03-12-2012, 10:04 PM | #21 |
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Re: छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी
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08-12-2012, 12:20 PM | #22 |
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Re: छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी
अगर मैं सच कहू, तो छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी पढने और उनके कई विडियो, फिल्में, टीवी सीरियल के क्लिप्स, महारास्त्रियन पोव्दा देखने के बाद मुझे आज समझ में आया मराठी मानुस का आखिरकार कांसेप्ट क्या है।
क्यों हर मराठी अपने आप को मराठी बोलने जाने पर गर्व करता है, इसमें हमलोग इसका भी कारण पता लगा सकते है क्यों कोई बिहारी कही भी अपने को बिहारी बोला जाना पसंद नहीं करता (यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव रहा है, कृपया इसको फोरम के बिहार प्रांत के सदस्य अपने ऊपर ना ले ले।) यह आज मेरे जेहन में सवाल आया है की क्यों मराठी मानुस करके एक काफी पोपुलर कांसेप्ट है और बिहारी मानुस का किसी ने नाम नहीं सुना। इसके बहुत सारे कारण हो सकते हैं। एक जो मुझे लगता है बिहार की बर्बादी, देश की आज़ादी के बाद बाकी देश जितना आगे गया बिहार उतना भी पीछे जाते गया। जहाँ देश के बाकी इलाके जैसे महाराष्ट्र, गुजरात, दक्षिण भारत, मध्य भारत, उड़ीसा तेजी से उन्नति कर रहे हैं, बिहार वही पड़ा हुआ है। केवल आख्ड़ेबाज़ी हो रही है। रिपोर्ट में दिखाया जा रहा है बिहार 12 परसेंट 14 परसेंट से ग्रो कर रहा है। जरा सोचिये अगर किसी गरीब आदमी की आय 10000 रुपैये सालाना है तो अगले साल वो 12000 हो गयी तो ग्रोथ कितना हुआ, 20 परसेंट। लेकिन एक सेठ जो हर साल 1 करोड़ कमाता है तो अगले साल उसने 1 करोड़ 10 लाख कमाए तो ग्रोथ कितना हुआ 10 परसेंट तो यही अंतर है बाकी धनी राज्यों में और बिहार में। लेकिन मीडिया में उसको दिखाया जा रहा है की नितीश जी देखिये बिहार को कितनी तेजी से आगे बढ़ा रहे हैं। अब बताइये ऊपर दिए गए एक्साम्प्ल में गरीब आदमी को उस धनी सेठ के बराबर पहुचने में कितने साल लगेंगे। हा हा हा। छोड़िये बस यह समझ लीजिये बहुत बहुत साल लगेंगे। हाँ तो मैं बात कर रहा था आखिरकार मराठियों को अपने मराठी मानुस होने पर इनता गर्व क्यों है। यह गर्व और अभिमान देखना है तो ऊपर गए विडियो को देखिये। मैंने पिछले 1 हफ्ते में यह विडियो करीब 20-25 बार देख चूका हूँ। इसमें मराठी स्वाभिमान को जिस तरह से फिल्माया गया है वो देखते ही बनता है। मैंने इसके कुछ दृश्य को कैप्चर किया है आइये उनको देखते हैं। विडियो में दिखाया गया है की आदिल शाह की बड़ी बेगम अफज़ल खान को शिवाजी को मारने भेजती है और फिर शिवाजी अपनी युक्ति, सुझबुझ और ताक़त से अफज़ल खान का संहार करते हैं। अफज़ल खान प्रतापगढ़ के किले पर भगवा झंडा देखते हुए। प्रतापगढ़ का किला। यह विवरण सुनकर शिवाजी का सेवक और फिल्म का नायक एक अद्भुत गर्व का अनुभव करते हुए। प्रतापगढ़ के किले और झंडे का बखान करते हुए गायक। शिवाजी और उनका सेवक
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08-12-2012, 12:56 PM | #23 |
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Re: छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी
शिवाजी के सामने सम्मान से नतमस्तक गायक।
सुनने वालो की तरफ इशारा करके कहता हुआ की देखो कितने महान है शिवाजी जिसने मराठी स्वाभिमान की रखा की। फिल्म का नायक जिसे अब तक मराठी मानुस होने पर शर्म महसूस होती थी अब यह गाथा सुन कर गर्व से रोमांचित होता हुआ। नोट :: जिस फिल्म से यह पोवडा लिया गया है वो फिल्म मराठी फिल्म इतिहास की सबसे सफल फिल्म है।
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08-12-2012, 01:04 PM | #24 | |
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Re: छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी
Colonel Anil Athale (retd) जो की मराठी हिस्ट्री के जाने माने जानकार हैं और Maratha Struggle for Empire के लेखक है, ने लिखा है,
Quote:
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08-12-2012, 01:13 PM | #25 |
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Re: छत्रपति शिवाजी महाराज की कहानी
हाँ तो मैं रहा था की मराठियों को शायद इसी गौरवशाली इतिहास पर गर्व, जब शिवाजी और मराठा 17वी और 18वी शताब्दी में मुगलों की ऐसी की तैसी कर रहे थे तो बिहार में क्या हो रहा थे, एक मिनट, तब बिहार तो था ही नहीं वो तो बंगाल का हिस्सा था। उस समय बंगाल मीर जफ़र की गद्दारी और प्लासी की लड़ाई और शाह आलम की हार के बाद अंग्रेजो के कब्जे में चला गया था। अगर मैं यहाँ कही गलत हूँ तो कृपया मुझे इतिहास के जानकार सही कर दे। हाँ तो इस बीच बिहार लीडर लेस ही रह गया।
अपने पीक टाइम पर मराठा साम्राज्य इतना फैला था। पता नहीं कुछ इतिहासकार ऐसा क्यों बोलते है की अंग्रेजो ने मुगलों से भारत छीना था, मेरा विचार है की पानीपत की लड़ाई के बाद मराठा कमजोड हो गए और फिर अंग्रेजो ने अपना प्रभुत्व स्थापित कर लिया। मुग़ल तो औरंगजेब के आखिर में ही दिल्ली के आसपास के इलाके तक सिमट गए थे।
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