10-09-2011, 03:20 PM | #101 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
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10-09-2011, 09:57 PM | #102 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
अरविन्द जी की फॉर्म में शानदार वापसी..
जबरदस्त लिखा है.. बहुत ही बढ़िया.. जितनी तारीफ़ की जाए कम है.
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15-09-2011, 01:33 PM | #103 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
हमारे खेल संवाददाता श्री धर-पकड़ चौरसिया कुछ दिनो के लिए व्यक्तिगत कारण से छुट्टी पर चले गए है। श्री चौरसिया जी जब तक छुट्टी पर है तब तक के लिए उनका कार्य बसावन भाई देख रहे है। पिछले दिनो भारत-इंग्लैंड के बीच जो टेस्ट सिरीज़ खेला गया, उसे कवर करने के लिए बसावन भाई इंग्लैंड के दौरे पर गए थे। उन्होने उस वक्त जो खेल के मैदान से रिपोर्ट भेजी थी, उस वक्त अपरिहार्य कारणो से उसका प्रसारण "अभीतक" चैनल पर नहीं किया जा सका था। वही रिपोर्ट अब हम आपके सामने पेश कर रहे है। वास्तव में ये बसावन भाई कि क्रिकेट पर पहली कवरेज है। और जहा तक मुझे पता है कि बसावन भाई को क्रिकेट के बारे में उतना ही पता है, जितना राम-कटोरी को होनोलूलू के बारे में पता है।
तो आईए देखते है बसावन भाई कि क्रिकेट पर पहली बार एसक्लूसिव रिपोर्ट। हम बसावन भाई बोल रहा हूँ विलायत से। इस समय हम खड़ा है लॉर्ड्स के मैदान में, जहा अब से थोड़ी देर में भारत और अंग्रेज़ के बीच किरकीट का मैच होने वाला है। मैदान दर्शको से ठेलमठेल है। लगता है कि ससुर अंग्रेज़ लोग गरीब हो गया है। मर्दाना लोग खाली अंडरवियर पहिना है और ज़नानी लोग - छी,छि। अपना देश मे गरीब लोग भी पूरा कपड़ा पहनता है, अब ई अंग्रेज़ तो अपना देश का गरीब लोग से गरीब हो गया है, तभी तो एतना कम कपड़ा पहन रहा है सब लोग। मैदान के बीच में दु तरफ तीन-तीन ठो डंडा गाड़ा हुआ है और उसके पर दु-दु ठो गुल्ली रख दिये है। ई सब देख के कौनों डाउट नहीं है कि किरकीट का खेल अपना गुल्ली डंडा देख के अंग्रेज़ लोग शुरू किया था। मैदान में कुछ हलचल बढ़ रही है। सामने का बड़ा बिल्डिंग से झक सफेद कपड़ा पहन के दु ठो आदमी (एम्पायर) मैदान मे आ रहा है। पब्लिक लोग हल्ला कर रहा है। पीछे-पीछे सफेद कपड़ा पहने और दु आदमी लोग (दोनों टीम के कप्तान) मैदान में आ गया है। चारो आपस मे कुछ बतिया रहे है। तभी एक आदमी पाकिट में से सिक्का निकाल कर ऊपर फेका। अरे.... ई का... दूसरा साल्ला पक्का चोर निकला, पैसा जैसे ही नीचे गिरा, उठा के अपना पाकिट में डाल लिया, उ भी पब्लिक के बीच। ससुर के नाती, इंडिया होता, तब बुझा जाता। समुचा लालबाग-कंकडबाग एक ही लपड़ में सामने आ जाता। फिर माइक मे कुछ अंगेरजी में गिडबीड़ का आवाज हुआ। पब्लिक लोग फिर से हल्ला किया। अबकी बार फिर से 10-12 लोग सफेद कपड़ा पहन के मैदान मे आ गया है। ई सब का हो रहा है, हमको तो कुछ बुझाईए नहीं रहा है। फिर माईक में कुछ अंगेरजी में बकबकाया। पब्लिक फिर हल्ला कर रहा है। अरे... ई का दु ठो और लोग सफेद कपड़ा पहन के, पैर में प्लास्टर (पैड) बांध के और हाथ में लाठी (बैट) पकड़ के बैलेन्स में चल कर आ रहा है। हम्म.... तो अब समझ में आया.... इहाँ किरकीट-वीर्किट कुछ नहीं होगा। पहिले तो सफेद कपड़ा में चार गो डाक्टर लोग आया। उसमे एकठो पैसा चोर भी है। फिर 10-12 ठो कंपाउंडर लोग आया और अंत में मरीज लोग, जिसका का पैर का ऑपरेशन होगा। और मरीज का इतना रिश्तेदार लोग आ गया कि मरीज का ऑपरेशन मैदान में करना पड़ रहा है। इसका मतलब हम गलत जगह आ गए है। आप लोग से क्षमा चाहते है, हमका आपलोग माफ कर दीजिएगा, हम तबतक पता करता हूँ कि किरकीटवा आखिर हो कहा रहा है। तबतक के लिए राम-राम। |
