16-01-2013, 11:30 PM | #11 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
एक शराबी अपने अनुभव के आधार पर कुछ कारणों का निराकरण निम्न प्रकार से प्रस्तुत करता है ......... 1) लक्षण : यदि आपको लगे कि आपके पैर ठन्डे और गीले हो रहे है. कारण : आपने अपने गिलास को ढंग से नहीं पकड़ रखा है, (आप दारू को गिलास के पिछले हिस्से में उढ़ेल रहे है, जो आपके पैर पर गिर रही है) उपचार : गिलास को धीरे से उलटिए, ताकि उसकी गहरे में आप झांक सके, अब फिर से उसमे दारु उडेलना शुरू करिये. अबकी सीधे से डालियेगा. 2) लक्षण : आपको आँखों के सामने ढेर सारी रौशनी दिखाई पड़ रही है. कारण : आप फर्श पर गिरे पड़े है. उपचार : अपने शरीर को 90 डिग्री में घुमाइए , क्या कहा 90 डिग्री क्या होता है ? देखा गणित से नफरत करने का क्या नतीजा होता है,? अपने एक हाथ को फर्श पर लगाइए और उठ खड़े होइए, 90 के फेर में मत अटकिये. 3) लक्षण : आपको सब कुछ धुँधला धुँधला दिखाई दे रहा है. कारण : आप खाली गिलास के आर पार देख रहे है. उपचार : अब देखना वेखना छोडिये और गिलास (सीधा करके) दारु डालिए. 4) लक्षण : पूरा फर्श हिल रहा है. कारण : कोई भूकम्प वगैरह नहीं आया है, आप फर्श पर घसीटे जा रहे है. [color="rgb(255, 0, 255)"]]उपचार : आपने आपको संयत करने की कोशिश करिये, और कम से कम उनसे पूछिए तो कि भई कहाँ ले जा रहे हो? वहाँ दारु का इंतज़ाम है कि नहीं?[/color]
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
16-01-2013, 11:36 PM | #12 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
5) लक्षण : आपको सभी लोगो की आवाज गूंजती गूंजती सुनाई पड़ रही है.
कारण : नहीं भई, आप पहाडो पर नहीं हो, आपने अपना खाली गिलास कान में लगा रखा है. उपचार : अब गिलास से टेलीफोन टेलीफोन खेलना छोडिये, गिलास भरिये और अगला पैग बनाइये. 6) लक्षण : आपको अपने परिवार के लोगों की शक्लें अजीब अजीब सी लग रही है. कारण : आप गलत घर में घुस आये हैं, उपचार : इस से पहले कि वो आपको पीटें, दोनों हाथ जोड़कर उनको निवेदन करें कि वो आपको आपके घर तक छोड़कर आयें. 7) लक्षण : एक अजीब सी महिला, जानी पहचानी आवाज में चिल्ला चिल्ला कर कुछ बेफिजूल सा कहने कि कोशिश कर रही है. कारण : आप अपने ही घर में अपनी बीबी के सामने खड़े है. यदि महिला आपको पीने के बाद अजीब लग रही है, तो ये आपकी शादी के फैसले की जल्दबाजी का ही नतीजा है. उपचार : “डार्लिंग, अब से तौबा, आगे से नहीं” टाइप के डायलोग (निवेदन भरे, मधुर स्वर में) पेश करिये. पत्नी जी, अपनी ऊर्जा खत्म होते ही, आपको आपके हाल पर छोड़ कर, पैर पटकती हुई चली जायेंगी. 8) लक्षण : वातावरण में अजीब सी गंध है, लेकिन कोई आपको बहुत प्यार कर रहा है. कारण : आप नाली में गिरे पड़े है और कुत्ता आपके मुंह को चाट रहा है. उपचार : कुत्ते को दूर हटाइए, नाले से उठने की ( वैसे ही 90 डिग्री वाली ) कोशिश करिये
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16-01-2013, 11:37 PM | #13 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
9) लक्षण : पूरा कमरा थरथरा रहा है, सभी लोग अजीब सी सफ़ेद पोशाक में है.
