तो उन्होंने 1940 के दशक से 1960 के दशक के दौरान अपने लंदन स्थित क्लीनिक में वीर्य दाता के तौर पर काम किया। उनके क्लीनिक के जरिए दो दशक की अवधि में करीब 1,500 महिलाओं ने गर्भ धारण किया। समाचार पत्र ‘डेली मेल’ के मुताबिक दो ऐसे लोगों ने इस वैज्ञानिक के बारे में जानकारी दी है, जिनका जन्म इस क्लीनिक की मदद से हुआ था। एक जांच के दौरान पाया गया कि क्लीनिक के जरिए पैदा हुए 1,500 लोगों में 600 से अधिक के पिता डॉक्टर वेसनर थे। इनमें कनाडा के डॉक्यूमेंटरी निर्माता बैरी स्टीवेंस और लंदन के वरिष्ठ वकील डेविड गोलांक्ज भी हैं।
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09-04-2012, 12:50 AM | #462 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
‘मोटे लोगों के लिये’ खतरनाक है एक्सरे
लंदन । अगर आप मोटे हैं तो आपको अपनी चर्बी घटाने के लिये एक बार फिर से सोचना चाहिये । एक नये अध्ययन से पता चला है कि मोटे लोगों का सीटी स्कैन होने पर उनके स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है । मोटे लोगों की स्पष्ट तस्वीर लेने के लिये सीटी स्कैन के दौरान रेडियोलाजिस्ट औसत वजन के आदमी की तुलना में आमतौर पर एक्सरे की उंची खुराक का उपयोग करते हैं । अब न्यूयार्क स्थित रेनस्सेलाइर पॉलिटेकनिक इंस्टीट्यूट के एक दल ने कहा है कि यह नुकसानदेह हो सकता है क्योंकि सीटी स्कैन के दौरान औसत वजन के व्यक्ति की तुलना में मोटे व्यक्ति का शरीर आंतरिक हिस्सा 62 प्रतिशत अधिक संपर्क में आता है।
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10-04-2012, 01:30 AM | #463 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
समान सेक्स के व्यक्तियों के प्रति गुपचुप आकर्षित हो सकते हैं होमोफोब
लंदन। समलैंगिकों से नफरत या उनसे भयभीत रहने वाले होमोफोबिक लोग समान सेक्स के व्यक्तियों के प्रति गुपचुप आकर्षित हो सकते हैं। न्यूयॉर्क, एसेक्स और कैलीफोर्निया के अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, उन्हें इस बात के सबूत मिले हैं कि समलैंगिक होमोफोब को उनकी याद दिलाते हैं और इसी वजह से उनमें डर या नफरत का एहसास पैदा होता है। डेली मेल के अनुसार, वैज्ञानिकों का दावा है कि होमोफोबिक लोग अपने कामुकता का दमन करते हैं क्योंकि उनका पालन पोषण ऐसे परिवारों में होता है जहां समलैंगिकों को स्वीकार नहीं किया जाता। यूनिवर्सिटी आॅफ ससेक्स के व्याख्याता नेटा विंस्टाइन ने कहा कि स्ट्रेट के तौर पहचाने जाने वाले व्यक्ति मनोवैज्ञानिक जांच में समान सेक्स के प्रति गहरा आकर्षण प्रदर्शित करते हैं।
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10-04-2012, 01:31 AM | #464 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
मोटापे की शिकार माता के बच्चे को आटिज्म होने की आशंका ज्यादा
लंदन। एक नए अध्ययन में कहा गया है कि गर्भवती महिलाओं को अपने भोजन और व्यायाम पर बहुत ध्यान देने की जरूरत है क्योंकि मोटापे, मधुमेह या उच्च रक्तचाप की शिकार मां के बच्चे को आटिज्म (स्वलीनता) की समस्या होने की आशंका दोगुनी होती है। एक अंतर्राष्ट्रीय दल ने अपने अध्ययन में पाया कि मोटापे, टाइप टू मधुमेह या उच्च रक्तचाप से पीड़ित महिलाओं के बच्चों को आटिज्म या अन्य विकास सम्बंधी समस्याएं होने की आशंका होती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, इसका कारण यह है कि मां को मधुमेह होने के कारण गर्भ में ग्लूकोस के बढेþ हुए स्तर का सामना करना पड़ता है जिससे बच्चे के मेटाबोलिज्म में बदलाव होता है। इससे बच्चा सामान्य से ज्यादा आक्सीजन का उपयोग करता है। ऐसा करने से मस्तिष्क में महत्वपूर्ण आक्सीजन की कमी हो जाती है क्योंकि यह विकसित होने की प्रक्रिया में होता है। दो से पांच वर्ष तक की आयु के एक हजार बच्चों के विश्लेषण में शोधकर्ताओं ने पाया कि करीब दो तिहाई में आटिज्म या अन्य विकास सम्बंधी परेशानी पाई गई।