15-09-2011, 02:55 PM | #104 | |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
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काम्या
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16-09-2011, 02:39 PM | #105 | |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
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जब भी कहीं भेजो कहीं और पंहुच जाता है
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16-09-2011, 04:08 PM | #106 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
bahut hi badhiya...
arvind ji maza aa gayaa...
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16-09-2011, 04:19 PM | #107 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
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16-09-2011, 08:02 PM | #108 | |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
Quote:
फिर मेनका मैम दुर्लभ प्रजाति के शिकार का मुकदमा चैनल पर करेगीं
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16-09-2011, 09:05 PM | #109 | |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
Quote:
एक तो बसावन मियां इतने दिनों से गायब the और अब आप इनको फिर कही और भेजने की बात कर रहे hain.. अब इनको रेगुलर करिए..
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18-09-2011, 12:46 PM | #110 |
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Re: बसावन भाई एसक्लूसिव
चौपाल का दृश्य :-
(कल शाम को ही बसावन भाई शहर से आये थे और साथ में उस दिन का अखवार भी लेते आये थे/ आज चौपाल पर अखवार के सभी पृष्ट अलग अलग लोगों के हाथ में थे) अमित तिवारी एक रंगीन पन्ना देखते हुए आ रहे हैं ,..उनको देखते ही चचा (चचा याद हैं ना, अरे भाई अपने राम खेलावन चचा/ अब नहीं याद हैं तो पीछे के पृष्ट पलट लीजियेगा) बोले ,… अब चाट ही डालोगे का ?? अरे नहीं चचा, बस देख रहा था कि ऐश्वर्या कितना मोटा गयी है/ ................अमित ने सफाई दी धत तेरे की, आतंकी बम फोड़ रहे हैं, तुमको ऐश्वर्या की पड़ी है !!!…..…………… चचा का गुस्सा थोडा बाहर निकला अब हमको कैसे पता चलेगा,.. एक ही पन्ना मिला मुझे, अच्छा कितने मरे ??..…. अमित ने पूछा ग्यारह मरे, पता नहीं कितने और …. नहीं चचा तेरह मरे, मैंने अभी रेडिओ पर सुना …..……….. अभिषेक ने बीच में टोकते हुए कहा सरकार ने मुआवजा भी एलान कर दिया है, कितना देंगे ?? .……..खालिद ने मासूमियत से पूछा अब कितना भी दें, जान से ज्यादा तो नहीं दे सकते/ फिर भी पांच दस लाख तो देंगे ही ..............…चचा ने खालिद को समझाया चचा एक बात और बता दो, ये बम हमारे यहाँ नहीं फट सकते क्या ???…..... खालिद के मासूम से सवाल पर सभी आस-पास पड़ी घास-फूस की जाँच करने लगे.. अरे डरो मत,..मैं तो इसलिए पूछ रहा था कि मर तो हम रोज ही रहे हैं, इस तरह मरने से शायद बच्चो को ही कुछ मिल जाये …….. खालिद की बात ने सबको निःशब्द कर दिया
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल Last edited by ndhebar; 18-09-2011 at 12:49 PM. |
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