29-09-2012, 01:04 PM | #21 |
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Re: दस साल दस गाने
नौवां गाना
गुलजार साहब की लेखनी ने नया करने की ठानी और जिगर की आग से बीड़ी जल उठी सुनिधि और सुखविंदर की आवाज़ विशाल भरद्वाज का संगीत
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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