03-05-2011, 08:40 PM | #31 |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
मुठभेर को कोई निसान मोजूद नही है. सिर्फ फर्श पे खून है.
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किसी की आलोचना मत करो. बस उसके विचारों से कुछ फायदा उठायो.हर बेकार चीज़ मैं भी एक कार छुपी है. |
05-05-2011, 01:24 AM | #32 |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
ओसामा बिन लादेन, किसी के लिए आतंकवादी, तो किसी के लिए शहीद, या यूँ कहें कि ऐसा व्यक्तित्व जिसने अपने हिस्से से बहुत ज्यादा भाग छें लिया नियति से....
आप मान सकते हैं वह अमेरिकी सेना की पैदाइश था, शीत युद्ध की उपज, और शायद कुछ लोग यह भी कहें कि वह आखिरी सांस तक अमेरिका के लिए ही काम कर रहा था, अमेरिकी सरकार के लिए, मेरा मतलब है ... पर कुछ भी स्पष्ट नही है . पूछिए कैसे.. उत्तर अगले ३० साल के मास्टर प्लान में छिपा है , और बच्चा बच्चा जानता है , यह लड़ाई तेल की है, और उसके लिए खाड़ी पर धाक ज़माने की, ९/११ को जो हुआ यदि उसके पीछे की सच्चाई जाननी है तो you tube पर जाकर ९/११ inside job के एपिसोड देख लीजिए, फ़िर उस पर चर्चा करने को कुछ नही बचेगा , २१ एपिसोड की यह कहानी स्वयं सिद्ध है ... वापस आते हैं ओसामा पर, अमेरिका के अंदर के एक हिस्से ने उसे झेला, दुसरे ने उससे लाभ उठाया , और जहाँ मोटिव हो, वहाँ मर्डर होता है , बहुत पुराना वाक्य है ...... ९/११ को अमेरिकी जनता मारी गयी थी, २०११ तक लगे ३ ट्रिलियन डॉलर दे कर अमेरिकी जनता फ़िर मारी गई है .... शायद विश्व के सबसे ताकतवर देश के नागरिक होने की यह कीमत है आपका विक्की |
05-05-2011, 02:04 AM | #33 |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
व्हाइट हाउस ने ओसामा के मृत शरीर की तसवीरें जारी करने से इनकार कर दिया है! उनका मानना है कि तस्वीरें देखकर मुस्लिम देशों में लोग भड़क सकते हैं! साथ ही इस बात पर कुछ लोगों ने अमेरिका कि निंदा की कि निहाठे ओसामा को इस तरह से मारना गलत है!
उन मूर्खों से कोई पूछने वाला हो कि ट्रेड सेंटर में काम कर रहे लोगों के पास कोन से हथियार थे जिनकी हत्या का आरोप इस वेह्शी पर है! मिडल ईस्ट के कुछ देश और अरब , पलेस्तीन,अफगानिस्तान जैसे देशों में अगर लोग ओसामा को चाहते थे तो समझ आ सकता है, लेकिन जाने माने राजनीतिज्ञ सिर्फ थोड़ी सी चर्चा पाने के लिए उल-सलूल बयानबाजी कर रहे हैं! ये जानते हुए भी कि अमेरिका को फर्क तक नहीं पड़ता कि कोनसा देश क्या सोचता है उसके बारे में! अमेरिका के रक्षा मंत्रालय के सलाहकार ने कल रात एक लोकल समाचार चैनल से बातचीत में कहा कि हमें पता है हमने क्या किया! और ये तो हमारी दयालुता है जो ओसामा के सर पर गोली मारदी और वो बिना तडपे ही मर गया! आगे बोलते हुए उसने कहा कि हम जानते हैं कि कुछ लोग हमारे इस तरह कि कारवाही कि निंदा कर रहे हैं , लेकिन गुस्सा इस बात का है कि उनमें से कुछ लोग अमेरिका में रह रहे हैं! |
05-05-2011, 02:09 AM | #34 | |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
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वैसे भी अमेरिका कि ख़ुफ़िया एजेंसी सी.आई.ए. बता चुकी है कि ओसामा निहाथ्ता था और उसके साथ उसकी एक बीवी थी! और उसकी बीवी ने कुश ऐसी हरक़त कि जिससे कमांडर दल को उसके पांव में गोली मारनी पड़ी और अगली गोली ओसामा के चेहरे पर चलायी गयी! तो निहत्थे आदमी से मुठभेड़ में कितनी गोलियां चलानी पड़ी होंगी दुनिया के सबसे शातिर और बहादुर कमांडों के दल को???? (ये स्टेटमेंट अमरीकी गुप्तचर एजेंसी ने जारी की, वैसे इनकी स्टेटमेंट्स बार बार बदल रही हैं!) |
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05-05-2011, 05:23 PM | #35 | |||
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
