23-04-2014, 04:10 PM | #1 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
नेता कहीं का !
|
23-04-2014, 04:13 PM | #2 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
नेता कहीं का !
एक कुत्ते ने दूसरे कुत्ते को ‘आदमी कहीं का !’ कह दिया। इस पर वह कुत्ता ताव खा गया। बोला- अरे दुष्ट ! अरे मवाली ! तूने क्यों दी मुझको ऐसी गाली? कलयुग में आदमी की, क्या कुत्ते जैसी औकात है? आदमी में जब आदमीयत होती होगी, वो सतयुग की बात है। एक मिनट में ही तेरा बेशऊरापन ढह जाएगा, अगर मैंने तुझे ‘नेता कहीं का !’ कह दिया तो तू कहीं का भी नहीं रह जाएगा। |
23-04-2014, 04:51 PM | #3 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
एक कंजूस व्यक्ति के घर कई मेहमान
एक कंजूस व्यक्ति के घर कई मेहमान आ गए। अब कंजूस परेशान कि ये लोग तो पूरे महीने का राशन एक ही दिन में चट कर जायेंगे। उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर एक योजना बनाई कि तू पहले थाली में एक-एक रोटी और जरा सी सब्जी रखना। और थोड़ी देर बाद दुबारा से और खाने के लिए पूछना, बाकी का मैं सब सम्भाल लूँगा। अब खाना लग गया सारे मेहमान और कंजूस खुद भी खाने लगे। जैसा कि पहले तय था एक एक रोटी और थोड़ी सी सब्जी सबको परोसी गई। जब सबने एक–एक रोटी खा ली तो कंजूस की बीवी दोबारा पूछने के लिए आई। आदेशानुसार उसने शुरुआत कंजूस से की… कंजूस की बीवी- और लीजिए ना ! कंजूस– नहीं नहीं… बहुत मजा आया आज तो खाने में… पेट भर गया… अब तो कोई कुत्ता ही होगा जो इससे ज्यादा खा पायेगा |
23-04-2014, 05:04 PM | #4 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
बॉस,कर्मचारी&सेक्रेटरी
बॉस ग़ुस्से में- तुमने कभी उल्लू देखा है? कर्मचारी (सर झुकाते हुए)- नहीं सर ! बॉस- नीचे क्या देख रहे हो? मेरी तरफ देखो। बंता- तुम एकदम मेरी तीसरी बीवी की तरह लगती हो। सेक्रेटरी- कितनी बार शादी हुई है सर आपकी? बंता- दो बार |
23-04-2014, 05:33 PM | #5 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
पहले….. अप्सराएँ… आती हैं
संता आँखे बंद किये तपस्या कर रहा था। भगवान प्रकट हुए और बोले- वर माँगो वत्स ! संता ने फटाक से आँखे खोली और प्रणाम करके चलने लगा। भगवान ने आवाज लगाई- …वर तो लेते जाओ वत्स ! संता- नहीं जी नहीं ! पहली बात तो यह कि मुझे वर नहीं वधू चाहिए ! दूसरी यह.. मैंने तो सुना था कि तपस्या को भँग करने के लिए पहले….. अप्सराएँ… आती हैं |
25-04-2014, 12:12 PM | #6 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
नाव मे सुराख़
बीच समुन्द्र नाव मे सुराख़ हो गया पानी भरने लगा किसने क्या किया/कहा मजदूर -डिब्बे से पानी निकालने लगा(साथी हाथ बढ़ाना) ज्योतिषी -भाग्य के आगे किस की चली है(जो होना है होके रहेगा) बीमा एजेंट-मै तो पहले ही कहता था बीमा करवाओ(अब नहीं तो फिर कब ) वैज्ञानिक -आर्कमडीज के सिद्धांत की अनुपालना करो (तैरना जानने वाले कूदते जाओ) वकील -क्लेम मिल सकता है? पता है ? नेता जी -अरे भाई सुराख़ के बराबर एक बड़ा सुराख़ कर दो पानी बहार चला जायेगा(देश भी ऐसे ही चल रहा है) |
25-04-2014, 12:15 PM | #7 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
भोतिकशास्त्री और जीवविज्ञानी समुन्द्र के पानी मै घुलनशील होते है "
तीन वैज्ञानिक भोतिकशास्त्री,जीवविज्ञानी और रसायनशास्त्री समुन्द्र की लहरों को देख रहे थे भोतिकशास्त्री :मै चला लहरों की तरंग गति पर रिसर्च करने और गया वापिस ना आया जीवविज्ञानी :मै चला समुन्द्र की वनस्पतियों पर रिसर्च करने और गया वापिस ना आया रसायनशास्त्री :कई वर्षों तक बैठा रहा,इंतजार करता रहा और अंत में उसने रिसर्च पेपर छापा कि " भोतिकशास्त्री और जीवविज्ञानी समुन्द्र के पानी मै घुलनशील होते है " |
25-04-2014, 12:19 PM | #8 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
नोकरी चली जायेगी
एक पैसे की कमी से जूझ रहे वैज्ञानिक ने जू (चिडिया घर) मे नोकरी के लिए प्रार्थना की तो अफसर ने कहा :हमारा गुरिल्ला मर गया है चाहो तो उस की खाल डाल कर गुरिल्ला बनने की नोकरी कर लो वैज्ञानिक (पहला दिन): (मन मार कर )आज तो ठीक ठाक दिन बीता रे भय्या ..... अगले दिन उस वैज्ञानिक को गलती से शेर के पिंजरे मे छोड़ दिया गया शेर गुरिल्ले को देख कर उस पर लपका और उसे दबोच लिया वैज्ञानिक: बचाओ बचाओ चिल्लाया शेर बोला : बॉस चुप रहो मैं आपका सहायक मुत्थु स्वामी , नहीं तो दोनों की नोकरी चली जायेगी |
25-04-2014, 03:04 PM | #9 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
मैं भगवान हूँ।
एक शराबी ठेके से दारू पीकर निकला तो उसको साधु मिला। शराबी साधु से- तुम कौन हो? साधु- मैं एक साधु हूँ, भगवान की पूजा करता हूँ। तुम कौन हो? शराबी- मैं भगवान हूँ। साधु- साबित करो ! शराबी उसको ठेके के अंदर लेकर गया, वहाँ का मलिक उसको देख कर बोला- हे भगवान, तू फिर आ गया? शराबी साधु से- देखा ! |
16-05-2014, 05:15 PM | #10 |
Special Member
Join Date: Mar 2014
Location: heart of rajasthan
Posts: 4,118
Rep Power: 44 |
Re: नेता कहीं का !
|
Bookmarks |
|
|