20-06-2015, 05:37 PM | #1 |
Diligent Member
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30 |
लिंग-निरपेक्ष
हुआ यह कि अन्तर्जाल में इधर-उधर खोदने के बाद हमारे संज्ञान में यह बात आई है कि समाज की कुछ प्रबुद्ध महिलाएँ कुछ इस प्रकार का प्रचार और प्रसार कर रही हैं जैसे सम्पूर्ण पुरुष समुदाय महिला समुदाय का दुश्मन है, महिलाओं की उन्नति और प्रगति में बाधक है और उनकी उन्नति और प्रगति से जलता है। जबकि यह बात बिल्कुल सत्य नहीं है और इस सन्दर्भ में हमारा एक लेख अन्तर्जाल में पहले से प्रकाशित है। हमारे पास इस बात के कई उदाहरण प्रमाण के साथ मौजूद हैं कि कुछेक अपवादों को छोड़कर पुरुष सदा महिलाओं की सहायता करते हैं और स्वयं कुछ महिलाओं ने इस बात की पुष्टि मुक्तकण्ठ से की है। अन्तर्जाल में कुछ प्रबुद्ध महिलाओं द्वारा पुरूषों के विरुद्ध व्यापक प्रचार आैर प्रचार करता देखकर हमारे दोनों कानों के साथ सिर के बाल भी खडे़ हो गए और हमें ऐसा लगने लगा जैसे वह दिन दूर नहीं जब तृतीय विश्वयुद्ध महिलाअों और पुरुषों के मध्य लड़ा जाएगा। अब यक्षप्रश्न यह है कि विश्वयुद्ध के दौरान महिलाओं के आक्रमण से कैसे बचा जाए? विश्वयुद्ध के दौरान जब भी महिलाओं का समूह हमला करने के लिए अग्रसित हो तो पुरूषों को चाहिए कि तुरन्त नब्बे प्रतिशत की भयंकर छूट के साथ महिलाओं के सामने साड़ी और कपड़ों की सेल लगा दें। महिलाएँ हमला करना भूलकर साड़ी अौर कपड़ों की खरीद-फरोख्त में लग जाएँगी और आप बाल-बाल बच जाएँगे। यही नहीं, यदि आप लिंग-निरपेक्ष हैं तो आप अधिक सुरक्षित हैं। अब आप समझ गए होंगे कि हमने लिंग-निरपेक्ष जैसे उत्कृष्ट शब्द का आविष्कार क्यों किया? सूत्र-लेखक ने महिलाअों और पुरुषों के मध्य होने वाले तृतीय विश्वयुद्ध की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए आत्मरक्षार्थ तुरन्त ऐसी आक्रामक महिलाओँ को चिह्नित करके उनसे साँठ-गाँठ कर लिया है और एक बुर्का भी खरीद लिया है जिससे विश्वयुद्ध के दौरान महिलाओं के आक्रमण से बचा जा सके।
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY! First information: https://twitter.com/rajatvynar https://rajatvynar.wordpress.com/ Last edited by Rajat Vynar; 20-06-2015 at 06:24 PM. |
21-06-2015, 01:14 PM | #2 |
Diligent Member
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30 |
Re: लिंग-निरपेक्ष
तृतीय विश्वयुद्ध की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए हमारा दर्जी तो अभी से एडवान्स बन गया है। पैंट की जिप फेल होने पर हमने दर्जी को दिया तो उसने नया जिप लगाने के स्थान पर महिलाअों के वस्त्रों में लगने वाला चिटपुटिया (प्रेस बटन) लगा दिया! आगे देखिए चित्र-
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY! First information: https://twitter.com/rajatvynar https://rajatvynar.wordpress.com/ |
21-06-2015, 01:16 PM | #3 |
Diligent Member
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30 |
Re: लिंग-निरपेक्ष
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY! First information: https://twitter.com/rajatvynar https://rajatvynar.wordpress.com/ |
26-06-2015, 05:40 PM | #4 |
Member
Join Date: Jun 2015
Location: varanasi
Posts: 102
Rep Power: 12 |
Re: लिंग-निरपेक्ष
vyang tak to theek hai, vyang ek halke mahaul ke liye hota hai par ling ke aadhar par sach me kisi ki tarakki rokna ya bhedbhav karna hai to galat hi.akasar gao me sankuchit mansikta itani jyada pai jati hai ki wo ise samanya manne lage hai jo ki hona hi chahiye.Mai swayam iska virodh karta hu.Kisi ko uske karm ka uchit fal na pane dena wo bhi sirf is wajah se ki wo stri ya purush hai ye to galat hoga.agar striya bhi purusho par se bachcho ka adhikar chinne lage to use bura lage ga hi.
|
Bookmarks |
|
|