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10-04-2012, 01:31 AM | #465 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
एक इंजेक्शन जो उम्र से जुड़ी दृष्टिहीनता की वजह पर लगाएगा लगाम
लंदन। जल्द ही एक ऐसा इंजेक्शन हमारे सामने होगा जो बढ़ती उम्र के साथ होने वाली दृष्टिबाधा के सबसे आम वजह को खत्म करेगा। वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने एक ऐसे रसायन की खोज की है जो बुजुर्गों में आंखों की गिरती रोशनी को रोकेगा। रेटिना के हिस्से मैकुलर में कोशिकाओं के क्षरण और उनके मृत होने से आंखों की रोशनी को नुकसान पहुंचता है। डेली मेल के मुताबिक, वैज्ञानिकों ने जानवरों और चिकित्सीय अनुसंधानों के लिए किए गए नेत्रदान में मिलें आंखों पर किए गए परीक्षणों में आईएल-18 नामक रसायन के स्तर में वृद्धि से बीमारी की प्रक्रिया रूकेगी। अध्ययन दल की अगुवाई करने वाले डॉ. मैथ्यू कैंपबेल ने बताया कि अगर आप किसी सूखे एएमडी वाले व्यक्ति के रेटिना में आईएल-18 रसायन डालते हैं तो आप उन्हें गीले एएमडी होने से रोक सकते हैं।
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10-04-2012, 10:39 PM | #466 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
दांतो का एक्सरे कराने से ब्रेन ट्यूमर का खतरा
वाशिंगटन। अमेरिकी शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग दांत का एक्सरे ज्यादा करवाते हैं उन्हें मस्तिष्क में ट्यूमर होने की संभावना प्रबल हो जाती है। अमेरिकी जर्नल ‘कैंसर’ में छपे इस शोध में कहा गया है कि मेनिनजियोमा से पीड़ित लोगों को ट्यूमर होने की संभावना करीब डेढ़ गुना ज्यादा होती है। साथ ही जो लोग मुंह के बाहर से सभी दातों का एक्सरे करवाते हैं उन्हें ऐसा ट्यूमर होने की संभावना ढाई गुना अधिक होती है। प्रारंभ में यह ट्यूमर धीमे धीमे बढता है पर बाद मे यह जीवन के लिए भी खतरनाक हो जाता है। येल यूनिवर्सिटी द्वारा किए गए इस शोध में 1433 अमेरिकी मरीजों का अध्ययन किया गया।
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10-04-2012, 10:51 PM | #467 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
पेट के कैंसर की जीन को पहचाना गया
वाशिंगटन। एक नए शोध में करीब 600 ऐसे जीनों की पहचान की गई है जो पेट के कैंसर के लिए जिम्मेदार होते हैं। नेशनल यूनिवर्सिटी आफ सिंगापुर के नेतृत्व में हुए शोध से जुड़े अंतर्राष्ट्रीय दल का कहना है कि इन जीनों की पहचान पेट के कैंसर के इलाज में मील का पत्थर साबित होगी। ऐसा जेनेटिक संरचना के अध्ययन से मुमकिन हो पाएगा। दुनिया भर में पेट के कैंसर से मारे जाने वाले लोगों की संख्या दूसरे स्थान पर है। प्रति वर्ष सात लाख लोग कैंसर से मारे जाते है। इस बीमारी का इलाज बहुत मुश्किल होता है और ट्यूमर के देरी से पहचाने जाने के कारण असंभव भी। दल का नेतृत्व करने वाले तेह बिन टीन ने कहा कि इस कैंसर की जीन की पहचान करने के बारे में यह पहला अध्ययन है। उन्होंने कहा कि हमने 18000 मानव जीन का अध्ययन किया जिसमें से 600 ऐसे जीन पाए गए जो पेट के कैंसर के लिये जिम्मेदार होते हैं। उन्होंने कहा कि इस शोध के चिकित्सीय प्रभावों का अभी और अध्ययन किया जाना है।
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11-04-2012, 12:33 AM | #468 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
जन्मजात विकृतियों का रहस्य सुलझाया