कारण : आप एम्बुलेंस में है. उपचार : कुछ मत करिये, यूं ही पड़े रहिये, जो करना है डॉक्टर को करने दें. 10) लक्षण : सभी लोग उलटे उलटे (सर के बल चलते हुए) दिखाई दे रहे है और सारे लोग अजीब सी खाकी पोशाक में है. कारण : आप पुलिस थाने में है, और आपको उल्टा लटकाया गया है. उपचार : उनसे पूछिए कि भई, हंगामा है क्यों बरपा थोड़ी सी जो पी ली है. तो फिर आप लोग अपनी राय देना मत भूलिएगा, कोई और प्वाइंट रह गया हो तो जरूर बताइयेगा.
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16-01-2013, 11:53 PM | #14 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
कुछ और भूली बिसरी यादों को खंगाल कर ये लेख मै विशेष तौर पर उन कुँवारे साथियों के लिए लिख रहा हूँ जिन्होने मानसिक प्रताड़ना दे दे कर के मुझे मेरे अनुभव बाँटने करने को बोला। देखो भई, मै विवाहित और सज्जन ( भले ही यह विरोधाभासी हों) आदमी हूँ, इस पचड़े मे नही पड़ना चाहता था, लेकिन क्या करूं भाई लोगों से प्यार इसना अधिक है कि 'रिस्क' लेने को तैयार हो गया। इस लेख को लिखने के पहले एक डिसक्लेमर और एक विशेष चेतावनी।
'डिसक्लेमर' तो ये रहा: मै अपनी मौजूदा जिन्दगी से खुश हूँ, और यह लेख मै अपने पुराने अनुभवों के आधार पर लिख रहा हूँ और ना कि मौजूदा अनुभवों के आधार पर। इसलिए कोई भी इस लेख को खफ़ा होने का लाइसेन्स ना माने और एक बात इस लेख को पढकर किसी को अगर जूते पड़े तो वो हमारे द्वारे ना आए। अपना वहीं पर सलट ले। डिस्क्लेमर जरुरी है, ताकि सनद रहे और वक्त जरुरत काम आए। और अब चेतावनी :ख़बरदार जो किसी ने यह लेख मेरी पत्नी को फारवर्ड किया। ।
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16-01-2013, 11:54 PM | #15 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
तो भैया हम बात कर रहे थे, लड़कियों की चाहत की। वो लड़को को कैसे देखती है, कैसे अच्छे लड़के की पहचान करती है। वगैरहा वगैरहा। कहते है औरतों की नज़र बहुत कयामत की होती है, किसी को भी एक नज़र मे देखकर पहचान लेती है। बस एक नज़र ही काफी होती है, पास या फेल। लेकिन फिर भी , जब भी किसी डेट पर जाओ, या किसी लड़की से दोस्ती हो, तो निम्नलिखित बातों का विशेष ध्यान रखना, जिन्दगी भर सुखी रहोगे, तो शुरु करें ना?
१. क्या आपने सही कपड़े पहने है? बहुत ही जरुरी है भई, आपने मंहगे कपड़े पहने हो या ना पहने है, सलीके के कपड़े है कि नही। ऐसा तो नही बऊवा की तरह के गैट-अप मे हो आप। अगर आप डेट पर जा रहे है तो अपने परिधान का विशेष ध्यान रखें। आप नोट करे ना करें, कि आपने कैसे कपड़े पहन रखे है, लड़कियाँ एक एक चीज नोट करती है (अब टाइम ज्यादा होता है या शौंक कह नही सकते), एक और बात, मौसम के अनुसार और लेटेस्ट फैशन के अनुसार ही परिधानों का चयन करें। ऐसा ना हो, कि वो आप में शाहरुख खान को ढूंढे और आप देव आनन्द की तरह तैयार हों।
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16-01-2013, 11:55 PM | #16 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
२. आत्मविश्वास का स्तर
आपका आत्मविश्वास का स्तर ऊँचा होना चाहिए, ऐसा ना हो कि आप लड़की से मिलने जा रहे है और सिर शर्म से नीचे गड़ा जा रहा हो। और कान्फ़ीडेन्स लेवेल इतना भी ऊपर ना हो कि, आप उसके कन्धे और पेट के बीच मे ही देखते जा रहे हो। मतलब कान्फ़ीडेन्स लेवेल को कन्ट्रोल मे रखकर, सलीके से पेश आएं। डिप्प्रेशन का शिकार ना हो, और ना ही ओवर कान्फ़िडेन्स के पचड़े मे पड़ें। आखिर लड़की से मिलने जा रहे हो किसी इन्टरव्यू मे थोड़े ही जा रहे हो।