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इस बात में दम है कि कैसे दो टावर ताश के पत्तों की तरह गिर गए लेकिन अफगानिस्तान जैसी धूलधूसरित जगह पर हमला करने के लिए अमेरिका जैसा देश अपने ४०० कुत्ते भी नहीं मरवा सकता, ४००० नागरिक तो एक बड़ी बात है | इतिहास गवाह है कि अमेरिका ने किसी भी कार्य को करने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई चाहे वह दुसरे देश में जा के हमला करना ही क्यूँ ना हो फिर अफगानिस्तान में ऐसा क्या खास था ??? सनद रहे कि वर्ड ट्रेड सेंटर के टावर गिरना अमेरिका के लिए नाक कटने जैसा था और अमेरिकी समाज की मेरी जितनी समझ है उसके अनुसार टावर खुद गिराने वाली बात असंभव ही लगती है | हमारे यहाँ की तुलना में दैनिक अमेरिकी जीवन में जन सामान्य की गुणवत्ता काफी अधिक है और वहाँ पर इस बात की गुंजाइश नहीं रहती कि राजनीतिक फायदे के लिए अपने लोगों को मरवायेंगे | ओसामा को पालना भी एक राजनीतिक तथ्य है किन्तु क्या यह कोई पहली घटना थी? युद्ध में कई बार एक पक्ष दुसरे पक्ष के दुश्मन को अपने साथ मिला कर चक्रव्यूह बनाते हैं, हाँ अमेरिका ने ओसामा की अक्ल कम आंकी थी | खैर ... युद्ध में समस्या आती ही है, आर्थिक समस्या भी रहती है | दो टावर गिराने पर अमेरिका ने इतने साल ओसामा का पीछा किया और मार कर दम लिया | यहाँ क्या हुआ? पहले संसद, फिर अक्षरधाम, मालेगांव, रघुनाथ मंदिर, दिल्ली, वाराणसी, मुंबई.... एक के बाद एक हमले होते रहे और हमारे खादी कपडे वाले हिजड़े उन आतंकियों को दाल मखनी खिला के उन्हें उर्दू में अदालती कोमिक्स पढवाते हैं | देश प्रेम तो दूर की चीज़ है अगर इनमें दो तोले सामान्य बुद्धि भी होती तो कब का अफजल और कसाब को चौराहे पर लटका दिया होता | अमेरिका में आर्थिक मंदी है! ये बात सही है, शायद इतिहास में सबसे बुरी और सबसे लम्बी मंदी है जिसका असर सारे विश्व पर हो रहा है | आज महज ४ डॉलर जैसी नगण्य राशि के लिए लडकियां कैमरे पर कपडे उतार रही हैं... ये वो लडकियां नहीं जो पेशेवर हों बल्कि ये वो हैं जिन्हें पैसे की जरुरत हैं | 10-12 डॉलर जैसी रकम के लिए कुछ करने वाले जाने कितने अमेरिकी वेबसाईट पर मिल जायेंगे | लेकिन इसके लिए अगर युद्ध को दोष दें तो उतने ही दोषी दिल्ली और हैदराबाद के काल सेंटर भी हैं जो अमेरिकियों की नौकरी छीन रहे हैं | Quote:
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पाकिस्तान की बात करना व्यर्थ है, केंचुओं का ना कोई सम्मान होता है ना उनका कोई मत | |
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05-05-2011, 06:57 PM | #36 |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
ओसमा कहाँ है जिन्दा है या मर गया इसका कोई सबूत नही फिर
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Gaurav kumar Gaurav |
05-05-2011, 09:08 PM | #37 |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
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05-05-2011, 09:35 PM | #38 | |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
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मै गोरो पर बिशवास नही करता
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Gaurav kumar Gaurav |
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06-05-2011, 03:09 AM | #39 | |
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
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लाश दिखा भी दी तो क्या हो जायेगा! अमेरिका परवाह नहीं करता कि दुसरे देश या लोग क्या सोचते हैं उसके द्वारा किये जा रहे कामों के बारे में .. , तभी तो राज कर रहा है दुनिया पर बंधू ! |
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06-05-2011, 12:27 PM | #40 |
Diligent Member
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Re: ओसामा बिन लादेन की मौत
उपरोक्त चित्रों में पहला वाला चित्र कल तक सारे बड़े समाचारिक माध्यमो से दिखाया जा रहा था ! परन्तु काफी समानताएं हैं इन दोनों चित्रों में ...एक मौत के बाद का है तो दूसरा कई साल पह...ले का ! अब आप ही खुद देखकर अंदाज़ा लगाएं की इतने वर्षों बाद भी इतनी समानताएं कैसे हो सकती है ? हँसने का अंदाज़, दाढ़ी के वही निश्चित सफ़ेद बाल...इत्यादी ! क्या ये पहला चित्र फोटोशोप का कमाल नहीं लगता ? ...??
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( वैचारिक मतभेद संभव है ) ''म्रत्युशैया पर आप यही कहेंगे की वास्तव में जीवन जीने के कोई एक नियम नहीं है'' |
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