02-04-2013, 01:38 AM | #1 |
Member
Join Date: Apr 2013
Location: Bihar , India.
Posts: 73
Rep Power: 15 |
तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
ग़ज़ल
---------- मुझको आँखेँ दिखा रही है क्या ? तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?? मेरी हालत पे आबदीदा हो । चोट दिल पर कभी लगी है कया?? बिक गई पर न बच सका बच्चा । पूछ उस माँ से बेबसी है कया ?? क्या कहा? एतेबार? और उस पर ? चाँदनीदिन में खिल सकी है कया ?? टूटना जुड़ना फिर बिखर जाना । नाम इसका ही ज़िन्दगी है कया ?? घर में जावेद आजकल अपने दुश्मनों की कोई कमी है कया ?? Last edited by Hatim Jawed; 02-04-2013 at 01:53 AM. |
02-04-2013, 01:58 AM | #2 |
Administrator
|
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
जावेद जी, आपका फोरम पर स्वागत है, और इस बढ़िया रचना को पढवाने के लिए धन्यवाद। आशा है इसी तरह भविष्य में आपकी और रचनाओं को पढने का मौका मिलेगा।
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
02-04-2013, 06:27 AM | #3 |
VIP Member
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
जावेद जी मजा आएगा आपके साथ
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
02-04-2013, 12:39 PM | #4 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
निश्चय ही एक बेहतरीन सृजन है यह, मित्र जावेद। अगर यह आपकी ही रचना है, तो आप निस्संदेह श्रेष्ठ शायर हैं। स्वागत है आपका।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
02-04-2013, 12:50 PM | #5 |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
हातिम जावेद भाई, एक बहुत सुन्दर ग़ज़ल के लिए आपको धन्यवाद भी और बधाई भी. आपकी शायरी में बहुत संभावनाएं दिखाई देती हैं, मित्र. आपकी आगामी रचनाओं का इंतज़ार रहेगा.
|
02-04-2013, 06:14 PM | #6 |
Exclusive Member
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power: 99 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
अच्छी पंक्तियाँ हैं बन्धु। कृपया निरंतरता बनाए रखें। धन्यवाद।
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
02-04-2013, 10:57 PM | #7 |
Member
Join Date: Apr 2013
Location: Bihar , India.
Posts: 73
Rep Power: 15 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
आदरणिय अभिषेक जी ! बिन्दु जैन जी ! डार्क सेन्ट जी ! रजनीश जी ! एवम् जय जी ! मेरी तुच्छ सी रचना को सराह कर मेरी हिम्मत बढ़ाने के लिए आप सब का बहुत-बहुत धन्यवाद ! मैं यहाँ अभी नया हूँ तथा फोरम के कायदे कानून से अचछी तरह वाक़िफ़ नहीं हूँ, यदि मुझसे कोई ग़लती हो जाए तो कृप्या मार्गदर्शन करेंगे ।
|
03-04-2013, 11:50 PM | #8 |
Diligent Member
|
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
bahut badiya kavita jindgi ki aankho ki aankhe mein aankhe milane ki behatreen koshish hatim ji
Last edited by sombirnaamdev; 04-04-2013 at 11:03 PM. |
09-04-2013, 11:12 PM | #9 |
Member
Join Date: Apr 2013
Location: Bihar , India.
Posts: 73
Rep Power: 15 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
|
09-09-2013, 12:42 AM | #10 |
Member
Join Date: Jul 2013
Posts: 192
Rep Power: 17 |
Re: तेरी औक़ात ज़िन्दगी है कया ?
बेहतरीन पेशक़श की है आप ने जनाब.
|
Bookmarks |
|
|