26-11-2012, 02:51 AM | #131 |
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Re: एनिमल फार्म
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
26-11-2012, 02:51 AM | #132 |
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Re: एनिमल फार्म
उसने कहा कि अपनी बात एक बार फिर इस बात पर जोर देते हुए समाप्त करना चाहेगा कि पशुबाड़े और उसके पड़ोसियों के बीच जो मैत्रीभाव रहा, वह बने रहना चाहिए। सूअरों और मनुष्यों के बीच किसी भी तरह का हितों का टकराव न कभी रहा, और न ही रहना चाहिए। उनके संघर्ष और उनकी तकलीफें एक जैसी हैं। क्या श्रमिक समस्या सब जगह एक जैसी नहीं है? वहाँ यह साफ-साफ लगा कि मिस्टर विलकिंगटन पशु समुदाय पर सावधानीपूर्वक तैयार किया गया कोई जुमला उछालना चाहता था, लेकिन एक पल के लिए वह खुशी से इतना बेहाल हो गया कि कह ही नहीं पाया। वह हँसते-हँसते दोहरा हो गया, उसकी चिबुक पर सलवटें पड़ गई। काफी देर तक हँसते रहने के बाद किसी तरह उसने कहना शुरू किया, 'अगर आपके पास निचले तबके के पशु हैं तो हमारे पास अपने निचले वर्ग हैं। इस कटाक्ष से मेज पर ठहाके लगने लगे, और मिस्टर विलकिंगटन ने एक बार फिर सूअरों को कम राशन और काम के लंबे घंटों, और पशु बाड़े में एक सिरे से गायब लाड़-प्यार पर बधाई दी।
और अब उसने अंत में कहा, 'वह सबसे अनुरोध करता है कि सब अपने पैरों पर खड़े हों और देखें कि उनके गिलास भरे हुए हैं। सज्जनो, मिस्टर विलकिंगटन ने अपनी बात खत्म की, सज्जनो. मैं आपको टोस्ट देता हूँ, पशुबाड़े की समृद्धि के लिए।'
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26-11-2012, 02:51 AM | #133 |
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Re: एनिमल फार्म
सबने उत्साह से तालियाँ बजाईं और पैरों से जमीन थपथपाईं। नेपोलियन इतना अभिभूत हुआ कि वह अपनी जगह से उठा, और मेज के पास आ कर अपना मग खाली करने से पहले मिस्टर विलकिंगटन के मग से टकराया। जब तालियों की गड़गड़ाहट कम हो गई, तो नेपोलियन, जो अब तक अपने पैरों पर खड़ा था, बताया कि उसे भी दो शब्द कहने हैं।
नेपोलियन के पिछले भाषणों की तरह यह भी संक्षिप्त और प्रासंगिक था। उसने भी कहा कि उसे प्रसन्नता है कि गलतफहमियों का युग अब समाप्त हो गया है। लंबे अरसे तक अफवाहें फैलाई जाती रहीं। उसके पास यह मानने के कारण हैं, वे अफवाहें किसी शत्रु द्वारा फैलाई गईं, खुद उसके और उसके साथियों का दृष्टिकोण कुछ विनाशकारी और यहाँ तक कि क्रांतिकारी हो रहा है। उन पर आरोप लगाया गया कि वे पड़ोसियों के बाड़ों पर पशुओं के बीच बगावत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ भी सच्चाई से परे नहीं हो सकता। उनकी इकलौती इच्छा है कि वे शांति से रहें और अपने पड़ोसियों के साथ सामान्य कारोबारी रवैया बनाए रखें। उसने आगे कहा कि यह बाड़ा, जिसके नियंत्रण के लिए उसे सम्मान मिला है, एक सहकारी उद्यम है। इसके स्वामित्व के कागजात जो उसके खुद के कब्जे में हैं, सूअरों की संयुक्त संपत्ति हैं।
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26-11-2012, 02:51 AM | #134 |
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Re: एनिमल फार्म
