|
19-05-2014, 07:34 AM | #1 |
Banned
Join Date: Oct 2012
Posts: 4
Rep Power: 0 |
Re: अनोखे गीत - २
|
19-05-2014, 12:05 PM | #2 |
Exclusive Member
Join Date: Jul 2013
Location: Pune (Maharashtra)
Posts: 9,467
Rep Power: 116 |
Re: अनोखे गीत - २
Thanks for Nice updating.........
__________________
*** Dr.Shri Vijay Ji *** ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे: .........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :......... Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread. |
19-05-2014, 03:35 PM | #3 |
VIP Member
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144 |
Re: अनोखे गीत - २
Nice updating.........
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
27-05-2014, 02:49 PM | #4 |
Moderator
Join Date: Aug 2012
Posts: 1,810
Rep Power: 38 |
Re: अनोखे गीत - २
प्रोत्साहन के लिए सभी मित्रो का धन्यवाद! जल्द ही और अपडेट्स करने की कोशिश करुंगा!
__________________
|
27-05-2014, 04:47 PM | #5 |
Special Member
|
Re: अनोखे गीत - २
गुलजार साहब ने एक से एक यादगार गीत लिखे हैं
ये गीत मेरे पसंदीदा गीतों में एक है
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
27-05-2014, 05:50 PM | #6 |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241 |
Re: अनोखे गीत - २
प्यार को परिभाषित करता हुआ यह गीत कभी धूमिल नहीं होगा. इस गीत के साथ एक और बात मुझे याद आती है. फिल्म में इस गीत को लिखने वाले शायर का किरदार आई.एस.जोहर निभा रहे थे.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
02-06-2014, 01:50 PM | #7 |
Moderator
Join Date: Aug 2012
Posts: 1,810
Rep Power: 38 |
प्रयोगात्मक गीत
गुलज़ार साहब के कई गाने प्रयोगात्मक होते है। ईन कुछ गानों के लिए उन्हें आलोचना सुननी पड़ी है, लेकिन श्रोतागण ने ईन गानों को पसंद कर के सब की बोलती बंध कर दी!
हमने देखी है.... मेरा कुछ सामान... छड़ी रे छड़ी.... कतरा कतरा मिलती है
__________________
Last edited by Deep_; 03-06-2014 at 11:33 AM. |
02-06-2014, 06:53 PM | #8 |
Member
Join Date: May 2014
Location: Mumbai
Posts: 225
Rep Power: 16 |
Re: अनोखे गीत - २
उत्तम सूत्र,
|
04-06-2014, 01:36 PM | #9 |
Moderator
Join Date: Aug 2012
Posts: 1,810
Rep Power: 38 |
Re: अनोखे गीत - २
गुलज़ार साहब की बात अगर की जाए तो उनके नग़्मे ईतने दर्द भरे होते है, मानो कोई गहरी खाई हो और हम उसमें ग़ीरते जा रहे हो! उनके यह गीत व्यावहारिक दुनिया से दुर ले जाने की कोशिश करते है ईसलिए कमज़ोर दिल वाले अवश्य बचें, वरना आपको डिप्रेशन हो सकता है!
वैसे उनके ईन गीतो में प्रचुर दर्द के साथ कभी कभी आशाओं का मरहम भी होता है! हज़ार राहें तुम पुकार लो दो नैना एक अकेला कोई होता . वो शाम जब भी ये दिल ये साये है यारा सिली सिली एसे और नग़्मे भी है, लेकिन फिलहाल ईतने ही!
__________________
|
04-06-2014, 02:42 PM | #10 |
Diligent Member
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 65 |
Re: अनोखे गीत - २
All songs are very nice .... thanks..
|
Bookmarks |
|
|