19-04-2014, 08:38 PM | #1 |
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यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
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19-04-2014, 08:38 PM | #2 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
बाबिल (बेबीलोन) के निर्वासन से लौटकर इज़रायली जाति मुख्य रूप से येरूसलेम तथा उसके आसपास के 'यूदा' (Judah) नामक प्रदेश में बस गई था, इस कारण इज़रायलियों के इस समय के धार्मिक एवं सामाजिक संगठन को यूदावाद (यूदाइज़्म/Judaism) कहते हैं।
उस समय येरूसलेम का मंदिर यहूदी धर्म का केंद्र बना और यहूदियों को मसीह के आगमन की आशा बनी रहती थी। निर्वासन के पूर्व से ही तथा निर्वासन के समय में भी यशयाह, जेरैमिया, यहेजकेल और दानिएल नामक नबी इस यूदावाद की नींव डाल रहे थे। वे यहूदियों को याहवे के विशुद्ध एकेश्वरवादी धर्म का उपदेश दिया करते थे और सिखलाते थे कि निर्वासन के बाद जो यहूदी फिलिस्तीन लौटेंगे वे नए जोश से ईश्वर के नियमों पर चलेंगे और मसीह का राज्य तैयार करेंगे। निर्वासन के बाद एज्रा, नैहेमिया, आगे, जाकारिया और मलाकिया इस धार्मिक नवजागरण के नेता बने। 537 ई0पू0 में बाबिल से जा पहला काफ़िला येरूसलेम लौटा, उसमें यूदावंश के 40,000 लोग थे, उन्होंने मंदिर तथा प्राचीर का जीर्णोंद्धार किया। बाद में और काफिले लौटै। यूदा के वे इजरायली अपने को ईश्वर की प्रजा समझने लगे। बहुत से यहूदी, जो बाबिल में धनी बन गए थे, वहीं रह गए किंतु बाबिल तथा अन्य देशों के प्रवासी यहूदियों का वास्तविक केंद्र येरूसलेम ही बना और यदा के यहूदी अपनी जाति के नेता माने जाने लगे। किसी भी प्रकार की मूर्तिपूजा का तीव्र विरोध तथा अन्य धर्मों के साथ समन्वय से घृणा यूदावाद की मुख्य विशेषता है। उस समय यहूदियों का कोई राजा नहीं था और प्रधान याजक धार्मिक समुदाय पर शासन करते थे। वास्तव में याह्वे (ईश्वर) यहूदियों का राजा था और बाइबिल में संगृहीत मूसा संहिता समस्त जाति के धार्मिक एवं नागरिक जीवन का संविधान बन गई। गैर यहूदी इस शर्त पर इस समुदाय के सदस्य बन सकते थे। कि वे याह्वे का धर्म तथा मूसा की संहिता स्वीकार करें। ऐसा माना जाता था कि मसीह के आने पर समस्त मानव जाति उनके राज्य में संमिलित हो जायगी, किंतु यूदावाद स्वयं संकीर्ण ही रहा। यूदावाद अंतियोकुस चतुर्थ (175-164 ई0पू0) तक शांतिपूर्वक बना रहा किंतु इस राजा ने उसपर यूनानी संस्कृति लादने का प्रयत्न किया जिसके फलस्वरूप मक्काबियों के नेतृत्व में यहूदियों ने उनका विरोध किया था। |
19-04-2014, 08:39 PM | #3 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
पूर्वी यूक्रेन के डोनेस्क शहर में अलगाववादी समूह पीपुल्स रिपब्लिक ने वहां रहने वाले सभी यहूदियों को रजिस्ट्रेशन करवाने का आदेश दिया है। इसके साथ ही 16 साल से ज्यादा उम्र के सभी यहूदियों को रूस समर्थित लड़ाकों के साथ जुड़ने का आदेश भी दिया गया है। यह आदेश, डोनेस्क शहर में पर्चे बांटकर दिया गया है। इस आदेश का पालन न करने वाले यहूदियों को देश से बाहर निकालकर उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश भी जारी किया गया है। इतिहास इस बात का गवाह है कि यहूदियों से ज़्यादा बर्बरता शायद ही किसी और धर्म ने झेली हो। जर्मनी में नाजीवादी हिटलर के शासन में सैकड़ों की संख्या में यहूदियों को मौत के घाट उतार दिया गया था। यातना शिविरों में उनपर अमानवीय जुर्म ढाए गए थे। |
19-04-2014, 08:40 PM | #4 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
किप्पाह किप्पाह एक छोटी टोपी होती है। यहूदी लोग इसे हमेशा अपने सर पर पहनते हैं। यह यहूदियों की परंपरागत ड्रेस में शामिल है। यहूदियों में पूजा के वक्त इस कैप को ज़रूर पहना जाता है। किप्पाह कुछ-कुछ मुस्लमानों द्वारा पहनी जाने वाली टोपी से मिलती-जुलती है। |
19-04-2014, 08:40 PM | #5 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
यहूदी औरतें पूजा घर में इस तरह का सफेद कपड़ा सर पर पहनती हैं। इससे वो अपना सिर ढकती हैं। पुरुषों की तरह महिलाओं के लिए भी प्राचीन यहूदी धर्म में पूजाघर में ये रूमालनुमा सफेद कपड़ा सिर पर रखना अनिवार्य माना जाता था। |
19-04-2014, 08:41 PM | #6 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
मुस्लिम और इसाई देशों में यहूदी मध्यकाल में यहूदी ऐसी ड्रेस पहनते थे जो उनके धर्म की पहचान कराती थी। वो लोग सर को ढकने के लिए तेलंसी (एक तरह की पगड़ी) पहनते थे। उनका शरीर ऊपर से लेकर घुटनों तक सशस से छका होता था। सशस एक तरह का कोटनुमा कपड़ा होता है। |
19-04-2014, 08:41 PM | #7 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
किट्टेल एक तरह की सफेद पोशाक होती है। यहूदी लोग इसे अवकाश और त्योहार के दिन पहनते थे। |
19-04-2014, 08:41 PM | #8 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
टेफिल्लिं घन (क्यूब) के आकार के काले चमड़े के बॉक्स होते हैं। यहूदी लोग इन्हें सुबह की प्रार्थना के वक्त अपने बाजुओ और सिर पर पहनते हैं। |
19-04-2014, 08:41 PM | #9 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
यहूदी लोग इस तरह की कैप को विशेष मौकों पर पहनते हैं। घर-परिवार में होने वाले किसी उत्सव और त्योहार पर इस हैट को पहना जाता है। इसे शर्तेमिल कहा जाता है। यह काले रंग की हैट लोमड़ी की खाल से बनाई जाती है। |
19-04-2014, 08:42 PM | #10 |
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Re: यहूदियों (Judaism) के UNKNOWN फैक्ट्स
-यहूदीवाद के प्रणेता इबराहम (इब्राहिम) के पुत्र इसाक थे। इसाक का जिक्र ‘हिब्रू बाइबल’ में किया गया है। -यहूदी ही एकमात्र ऐसे लोग हैं, जिन्होंने अपनी पवित्र भूमि को खोने के बाद उसे दोबारा हासिल किया। -यहूदियों की पारंपरिक भाषा हिब्रू है। इसे बड़ी तादाद में यहूदी आज भी बोलते हैं। |
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