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16-01-2013, 11:55 PM | #17 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
३. तुलनात्मक अध्ययन
लड़कियों की एक खराब आदत होती है, वो मौजूदा प्रेमी/दोस्त की तुलना पिछले वाले से जरुर करती है, बार बार, लगातार करती है। अब ये अनजाने मे होता है या जान बूझकर, या फिर आपको चिढाने के लिये, लेकिन होता जरुर है। उदाहरण के लिए ” ये वाला इस तरह से बोलता है, उस वाले की मुस्कराहट कितनी अच्छी थी! इस वाले का पहनावा अच्छा है, लेकिन मूंछे तो पिछले वाले की ज्यादा अच्छी थी।” अब पिछले वाले (प्रेमी/दोस्त) को पकड़कर कूटने से तो कुछ होने वाला है नही, इसलिए इसका मतलब ये हुआ कि आपको एक बार नही, बार बार लगातार इम्तिहान देने के लिए तैयार रहना चाहिए।
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16-01-2013, 11:55 PM | #18 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
४. आपकी पिछली गर्लफ्रेन्ड
अरे हाँ! ये टापिक उनके लिए बहुत मुफ़ीद रहता है। बहुत सही टाइमपास होता है उनका। साम, दाम दण्ड, भेद वो आपसे यह बात उगलवाने के लिए तैयार रहती है कि पिछली वाली गर्लफ़्रेन्ड मे क्या अच्छाई थी या क्या बुराई थी। खबरदार! आप किसी ट्रैप मे मत फंस जाना। दरअसल इनका मकसद तो आपके दिल मे छिपी मैल को बाहर निकालना होता है, ये देखना चाहती है कि आप अपनी पिछली रिश्ते/दोस्ती की बात सुनकर कैसा रिएक्ट करते है या कितनी कडुवाहट दिखाते है। जाहिर है, अक्सर लोग, पिछली गर्लफ्रेन्ड मे कमिया निकलने की कोशिश करते है। मेरी एडवाइस माने तो पिछली वाले के प्रति गुस्सा ना ही निकाले तो अच्छा है, क्योंकि पिछली वाली तो वैसे भी छोड़कर टहल गयी, अब ये वाली हाथ से क्यों जाने दें। समझ गए ना?
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16-01-2013, 11:56 PM | #19 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
५. धैर्य की परीक्षा
लड़कियाँ यह चीज जरुर चैक करती है कि आपमे उनको सुनने की कितनी क्षमता है, मतलब कितना झेल सकते हो। दरअसल वो यह चैक कर रही होती है कि आगे अगर जिन्दगी भर साथ निभाना पड़े (वैसे इत्ता लम्बा वो सोचती कैसे होंगी?) तो बन्दा कितना सुन सकता है। और हाँ अक्सर वो कहेंगी, अपने बारे मे और बताओ, मतलब आपके बारे मे सब कुछ जानने की इच्छा रखेंगी। लेकिन एक लिमिट के बाद, उसके बाद वो खुद-ब-खुद शुरु हो जाती है। इसलिए ध्यान रखिए, जोश मे होश ना खो बैठना, आप शुरु तो एक्सप्रेस की तरह हो, लेकिन मुलाकात दर मुलाकात ही अपनी पर्ते खोलना। मूलमन्त्र: अच्छे श्रोता बनिए, प्रेमिका को विविध-भारती की तरह समझिए, (मतलब चुपचाप सुनते रहिए) तभी सुखी रहेंगे।
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16-01-2013, 11:56 PM | #20 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
६. विनम्रता
आप दूसरों के साथ कैसे पेश आते है, छोटे, बड़े, बच्चे, बूढे के साथ सम्मानपूर्वक बात करते है कि नही। वो मुन्न्नाभाई मे आपने देखा ही होगा, कि लड़का अगर वेटर को सीटी मारकर बुलाए तो, कट लेना। बोले तो विनम्रता का साथ नही छोड़ने का भीड़ू! लेकिन विनम्रता का मतलब ऐसा नही कि कोई भी आने जाने वाला आपको टीप मारकर चलता बने और आप थैंक्यू करते रहे। मौके की नज़ाकत को समझते हुए विनम्रता या दूसरे तरीके से व्यवहार करें। समझ गए ना?
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