My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > Entertainment > Television
Home Rules Facebook Register FAQ Community

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 01-09-2013, 12:41 PM   #1
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

प्रस्तुति और मुनाफे की प्रतिस्पर्धा ने अमेरिकी समाचार चैनलों को कुछ ऐसा भयानक ढंग से हास्यास्पद बना दिया कि उनके कुछ कार्यक्रमों और एंकरों का मज़ाक उड़ाते कार्यक्रम तक बनने लगे और वे हिट भी रहे. ऐसे ही एक मशहूर टीवी प्रेजेंटर हैं जॉन स्टीवर्ट. कॉमेडी शो करते हैं. उनका कहना है कि टीवी स्टूडियो पत्रकारिता की पेशेवर कुश्तियों के रिंग्स में बदल जाते हैं. उनमें शोर और हमले हैं और मामला साफ करने की होड़. वे एक दूसरे से टकरा टकरा कर लहूलुहान से हुए जाते हैं लेकिन एक विचार आगे नहीं बढ़ाते. यानी दर्शक तक कोई भी स्पष्ट राय नहीं पहुंचती. सोशल एक्टिविस्ट शबनम हाशमी ने एक अंग्रेजी चैनल के लोकप्रिय बताए गए शो में अपने साथ पिछले दिनों हुए दुर्व्यवहार पर तीखी टिप्पणी की थी कि कैसे उन्हें शो में बोलने नहीं दिया गया उनकी बात काटी गई और कैसे वो कार्यक्रम का बॉयकाट कर चली गई और कैसे चैनल के बाइट बटोरिए उनके पीछे ही पड़ गए. इस चैनल के ऐसे और भी कई विक्टिमरहे हैं जिनमें अरुंधति रॉय भी एक हैं.

एक लिहाज से ये संकुचित, सतही और साजिश वाली पत्रकारिता का दौर माना जाएगा. संकुचित इसलिए कि कंटेंट बहुत निर्धारित किया हुआ और शर्तों और दबावों से दबा हुआ होता है, सतही इसलिए कि उसमें मौलिकता और वस्तुपरकता और गहरे विश्लेषण का अभाव है और साजिश इसलिए कि लगता है मुनाफा ही आखिरी मकसद है या कोई छिपा हुआ राजनैतिक सांस्कृतिक या आर्थिक एजेंडा. अन्ना आंदोलन में हम ये देख चुके हैं, जब कैमरे के कैमरे क्रेन से रामलीला मैदान पर उतरे हुए थे या मोदी के भाषणों में बहसों लाइव रिपोर्टिंग और विश्लेषणों की सूनामी जैसी आ गई थी. मोदी की उतावलीकी छानबीन के बजाय उनके दिल्ली आगमन पर लहालोट हो जाना- ये दर्शक को खबर की वस्तुपरकता और विश्लेषण और निष्पक्षता से दूर ले जाने की साजिश नहीं तो और क्या है. मुकेश अंबानी क्यों गैस की कीमतों को बढ़ाए जाने पर जोर देते रहे हैं, ये हमें नहीं पता चलता. क्यों हमें एक ही ढंग से खबर देखने को विवश किया जाता है. ऊपर से तुर्रा ये कि नहीं देखना तो कौन कहता है. टीवी बंद कर दीजिए. विनम्रता अब दूर की कौड़ी है.
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 01-09-2013, 12:43 PM   #2
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

क्रिकेट हो या पाकिस्तान या कुछ सनसनी और संवेदनात्मक उभार वाला मामला आप पाएंगे कि टीवी समाचार कक्षों और स्टूडियो में कयामत सी आ जाती है. युद्ध के मैदान सज जाते हैं और दुंदुभियां सरीखी बजने लगती हैं, अट्टाहस, ललकार, हुंकार और हाथों को रगड़ना, फटकारना, गर्दन का झटकना तो जो है सो है. हिंदी और अंग्रेज़ी के चैनलों के स्वनामधन्य एंकरों को आप सेनापतियों की तरह देखने लगें तो क्या अचरज. और फिर समूचे टीवी स्क्रीन पर बड़े बड़े टाइप साइज़ में कुछ शब्द- अपनी गरिमा, सामर्थ्य और आत्मा से वंचित और चीखते हुए वॉयसओवर, लुढकते हुए बहुत सारे भारी पत्थर, बोल्डर. दर्शकों को और विचलित और असहाय और स्तब्ध करते हुए.

