23-08-2022, 08:22 AM | #1 |
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कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
■■■■■■■■■■■■■ कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी काल गति आ समय के मिला के चलीं जिंदगी तऽ हवे इक सुहाना सफर राह में जे कबो गर चढ़ाई मिले तब लगाईं सुनीं रउआ पहिला गियर धैर्य के बल से परबत चढ़े जिंदगी- ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी कवनो गाड़ी तरे... आगे पीछे अगल आ बगल देख लीं सब केहू ना इहाँ होश में अब चले रोड खाली मिले तऽ चलीं तेज पर ब्रेकरो बा बहुत ध्यान में ई रहे बा रुकावट भले ना रुके जिंदगी- ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी कवनो गाड़ी तरे... आपदा के बदे कुछ बचा के रखीं कहि के आवे कहाँ कहियो संकट नया का पता राह में कब जरूरत पड़े तेल रीजर्व में रउआ राखीं सदा कुछ रहे हाँथ में तब लड़े जिंदगी- ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी कवनो गाड़ी तरे... देहि दुनिया में सबसे ई अनमोल बा येइमें कवनो खराबी ना आवे कहीं राह कइसे चलबि कुछ बिगड़ जे गइल सर्विसिंङ्गो समय से करावत रहीं स्वास्थ्य अच्छा रहे ना झुके जिंदगी- ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी कवनो गाड़ी तरे... रचना- आकाश महेशपुरी दिनांक- 12/04/2022 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरनाथ जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274304 मो- 9919080399 |
28-10-2022, 11:36 AM | #2 |
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Re: कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
अंतिम अन्तरे में आंशिक परिवर्तन
देहि दुनिया में सबसे ई अनमोल बा, येइमें कवनो खराबी ना आवे कहीं। राह कइसे चलबि कुछ बिगड़ जे गइल, सर्विसिंङ्गो समय से करावत रहीं। तन निरोगी रहे ना झुके जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे Last edited by आकाश महेशपुरी; 28-10-2022 at 11:41 AM. |
28-10-2022, 11:38 AM | #3 |
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Re: कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
अंतिम अन्तरे में आंशिक परिवर्तन
देहि दुनिया में सबसे ई अनमोल बा, येइमें कवनो खराबी ना आवे कहीं। राह कइसे चलबि कुछ बिगड़ जे गइल, सर्विसिंङ्गो समय से करावत रहीं। तन निरोगी रहे ना झुके जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे Last edited by आकाश महेशपुरी; 28-10-2022 at 11:42 AM. |
06-09-2023, 04:28 AM | #4 |
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Re: कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
आंशिक परिवर्तन के बाद
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी, ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी। काल गति आ समय के मिला के चलीं, जिंदगी तऽ हवे इक सुहाना सफर। राह के बीच में गर चढ़ाई मिले, तब लगाईं सुनीं रउआ पहिला गियर। धैर्य के बल से परबत चढ़े जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे…………..…. आगे पीछे अगल आ बगल देख लीं, सब केहू ना इहाँ होश में अब चले। रोड खाली मिले तऽ चलीं तेज पर, ब्रेकरो बा बहुत ध्यान में ई रहे। बा रुकावट भले ना रुके जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे……………… आपदा के बदे कुछ बचा के रखीं, कहि के आवे कहाँ कहियो संकट नया। का पता राह में कब जरूरत पड़े, तेल रीजर्व में रउआ राखीं सदा। कुछ रहे हाँथ में तब लड़े जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे………………. देहि दुनिया में सबसे ई अनमोल बा, येइमें कवनो खराबी ना आवे कहीं। राह कइसे चलबि कुछ बिगड़ जे गइल, सर्विसिंङ्गो समय से करावत रहीं। तन निरोगी रहे ना झुके जिंदगी। ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी।। कवनो गाड़ी तरे……………… गीत– आकाश महेशपुरी दिनांक- 12/04/2022 |
06-09-2023, 04:29 AM | #5 |
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Re: कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी
कवनो गाड़ी तरे ई चले जिंदगी,
ब्रेक लागत रहे पर बढ़े जिंदगी Last edited by आकाश महेशपुरी; 06-09-2023 at 04:31 AM. |
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