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04-06-2014, 03:29 PM | #1 |
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Re: तीन दिन में
एक बार पति-पत्नी में किसी बात को लेकर तकरार हो रही थी. आखिरकार पत्नी ने झल्ला कर कहा: जब अक्ल बंट रही थी तो उस वक्त तुम कहां थे?
पति ने फौरन कहा: उस वक्त हमारे:तुम्हारे फेरे जो हो रहे थे.
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04-06-2014, 03:32 PM | #2 |
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Re: तीन दिन में
दारू छोड़ने से बेहतर है गर्लफ्रेंड को छोड़ना लड़का – मैं तुम्हारे लिए सब छोड़ दूंगा. लड़की – सच लड़का – बिलकुल. लड़की – मां-बाप छोड़ सकते हो लड़का – हां लड़की – अपने दोस्त-यार? लड़का – हां लड़की – घर-जायदाद? लड़का – हां. लड़की – दारू-सिगरेट? लड़का (कुछ सोच कर) – दीदी घर जाओ, आपके पापा परेशान हो रहे होंगे.
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04-06-2014, 03:34 PM | #3 |
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Re: तीन दिन में
ट्रेन में जय से टिकट चेकर मिला.
टिकट चेकर – कहां जाना है? जय – जहां राम का जन्म हुआ था. टिकट चेकर – टिकट है? जय – नहीं. टिकट चेकर – तो फिर चलो. जय – कहां ? टिकट चेकर – जहां कृष्ण का जन्म हुआ था.
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04-06-2014, 03:51 PM | #4 |
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Re: तीन दिन में
पुरानी गलतियां
लीला(शादी के बीस साल बाद) : “शादी से पहले मैं और तुम एक-दूसरे को देखने के लिए कितने बेचैन रहते थे”. पति : “अरे छोड़ो, पुरानी गलतियों को याद करने से क्या फायदा”.
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04-06-2014, 03:53 PM | #5 |
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Re: तीन दिन में
तीन सवारियाँ इस सीट पर आ जाएँ.
पत्नी- आज बस में कंडक्टर ने मेरी बेइज्जती की. पति- क्यों? क्या हुआ? पत्नी- मेरे बस से उतरते ही उसने कहा- अब तीन सवारियाँ इस सीट पर आ जाएँ.
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04-06-2014, 03:56 PM | #6 |
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Re: तीन दिन में
ब्रेक टाइम खत्म हुआ
एक आदमी मर गया और सीधा नरक में पहुंचा. वहां यमदूत ने उसका स्वागत किया और उसे नरक की सैर कराई. यमदूत ने कहा कि यहां तीन तरह के नरक कक्ष हैं और उसे अपनी पसन्द का कक्ष चुनने की आजादी है. पहला कक्ष आग की लपटों और गर्म हवाओं से इस कदर भरा हुआ था कि वहां सांस लेना भी दूभर था. आदमी ने कहा कि वह इस नरक में रहना नहीं चाहेगा. यमदूत उसे दूसरे नरक कक्ष में ले गया . यह कक्ष सैकड़ों आदमियों से भरा हुआ था और यमदूत बेरहमी से उनकी पिटाई कर रहे थे. चारों ओर चीखपुकार का माहौल था. आदमी यह सब देखकर घबरा गया और उसने यमदूत से अगला कक्ष दिखाने की प्रार्थना की. तीसरा और अंतिम कक्ष ऐसे लोगों से भरा हुआ था जो बस आराम कर रहे थे और कॉफी पी रहे थे. यहां अन्य दो कक्षों जैसी कष्टदायक कोई बात उसे नहीं दिखी. उसने यमदूत से कहा कि वह इसी कक्ष में रहना चाहता है. यमदूत ने उसे उसी कक्ष में छोड़ा और चला गया. आदमी ने एक कॉफी ली और आराम से एक तरफ बैठ गया. कुछ मिनटों बाद लाउडस्पीकर पर एक आवाज गूंजी – ”ब्रेक टाइम खत्म हुआ. अब फिर से दस हजार घूंसे खाने के लिये तैयार हो जाओ !”
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