उसने कहा कि वह नहीं मानता कि पुराने संदेहों में से अब कोई बाकी है। अलबत्ता बाड़े के रूटीन में हाल ही में कुछ एक परिवर्तन किए गए हैं। इनसे आपसी विश्वास को और बढ़ाने में मदद मिलनी चाहिए। अब तक बाड़े में एक मूर्खतापूर्ण परंपरा चली आ रही थी कि पशु एक-दूसरे को 'कॉमरेड' कह कर संबोधित करते थे। इसे समाप्त किया जाना है। एक और अजीब-सी परंपरा चली आ रही थी, जिसके बारे में, पता नहीं वह शुरू कैसे हुई, कि हर रविवार की सुबह बगीचे में एक मस्तूल पर कीलों से ठुँकी एक सूअर की खोपड़ी के आगे से मार्च करते हुए सब गुजरते थे, इसे भी खत्म किया जा रहा है। खोपड़ी को पहले ही जमीन में गाड़ दिया गया है। उसके मेहमानों ने एक चबूतरे पर लहराता हरा झंडा भी देखा होगा। यदि देखा हो तो उन्होंने शायद यह भी नोट किया होगा कि पहले इस पर जो सफेद सुम और सींग पेंट किए हुए थे, उन्हें मिटा दिया गया है। अब यह सिर्फ सादा हरा झंडा होगा।
उसने कहा कि मिस्टर विलकिंगटन के शानदार और पड़ोसी भाव से दिए गए भाषण के बारे में एक ही एतराज है। मिस्टर विलकिंगटन ने लगातार 'पशुबाड़े' या 'एनिमल फार्म' का जिक्र किया है। वह इस बात को नहीं जानता था, क्योंकि वह नेपोलियन, अब पहली बार घोषणा कर रहा है कि नाम पशुबाड़ा - 'एनिमल फार्म' समाप्त कर दिया गया है। अब बाड़े को 'मैनर फार्म' के नाम से ही माना जाएगा। उसे विश्वास है यही इसका सही और मूल नाम है।
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26-11-2012, 02:52 AM | #135 |
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Re: एनिमल फार्म
'सज्जनो,' नेपोलियन ने अपनी बात खत्म की, 'मैं आपको पहले की तरह टोस्ट दूँगा, लेकिन अलग तरीके से। अपने गिलास लबालब भर लीजिए। सज्जनो, यह रहा मेरा टोस्ट : मैनर फार्म की समृद्धि के लिए।'
पहले की तरह दिल खोल कर तालियाँ बजाई गईं और मग आखिरी बूँद तक खाली कर दिए गए। लेकिन जब वहाँ से पशु इस दृश्य को देख रहे थे तो उन्हें लगा, कोई आश्चर्यजनक घटना घट रही है। सूअरों के चेहरों को कुछ हो रहा था। क्लोवर की धुँधली नजरें एक चेहरे से दूसरे पर टिकती रहीं। किसी के चेहरे पर पाँच ठुड्डियाँ थीं तो किसी के चेहरे पर चार और किसी के तीन। लेकिन यह क्या था जो पिघलता और बदलता लग रहा था। तभी जब वाहवाही का शोर थम गया, तो सबने अपने-अपने पत्ते उठाए और जो खेल रुक गया था, उसे फिर शुरू कर दिया। पशु चुपचाप सरक कर चले गए।
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26-11-2012, 02:52 AM | #136 |
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Re: एनिमल फार्म
लेकिन वे अभी बीस गज दूर भी नहीं पहुँचे थे कि अचानक रुक गए। फार्म हाउस से चीखने-चिल्लाने की आवाजें आ रही थीं। वे वापस दौड़े और फिर से खिड़की से झाँक कर देखने लगे। हाँ, अंदर भीषण लड़ाई चल रही थी। शोर-शराबा, मेज पर थपथपाहट, तेज शंकालु निगाहें, हिंसक इनकार चल रहे थे। इस सारी मुश्किल की जड़ शायद यह थी कि नेपोलियन और मिस्टर विलकिंगटन, दोनों ने एक ही साथ हुकम का इक्का चला दिया था।
बारह आवाजें गुस्से में चिल्ला रही थीं और सारी आवाजें एक-सी थीं। कोई सवाल नहीं कि सूअरों के चेहरों को अब क्या हो गया था। बाहर खड़े प्राणी कभी सूअर को देखते, कभी आदमी को, फिर आदमी से सूअर को, लेकिन अब यह कहना असंभव हो चुका था कि कौन- सा चेहरा किसका है...
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