22-02-2014, 12:29 AM | #1 |
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गुनाह बेलज्जत
गुनाह बेलज्जत हाउस फुल शो यह घटना बहुत वर्ष पहले की है. एक व्यक्ति ने पेन्सिलवेनिया शहर के ऑपेरा हाउस को एक दिन के लिये बुक करवाया. लेकिन उसने वहाँ का कोई कर्मचारी काम पर नहीं रखा. जिस दिन की बुकिंग थी वह अभी डेढ़ महीना दूर थी. नियत तारीख से एक माह पूर्व उस व्यक्ति ने शहर के प्रमुख व्यापारिक इलाके में एक बोर्ड लगवा दिया जिस पर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा था: “वह आ रहा है!” नियत तारीख से एक सप्ताह पहले उसने बोर्ड बदल दिया अब उस पर बड़े बड़े अक्षरों में लिखा था: “वह आगामी 31 तारीख को ऑपेरा हाउस में होगा!” शो से एक दिन पहले बोर्ड पर लिखा था: “वह आ पहुंचा है” शो वाले दिन सुबह लोगों ने यह बोर्ड देखा: “आज रात 8.30 पर वह ऑपेरा हाउस में होगा” अब तो लोगों की उत्सुकता अपनी चरम सीमा पर थी. उस शाम को वह व्यक्ति स्वयं बॉक्स ऑफिस में बैठ कर टिकट बेच रहा था- प्रति टिकट मूल्य था दस डॉलर. तुरंत हाल में मौजूद सभी सीटों के टिकट बिक गये. जब साढ़े आठ बजे परदा उठाया गया तो लोगों की निगाह मंच पर टंगे एक बड़े से बैनर पर पड़ी जिस पर लिखा था: “वह चला गया है !!” **
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22-02-2014, 08:24 AM | #2 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
भारत में तो थियेटर जला देते!
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22-02-2014, 09:06 PM | #3 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
बाद में तो एक्शन लिया ही जाता है लेकिन एक बार तो ठगी करने वाले अपना करतब दिखा देते हैं. उनकी meticulous planning के लिये मुंह से एक बार तो 'वाह' निकल ही जाता है.
राय प्रेषित करने के लिये आपका धन्यवाद, विश्वनाथ जी.
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22-02-2014, 11:45 PM | #4 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
ठगी से नौकरी
ऑस्ट्रेलिया के महानगर सिडनी में पुलिस ने एक ठग को गिरफ्तार किया जिसने कुछ दिनों के अन्दर चार उद्यमियों को ठग लिया था. हालांकि ठगी की रकम अधिक नहीं थी, फिर भी ठग द्वारा अपनाई गई कार्य प्रणाली (modus operandi) अनोखी थी जो इस प्रकार थी: एक व्यक्ति ने चार अलग अलग जगह नौकरी के लिये आवेदन किया और चारों जगह से उसे नौकरी पर रख लिया गया. पहले स्थान पर उसने काम शुरू कर दिया. फिर उसने खुद ही बेनामी टेलीफोन कर के मालिक को सूचित किया कि जिस आदमी को नौकरी पर रखा गया है, वह कम्युनिस्ट विचारधारा से जुड़ा है. उस स्थान पर कम्युनिस्टों को अच्छी निगाह से नहीं देखा जाता था. अतः उसकी वहां से छुट्टी कर दी गई. इक सप्ताह के नोटिस के एवज में उसे एक सप्ताह की तनख्वाह का भुगतान कर दिया गया. इसी प्रकार अन्य तीन स्थानों पर भी यही किया गया. उस व्यक्ति को बिना काम किये ही एक माह का वेतन मिल चुका था. इन चार मालिकों को दाल में कुछ काला नज़र आया सो उन्होंने उस व्यक्ति के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट की. जल्द ही उस ठग को पकड़ लिया गया. उसने अपनी कारस्तानी स्वीकार कर ली. उसने बताया कि वह बिना काम किये जल्द पैसा कमाना चाहता था. **
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22-02-2014, 11:47 PM | #5 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
अनोखा कर्ज़
अमरीका के टेक्सस शहर में एक व्यक्ति को तेल का कुआँ खोदने के लिये धन की जरुरत थी. उसके पास इतनी रक़म नहीं थी. उसने अखबार में विज्ञापन दिया कि ‘मुझे 1000 ऐसे व्यक्तियों की जरूरत है जो मुझे 100 डॉलर प्रति व्यक्ति के हिसाब से रकम दे सकें.’ उसने सभी निवेशकों को बिना शर्त यह गारंटी भी दी कि वह यह रकम (100 डॉलर प्रत्येक) दस साल बाद लौटा देगा. उसने यह भी भरोसा दिलाया कि कुएं से तेल निकलने की सूरत में उन्हें मुनाफ़े का अंश भी मिलेगा. जल्द ही पोस्ट ऑफिस के ज़रिये उसे लोगों द्वारा भेजे गये 100-100 डॉलर कर के कुल 100000 डॉलर (एक लाख डॉलर) प्राप्त भी हो गये. पोस्ट ऑफिस वालों को उस पर कुछ शक हुआ. अतः उन्होंने उस पर दृष्टि रखनी शुरू की. अब इधर इस शख्स ने सभी निवेशकों के नाम से दस साल बाद 100-100 डॉलर की maturity value के सेविंग बॅांड खरीद कर उन्हें डाक से भिजवा दिये. अब पोस्ट ऑफिस वालों को भी कोई शक या शिकायत न रही. इस कार्यवाही पर उसे 75000 डॉलर खर्च करने पड़े. उसके पास जो बाकी 25000 डॉलर बचे उसकी सहायता से उसने तेल के कुएं की खुदाई करवाई और कुछ समय बाद सफल होने पर उसने तेल बेचना भी शुरू कर दिया. प्रथम दृष्टि में देखा जाए तो इस काम में कोई धोखाधड़ी नज़र नहीं आती बल्कि उस व्यक्ति की बुद्धिमानी ही दिखाई देती है. **
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23-02-2014, 12:44 AM | #6 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
इससे उस व्यक्ति का क्या नुकसान होता
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
23-02-2014, 12:45 AM | #7 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
मजेदार सूत्र है रजनीश जी
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23-02-2014, 06:14 PM | #8 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
ठगों के दिमाग की दाद देनी होंगी.........
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23-02-2014, 10:54 PM | #9 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
सूत्र विषयक विचार देने के लिये आप दोनों मित्रों को मेरा हार्दिक धन्यवाद.
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22-04-2014, 04:50 PM | #10 |
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Re: गुनाह बेलज्जत
ठगों की दिमाग की करतूत बड़ी अजीब हे
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