मेलबर्न। आस्ट्रेलियाई वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि जन्मजात विकृतियों के साथ पैदा होने वाले बच्चों में प्रकृति और पालन-पोषण के तौर-तरीकों दोनों का ही हाथ रहता है। सिडनी के विक्टर छांग कार्डिएक रिसर्च इंस्टीट्यूट (वीसीसीआरआई) के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए अध्ययन से कई जन्मजात बीमारियों के कारणों को समझने और साथ ही इन विकृतियों को कम करने की दिशा में भी मदद मिल सकती है। एएपी की रिपोर्ट के अनुसार, वैज्ञानिकों ने पाया कि गर्भवास्था के दौरान एक विशेष परिवर्तित जीन के निम्न आक्सीजन के साथ मिलने या हाइपोक्सिया के कारण नवजात शिशु की रीढ़ की हड्डी में विकृति की आशंका दस गुना बढ़ जाती है जिसे कांजेनाइटिल स्कोलियोसिस कहा जाता है। हालांकि हाइपोक्सिया के भू्रण के विकास को बाधित करने की क्षमता का करीब दो सदी पहले से ही पता है लेकिन यह पहली बार है जब परिवर्तित जीन के कांजेनाइटिल स्कोलियोसिस के लिए जिम्मेदार होने का पता चला है। यह बीमारी एक हजार नवजात शिशुओं में से किसी एक को होती है। वीसीसीआरआई के भ्रूण विज्ञान प्रयोगशाला के प्रमुख सैली डनवुडी ने बताया कि हमने सही मायने में एक सफलता हासिल की है जो रीढ़ के जोड़ों के निर्माण में महत्वपूर्ण हो सकती है। महिलाओं में हाइपोक्सिया कई कारणों से हो सकता है जिनमें धूम्रपान, ऐनीमिया, उच्च रक्त शर्करा और गर्भनाल की कमजोर कार्यप्रणाली प्रमुख है। डनवुडी ने कहा कि महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पर्यावरणीय कारकों के बारे में जागरूक रहना चाहिए क्योंकि यह भ्रूण के विकास को प्रभावित कर सकती है।
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11-04-2012, 12:34 AM | #469 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
अब स्मार्ट वैक्सीन का जमाना
वाशिंगटन। वैज्ञानिकों ने यह पता लगाने का दावा किया है कि किस प्रकार एक महत्वपूर्ण प्रतिरोधक कोशिका शरीर की मृत और क्षतिग्रस्त कोशिकाओं की पहचान करती है। इससे अधिक प्रभावी टीके तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है। वाल्टर और ऐलिजा हाल इंस्टीट्यूट की अगुवाई में वैज्ञानिकों के एक अंतर्राष्ट्रीय दल ने अपने अध्ययन में पाया है कि किस प्रकार प्रतिरोधक कोशिकाओं की सतह पर पाया जाने वाला प्रोटीन संक्रमण को बढ़ाने वाले खतरनाक नुकसान और चोटों को पहचानता है। प्रोटीन युक्त ये प्रतिरोधक कोशिकाएं डेंडिंट्रिक कोशिकाएं कहलाती हैं। शरीर में विषाणु, बैक्टीरिया, परजीवी ट्यूमर कोशिकाओं , मृत कोशिकाओं या क्षतिग्रस्त कोशिकाओं जैसे किसी बाहरी हमलावर की मौजूदगी के बारे में आपात सूचना देने में डेंडिंट्रिक कोशिकाएं बेहद महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती हैं। टीम की प्रमुख डा. मिरेली लाहोद ने बताया कि उनका शोध यह दर्शाता है कि प्रतिरोधक क्षमता ने क्षतिग्रस्त कोशिकाओं या मृत कोशिकाओं की पहचान करने के लिए अपना स्पष्ट तरीका विकसित किया हुआ है जिससे प्रतिरोधक क्षमता को तुरंत सक्रिय होने में मदद मिलती है। वैज्ञानिकों ने कहा है कि इस खोज का इस्तेमाल ऐसे आधुनिक टीकों के विकास में किया जा सकता है जो अधिक प्रभावी हों और जिनके दुष्प्रभाव कम से कम हों ।
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11-04-2012, 12:34 AM | #470 |
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Re: स्वास्थ्यवर्द्धक समाचार : नए शोध और खोजें
वैज्ञानिक कृत्रिम नेत्र उपकरण तैयार करने के करीब
मेलबर्न। आस्ट्रेलियाई वैज्ञानिक एक ऐसा कृत्रिम नेत्र उपकरण (बायोनिक आई डिवाइस) तैयार करने के नजदीक पहुंच गए हैं, जिसकी मदद से दृष्टि बाधित लोगों की आंखों में रोशनी आएगी। इसका परीक्षण तकरीबन दो वर्षों में किया जाएगा। इस उपकरण में एक सूक्ष्म कैमरा लगा होगा, जो रेटिना की तरह काम करेगा। एक हल्का प्रोसेसर होगा, जो कैमरे से इलेक्ट्रॉनिक सूचना लेगा और इसे सिग्नल में बदलकर पहुंचाने का काम करेगा। मोनाश विश्वविद्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक इस उपकरण की मदद से दृष्टि बाधित लोग देखने में सक्षम होंगे। ‘मोनाश विजन ग्रुप’ के निदेशक आॅर्थर लावेरी ने बताया कि उपकरण को लेकर काम सही ढर्रे पर है और अब तक सकारात्मक नतीजे आए हैं। 2014 में इसको लेकर परीक्षण किया जा सकता है।
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