08-11-2010, 07:29 PM | #1 |
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" भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
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08-11-2010, 11:59 PM | #2 | |
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आप इस आगाज़ कर सकते है...
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अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
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10-11-2010, 03:32 PM | #3 |
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11-11-2010, 11:27 AM | #5 |
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@hamsafar
महात्मा गाँधी के बारे मेंकुछ चर्चा कर सकते हिया. वो हमारे राष्ट्रपिता है, उनके बारे में बात करना, अच्छा ही रहेगा.
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15-11-2010, 01:09 PM | #6 |
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Re: " भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
शुरुवात मैं करता हूँ !!
Last edited by Hamsafar+; 15-11-2010 at 01:26 PM. |
15-11-2010, 02:00 PM | #7 |
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Re: " भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
मोहनदास करमचंद गाँधी |
15-11-2010, 02:03 PM | #8 |
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Re: " भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
भारत के राष्ट्रपिता के सम्मान से सम्मानित महात्मा गाँधी का व्यक्तित्व, उनके विचार तथा देश की स्वतंत्रता प्राप्ति के लिए किए गए उनके संघर्ष उन्हें विश्व के महानतम् व्यक्तियों की ऐसी श्रेणी में खड़ा करते हैं, जहाँ उनकी बराबरी करने वाले कोई नहीं हैं। सादा जीवन तथा महात्मा गाँधी के अद्भुत् व्यक्तित्व के सामने केवल देशवासी ही नहीं वरन् विदेशी लोग भी नतमस्तक हुए हैं।
आज भी सारा देश जिन्हें प्रेम व श्रद्धा से बापू कहकर सम्बोधित करता है, ऐसी महान् आत्मा महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात राज्य के काठियावाड़ जिले में पोरबन्दर नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता कर्मचन्द गाँधी राजकोट के दिवान थे तथा माता पुतली देवी अत्यन्त धार्मिक विचारों वाली धार्मिक महिला थी। बाल्यकाल में महात्मा गाँधी का नाम मोहनदास करमचन्द गाँधी रखा गया तथा माता-पिता प्यार से उन्हें मोहन कहकर बुलाते थे। गाँधी जी की प्रारम्भिक शिक्षा पोरबन्दर के ही स्कूल में हुई। क्योंकि परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक थी, अत: वर्ष 1887 में हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद वर्ष 1888 में वे कानून की ऊँची शिक्षा प्राप्त करने के लिए इंग्लैण्ड चले गए। वर्ष 1891 में भारत वापिस लौटने पर उन्होंने अपनी वकालत आरम्भ कर दी। इंग्लैण्ड जाने से पूर्व उनका विवाह कस्तूरबा गाँधी से हो गया था। सीधी-सादी कस्तूरबा गाँधी को गाँधी जी ने घर में ही रहकर शिक्षित किया तथा कानून से संबंधित जानकारियाँ भी दी। |
15-11-2010, 02:18 PM | #9 |
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Re: " भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
महात्मा गांधी सेतु पटना से हाजीपुर को जोड़ने को लिये गंगा नदी पर उत्तर-दक्षिण की दिशा में बना एक पुल है। यह दुनिया का सबसे लम्बा, एक ही नदी पर बना सड़क पुल है। इसकी लम्बाई 5,575 मीटर है। भारत की प्रधान मंत्री श्रीमती इंदिरा गाँधी ने इसका उद्घाटन मई 1982 में किया था। इसका निर्माण गैमोन इंडिया लिमिटेड ने किया था। वर्तमान में यह राष्ट्रीय राजमार्ग 19 का हिस्सा है।
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15-11-2010, 08:10 PM | #10 |
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Re: " भारत बर्ष के महान लोग और उनकी महान बातें "
विद्रोही जी ने दस सर्ग में झांसी की रानी पर महाकाव्य रचा। यहां उनकी कुछ पक्तियां उद्यत की जा रही हैं।
...."यह झांसी का दुर्ग अटल है, यह सुदृढ़ है यह अविचल है। स्वतंत्रता के अमर समर का, यही यही तो रण स्थल है। क्रुद्ध पवन सनसना उठा था, यहां अनल धन धैर उठा था। आजादी का वीर सिपाही, यहां सूर्ख हो लहर उठा था। .... ....घायल होकर गिरा धरा पर, मांग रहा था पानी, इतने में आ गई वहां पर झांसी वाली रानी। बोली कहां चले सेनानी, समर पंथ के राही बोली झांसी की सेना के ओ जांबाज सिपाही। मां अपने हाथों से मेरे घाव तनिक सहला दे, और अन्तिम बार मुझे भारत का मानचित्र दिखला दे। .... और अन्तिम बार मुझे भारत का मानचित्र दिखला दे। और अन्तिम बार मुझे भारत का मानचित्र दिखला दे। |
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