इस तरह रात आठ बजे से दस बजे के दरम्यान आप देखते हैं कि ये कुश्ती स्पर्धा इतनी रेगुलर हो गई है कि कई बार स्टूडियो गेस्ट की राय से ऑडियंस पहले ही वाकिफ रहती है. ऐंकर का भी लक्ष्य यही जान पड़ता है कि उसे मेहमानों को लड़ाना है और अंततः सबको धूल धूसरित करते हुए सब पर और सारे तर्कों पर विजय पानी है. इससे होता क्या है. कोई गंभीर मुद्दा इस अतिनाटकीयता और इस करीब करीब हिंसा के हवाले हो जाता है. बहसें दर्शकों को आखिरकार ठगा सा बनाकर अगले कार्यक्रम को रवाना होने के लिए ब्रेक ले लेती हैं.
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 01-09-2013, 12:45 PM   #3
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

टीवी ने लगता है अपना मजाक बना दिया है. लोग अपना मनोरंजन करते हैं और क्रिकेट की तरह इन प्रस्तुतियों का लुत्फ उठाते जान पड़ते हैं, वाह क्या शॉट मारा क्या कैच पकड़ा क्या गेंद डाली की तर्ज पर वाह क्या बोला क्या डांटा क्या घेरा क्या बोलती बंद कर दी. इन बहसों का काम था कि समाचार का विश्लेषण करना उसके कई पहलुओं पर गंभीर परिचर्चा कराना लेकिन ये तो उसकी जगह ही लेने पर आमादा हैं. आज आप प्राइम टाइम में विस्तृत गहन शोधपरक रिपोर्टे नहीं देखते, इंवेस्टीगेशन नहीं देखते. आप देखते हैं कि एक अखंड कीर्तनसा वहां चल रहा है जिसे वे न जाने किन किन नामों से अलंकृत करते हैं. कम खर्च में ज्यादा इस्तेमाल. खबरें जुटाने में खर्च लगता है तो जुटाना ही रोक दो या जुटाने के लिए जुगाड़ करो-स्ट्रिंगर रखो. फुलटाइम स्किल्ड रिपोर्टर की क्या जरूरत. ऐसे स्ट्रिंगर आपको छोटे बड़े शहरो में मिल जाएंगें जिनका होटल कारोबार है, टैक्सी सर्विस है, बिल्डर, प्रॉपर्टी डीलर हैं यानी दबदबे वाले लोग और पत्रकारिता तो जैसे एक दोयम काम है जो कुछ और करते हुए भी किया जा सकता है. होलटाइमर आप मुनाफे का बनिए.

देश के अधिकांश चैनलों के और भी काम कारोबार हैं. रिटेल और थोक से लेकर रियल इस्टेट और चिट फंड तक. इस तरह की मीडिया ओनरशिप्स और हिस्सेदारियों में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो ऑब्जेक्टिविटी कैसे हासिल होगी जो पत्रकारिता का बुनियादी मूल्य है और पहरेदारी यानी गेटकीपिंग का क्या हश्र होगा जो एक पत्रकार का बुनियादी दायित्व समझा जाता है. आखिर में सवाल ये बचता है जो असल में एक बड़ी चिंता का ही एक्सटेंशन है कि इस किस्म की टीवी पत्रकारिता क्यों. क्या दर्शक हंसी और हैरानी में ही रहेंगे. जब सब कुछ असहनीय हो जाएगा तो वे कैसे रिएक्ट करेंगे. क्या वे मानेंगे कि उनके साथ बहुत धोखा हुआ है.

प्रस्तुति: शिवप्रसाद जोशी / निखिल रंजन
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 01-09-2013, 05:10 PM   #4
internetpremi
Diligent Member
 
internetpremi's Avatar
 
Join Date: Jul 2013
Location: California / Bangalore
Posts: 1,335
Rep Power: 46
internetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

भाईसाहब, हम तो आजकल टी वी देखते ही नहीं।
ऊब चुका हूँ।
My Hindi Forum और अन्य मंचों से मनोरंजन/समाचार/ज्ञान की सभी आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं।
देर शाम प्रसारित टी वी सीरियल बहुत उपयोगी साबित हो रहे है!
वह इसलिए कि पत्नि इन सीरियलों को देखती हैं और हमे घंटे दो घंटे का समय मिल जाता है, बिना ब्रेक का, अपना इंटर्नेट भ्रमण का शौक पूरा करने के लिए।
internetpremi is offline   Reply With Quote
Old 01-09-2013, 08:03 PM   #5
dipu
VIP Member
 
dipu's Avatar
 
Join Date: May 2011
Location: Rohtak (heart of haryana)
Posts: 10,193
Rep Power: 91
dipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond reputedipu has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to dipu
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

