20-01-2013, 11:06 PM | #21 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
20-01-2013, 11:09 PM | #22 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
तो किसकी प्रतीक्षा हो रही है आपको सिकंदर बन्धु ... क्या 'धरती' जी की या फिर 'हृदय के उबलते जज्बातों' जी की ..:egyptia n:
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20-01-2013, 11:10 PM | #23 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
अरे वाह ... कौन हैं वो, बताइये तो हुज़ूर। अभी पैगाम भेजवा देते हैं, इस हिदायत के साथ कि कासिद से ज्यादा लप्पा- झप्पा नहीं किया जाए।
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दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
20-01-2013, 11:13 PM | #24 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
फिर ठीक है ... मैं मनुष्यों को ठप्पा लगाते देखता हूं।
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20-01-2013, 11:18 PM | #25 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
मनुष्य और मशीने एक साथ कार्य करती हैं ....साथ साथ कार्य करती हैं ... ..
.. मनुष्यों को प्रोत्साहन की आवश्यकता महसूस होती है .. किन्तु किन्तु मशीने बिना रुके .. बिना थके ... बिना किसी प्रोत्साहन की प्रतीक्षा किये ... अनवरत अपना कार्य करती रहती है .....
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20-01-2013, 11:28 PM | #26 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
मैं दरअसल गीता के सन्देश को अपने लिए ईश्वरीय आदेश मानता हूं, कर्म किए जा ... इस अर्थ में मैं एक मशीन ही हुआ। इसलिए कोई भाषा हो, कोई देश, कोई संस्कृति और कोई संस्कार; जहां से बुलावा आता है, योगदान करने पहुंच जाता हूं। यह भी संभवतः वही प्रारूप है।
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21-01-2013, 12:14 AM | #27 | |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
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jai bhai aur anil bhai ko maloom hai
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21-01-2013, 01:14 PM | #28 | |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
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2.क 3.ख |
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21-01-2013, 07:15 PM | #29 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
सूत्र में जीवंत प्रविष्टि के लिए कोटि कोटि आभार ताराबाबू।
शीघ्र ही सूत्र में कुछ नवीनतम अपडेट के साथ उपस्थित होऊँगा। सभी अदृश्य अतिथियों को भी अनंत आभार।
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22-01-2013, 12:14 AM | #30 |
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Re: हिंदी मंच और इसके सदस्य .............
बन्धुओं, जैसा कि आप सभी को पता ही है कि अति व्यस्तता के कारण आजकल हिंदी मंच में प्रविष्टियाँ बहुत कम आ रही हैं। इससे मंच के पाठक सदस्यों के साथ मंच संचालक भी काफी परेशान है। पाठक सदस्य हिंदी मंच के चक्कर लगा लगा कर थक गए थे पर नवीन कुछ भी नहीं मिल रहा था उन्हें । इसी सूत्र की प्रविष्टि संख्या 14, 15, 16, 17 और 18 में मंच पर सक्रिय न होने के कुछ बहाने लिखे तो अभिषेक जी ने एक बैठक रखी और सारे बहानों का पोस्टमार्टम किया है। अब हुआ क्या कि अभिषेक जी के यहाँ बैठकी तो पिछले दिन ही हो गयी थी, लेकिन जैसा कि हर आयोग मे होता है, इस मीटिंग के मिनट्स भी लीक हो गए। अब अलैक जी जैसे खोजीपत्रकार मौका काहे चूकते, धर दिए, पटाक से अपने सूत्र पर नमक मिर्च लगाकर (हालाँकि आप वह सूत्र मंच पर खोज नहीं पायेंगे क्योंकि ऐसा कोई सूत्र बना ही नहीं है)। लेकिन भई असली मैटीरियल तो इधर है, बिना लाग-लपेट के। अतः इसे देखें और भरपूर मजा लिया ले बहानों के इस पोस्टमार्टम का।
1. आजकल काफी व्यस्त चल रहे है। वाह बरखुरदार। तुमने तो मंच भ्रमण को ठलुओं का काम बना दिया। इसका मतलब ये है कि पिछली जितनी भी पोस्ट लिखी थी, तब फुल्ली फालतू थे। यदि ऐसा नही, तो तब क्यों लिखी थी और अब क्यों नही लिख रहे? 2. कुछ दिनो के लिए बाहर चला गया था। बाहर गए थे तो फोटो चिपकाओ, कोई सबूत भी तो होना चाहिए ना। अंदर कर दिए गए तो जमानत किसने दी? ये अंदर बाहर तो चलता ही रहेगा, प्रविष्टियाँ जारी रहनी चाहिए, वरना….. 3. बच्चों के इम्तिहान चल रहे है। हाँ तब ठीक है, वो लोग पोस्टिंग भले ना करे, पर तुम तो करो… 4. घर का कम्प्यूटर/इंटरनैट कनैक्शन खराब हो गया था। अब अपने जैसे ऐरे गैरे आलतू फालतू लोगों से कम्पयूटर लोगे तो ऐसा ही होगा। लैपटाप किधर गया? फिर ऑफिस वाले कम्प्यूटर पर क्या पाला गिर गया है? वहाँ से करो, अगर कंही कुछ नही होता तो हम किस मर्ज की दवा है, यहाँ पर आकर करो, चाय नाश्ता (सब्जेक्ट टू एडमिन’स मूड) मिलेगा सो अलग। 5. एक प्रोजेक्ट की डैडलाइन है, उसके बाद पोस्टिंग करेंगे। हो गया बंटाधार। तुम्हारे पिछले प्रोजेक्ट कभी टाइम पर पूरे हुए है जो अब होंगे। प्रोजेक्ट गया तेल लेने, पोस्टिंग करो, प्रोजेक्ट तो वैसे भी तुम लटका लटका कर पूरे करते हो, हमे पता है।
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