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06-11-2015, 06:05 AM | #1 |
Special Member
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Re: आप यहाँ अपने दिल की बात कह सकते है !
मैं यहाँ थोड़ा सा असहमत हूँ. भ्रष्टाचार तंत्र ही ऐसा है जहाँ अमीर गरीब सब बराबर हैं. जिसकी जीतनी क्षमता है उतना लूट रहा है पर भ्रष्ट तो सभी दिल से हैं. ईमानदारी एक लुप्तप्राय विधा हो चुकी है जिसका गुढ़ ज्ञान अब नहीं के बराबर ही है, कम से कम अपने देश में.
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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