27-07-2013, 08:27 PM | #1 |
Diligent Member
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गीत - जान भी ले ले
. . . . ये दिल जो तोड़ डाला है तो अब ये जान भी ले ले है घर जो कर दिया सूना तो ये पहचान भी ले ले घर-बार तुमसे था संसार तुमसे था ग़म था नहीँ कोई जब प्यार तुमसे था टूटे इक प्यार की खातिर तूँ सूरज-चाँन भी ले ले- ये दिल जो तोड़ डाला है तो अब ये जान भी ले ले... अपना बनाया था दिल मेँ बसाया था आधे सफर मेँ ही दामन छुड़ाया था तुम्हेँ जो है खुशी तो सुन मेरा सम्मान भी ले ले- ये दिल जो तोड़ डाला है तो अब ये जान भी ले ले... कुछ ग़र नहीँ तो क्या है घर नहीँ तो क्या नभ मेँ चला हूँ मैँ जो पर नहीँ तो क्या गर जो दिल को तसल्ली दे मेरे अरमान भी ले ले- ये दिल जो तोड़ डाला है तो अब ये जान भी ले ले... गीत - आकाश महेशपुरी . . . . . . . . . . . . . . . . . . . पता- वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश |
31-07-2013, 10:00 PM | #2 |
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Re: गीत - जान भी ले ले
क्षमा करें आकाश जी, पता नहीं कैसे यह प्यारा सा गीत मेरी निगाह से चूक गया. बहुत सुन्दर रचना है. आपके और गीतों का इंतज़ार रहेगा. |
01-08-2013, 05:57 AM | #3 |
Diligent Member
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Re: गीत - जान भी ले ले
आ. रजनीश जी आपकी प्रतिक्रिया से
मेरा आत्मविश्वास बहुत बढ़ गया है। हार्दिक आभार। |
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