17-01-2011, 09:58 PM | #2701 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
छात्र (अध्यापक से)- मुझे बर्ड फ्लू हो गया था. अध्यापक- क्या! ये तो मुर्गे की बीमारी होती है. छात्र- आपने मुझे इंसान छोड़ा ही कहां है रोज तो मुझे मुर्गा बना देते हो.
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 09:59 PM | #2702 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
अध्यापिका (छात्र से)- टेस्ट याद है?
छात्र- मैडम मैं जैसे ही पढ़ने बैठा तो लाइट चली गयी, बाद में मैं इस डर से पढ़ने नही बैठा कि कहीं मेरी वजह से फिर लाइट न चली जाए
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:00 PM | #2703 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
छात्र (अध्यापक से)- सब लोग हिंदी-इंग्लिश में बोलते हैं, गणित में क्यों नही बोलते?
अध्यापक (छात्र से)- ज्यादा 3-5 ना कर 9-2-11 हो ले, नहीं तो 4-5 धर दूंगा तो 6 का 36 दिखने लगेगा.
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:01 PM | #2704 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
बेटे को डांटते हुए पिता बोले: अमेरिका में 15 साल के बच्*चे भी अपने पैरों पर खड़े हो जाते हैं.
हैरान बेटा बोला: लेकिन पापा भारत में तो एक साल का बच्*चा भागने भी लगता है
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:03 PM | #2705 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
पतिः आज खाने में क्या बनाओगी?
पत्नीः जो आप कहो. पतिः दाल – चावल बना दो. पत्नीः अभी कल ही तो खाया था. पतिः … तो रोटी बना लो. पत्नीः बच्चे नहीं खाएंगे. पतिः तो छोले – पूरी बना लो. पत्नीः मुझे हैवी लगता है. पतिः अंडे की भुजिया बना लो. पत्नीः आज गुरुवार है. पतिः परांठे ?? पत्नीः रात को परांठे कौन खाता है? पतिः होटेल से मंगवा लें ? पत्नीः रोज – रोज होटेल का नहीं खाना चाहिए. पतिः कढ़ी – चावल? पत्नीः दही नहीं है. पतिः इडली – सांभर. पत्नी : उसमें टाइम लगता है. पहले बोलना चाहिए था ना. पतिः मैगी ही बना लो, उसमें टाइम नहीं लगेगा. पत्नीः वह कोई मील थोड़ी ही है , पेट नहीं भरता. पतिः फिर अब क्या बनाओगी ? पत्नीः जो आप कहो.
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:05 PM | #2706 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
संता- दुनिया का सबसे पुराना जानवर कौन-सा है? बताओ तो जरा.
बंता- जेब्रा संता- वो कैसे ? बंता- क्योंकि वह ब्लैक ऐंड व्हाइट है.
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:06 PM | #2707 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
आजादी की लड़ाई के दिनों में महात्मा गाँधी के खादी प्रेम के चलते सभी को खादी ही प्रयोग करनी पड़ती थी. पंडित नेहरु को सर्दियों में लग गया जुकाम अब खादी का रुमाल होता है खुरदरा. बस जब नाक पोंछनी नाक पर खादी रेगमार जैसे काम करती. इस मारे नाक एक दम लाल हो गया.
गाँधी जी ने नेहरु के लाल नाक को देख कर कहा कि – क्यूँ भई जुकाम कैसा है. नेहरु जी बोले – चिंता की बात नहीं आप के खादी के रुमालों से कुछ दिनों में नाक ही नहीं रहेगा फिर जुकाम ही न होगा
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:07 PM | #2708 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
सैनिकों की भर्ती चल रही थी. पहले राजू की बारी आयी.
जाँच करने वाले ने कहा, अपनी छाती दिखाओ. राजू बोला, छाती क्या दिखाऊं, छाती तो युद्ध में दिखाऊंगा. भर्ती करने वाला इस पर बहुत खुश हुआ और उसको चुन लिया. उसके तुरन्त बाद सोनू की बारी आयी. जाँच करने वाले ने कहा, पीठ दिखाओ. सोनू तपाक से बोला, पीठ क्या दिखाऊँ, पीठ तो युद्ध में दिखाऊँगा.
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:09 PM | #2709 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
बीत गया जो साल भूल जाएँ, उस नये साल को गले लगाये,
करते हैं दुआ हम रब्ब से सर झुका के, इस साल के सारे सपने पूरे हो आपके! नया साल मुबारक हो
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
17-01-2011, 10:10 PM | #2710 |
Exclusive Member
|
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
जाने वाले साल को प्यारी सी विदाई, आने वाले साल को सलाम, फूल का गुलदस्ता नहीं कागज़ पर सपना हैं नया साल मुबारक हो यही मेरी तमन्ना है, नया साल 2011 मुबारक
__________________
ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
Bookmarks |
Tags |
संता बंता, cool jokes, fun, funny hindi jokes, hindi jokes, hot jokes, indian jokes, jokes, santa banta, shayari |
|
|