बढ़िया आर्टिकल है
__________________



Disclamer :- All the My Post are Free Available On INTERNET Posted By Somebody Else, I'm Not VIOLATING Any COPYRIGHTED LAW. If Anything Is Against LAW, Please Notify So That It Can Be Removed.
dipu is offline   Reply With Quote
Old 01-09-2013, 10:46 PM   #6
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

Quote:
Originally Posted by internetpremi View Post

भाईसाहब, हम तो आजकल टी वी देखते ही नहीं।
ऊब चुका हूँ।
my hindi forum और अन्य मंचों से मनोरंजन/समाचार/ज्ञान की सभी आवश्यकताएं पूरी हो जाती हैं।
देर शाम प्रसारित टी वी सीरियल बहुत उपयोगी साबित हो रहे है!
वह इसलिए कि पत्नि इन सीरियलों को देखती हैं और हमे घंटे दो घंटे का समय मिल जाता है, बिना ब्रेक का, अपना इंटर्नेट भ्रमण का शौक पूरा करने के लिए।
टी वी कार्यक्रमों में आपकी विरक्ति और आपकी श्रीमती जी की अनुरक्ति का आप दोनों को परस्पर लाभ प्राप्त हो रहा है, यह जान कर बहुत प्रसन्नता हुई. आप भाग्यशाली हैं कि इस माध्यम से आप इंटरनेट भ्रमण हेतु अवसर भी निकाल लेते हैं.

Quote:
Originally Posted by dipu View Post

बढ़िया आर्टिकल है
आलेख पसंद करने के लिए धन्यवाद, दीपू जी.
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 02-09-2013, 12:24 AM   #7
ndhebar
Special Member
 
ndhebar's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: Kerrville, Texas
Posts: 4,605
Rep Power: 50
ndhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to ndhebar
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

मैं तो समाचार चैनल को मनोरंजन की तरह ही देखता हूँ
they're best for entertainment......
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
ndhebar is offline   Reply With Quote
Old 02-09-2013, 11:55 AM   #8
internetpremi
Diligent Member
 
internetpremi's Avatar
 
Join Date: Jul 2013
Location: California / Bangalore
Posts: 1,335
Rep Power: 46
internetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond reputeinternetpremi has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

एक जमाना था जब घर में एक ही टी वी सेट होता था, और वह भी ब्लैक & व्हाईट और दूरदर्शन का एक ही चैनल प्रसारित होता था और परिवार के सभी सदस्य एक साथ ड्रॉइन्ग रूम में बैठे उसका आनन्द लेते थे. कभी कभी पडोसी भी शामिल होते थे, जब उनके घर टी वी सेट नहीं होता था। टी वी चलाने के लिए रिमोट भी नहीं होता था। रविवर को सुबह नौ से दस तक सडकें खाली रहती थीं, जब रामायण का प्रसारण चलता था।

कहाँ गए वो दिन? पुराने टी वी सीरियल हम लोग, बुनियाद, आज भी याद आती हैं। पर आज टी वी को सचमुच idiot box मानने लगा हूँ। आजकल अखबार भी पढा नहीं जाता। बस सुबह सुबह औपचारिकता पूरी करने के लिए, चाय पीते वक्त, उस पर झाँकता हूँ।
समाचार से पहले ही परिचित हूँ। पाँच या दस मिनट में अखबार के सभी पन्नों को निपटा लेता हूँ।
एक लैपटॉप ही है, जिस के साथ यदि सारा दिन भी बैठूँ तो बोर नहीं होता।
internetpremi is offline   Reply With Quote
Old 17-09-2013, 08:20 PM   #9
Dr.Shree Vijay
Exclusive Member
 
Dr.Shree Vijay's Avatar
 
Join Date: Jul 2013
Location: Pune (Maharashtra)
Posts: 9,467
Rep Power: 117
Dr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond reputeDr.Shree Vijay has a reputation beyond repute
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात



पैसा बोलता हें.........



__________________


*** Dr.Shri Vijay Ji ***

ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे:

.........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :.........


Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread.



Dr.Shree Vijay is offline   Reply With Quote
Old 19-11-2015, 01:08 PM   #10
everdeenkatniss257
Banned
 
Join Date: Nov 2015
Posts: 62
Rep Power: 0
everdeenkatniss257 will become famous soon enough
Default Re: टीवी समाचार मीडिया में उत्पात

Thats all reply are great. I really read all this.
everdeenkatniss257 is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks

Tags
tyranny in tv news


Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 04:48 AM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.