16-09-2021, 06:39 AM | #1 |
Diligent Member
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काँटों भरा है साथियों...
■■■■■■■■■■ काँटो भरा है साथियों लेकिन गुलाब है, इस ज़िंदगी को प्यार मिला बेहिसाब है, ग़म बाँटने को आज कई लोग आ गए- हमने समझ लिया था ज़माना खराब है। मुक्तक- आकाश महेशपुरी दिनांक- 14/09/2021 ■■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरनाथ जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274304 मो- 9919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 16-09-2021 at 06:37 PM. |
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