09-11-2010, 09:16 PM | #411 |
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दुसरे बच्*चे ने जवाब दिया, "बिजली का बिल बढ जाएगा।" |
09-11-2010, 09:17 PM | #412 |
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टीचर (मिन्नी से), "आज स्कूल मे देर से आने का तुमने क्या बहाना ढूंढा है?"
मिन्नी, "सर आज मै इतनी तेज दौड कर आई कि बहाना सोचने का मौका ही नही मिला।" |
09-11-2010, 09:17 PM | #413 |
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मरते समय पति ने अपने पत्नी को सब कुछ सच बताना चाहा । उस ने कहा " मै तुम्हे जीवन भर धोखा देता रहा। सच तो यह है कि दर्जनो औरतों से मेरे नाजायज संबंध थे।"
पत्नी बोली, "मै भी सच बताना चाहूँगी । तुम बीमारी से नही मर रहे मैने तुम्हे धीरे-धीरे असर करने वाला जहर दिया है।" |
09-11-2010, 09:18 PM | #414 |
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पत्नी: मैने आज सपनो मे देखा है कि तुम मेरे लिए हीरों का हार लाए हो, इस सपने का क्या मतलब है?
पति: आज शाम को बताऊगा। शाम को पति ने एक पैकेट पत्नी को लाकर दिया। पत्नी ने खुशी-खुशी पैकेट खोला तो उस मे एक किताब निकली । किताब का नाम था, 'सपनो का मतलब' । |
09-11-2010, 09:19 PM | #415 |
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एक बहानेबाज कर्मचारी का दादा उस के दफ़तर में जा कर उस के बाँस से बोला, " इस दफ़तर मे सुनिल नाम का व्यक्ति कार्य करता है, मुझे उस से मिलना है, वह मेरा पोता है।"
बाँस ने मुस्करा कर कहा, " मुझे अफ़सोस है, आप देर से आए है, वह आप के अर्थी को कंधा देने के लिए छुट्टी लेकर जा चुका है।" |
09-11-2010, 09:21 PM | #416 |
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मोहन अपने दोस्त राकेश से कहता है, देखो दोस्त चुंकि हम लोकतंत्र प्रणाली पर विशवास रखते हैं इसलिए हम ने आपने घर मे सुख शान्ति बनाए रखने के लिए एक सिस्टम बनाया है । मेरे पत्*नी वित मंत्री है। मेरे सास रक्षा मंत्री है। मेरे ससुर विदेश मंत्री है और साली लोक सम्पर्क मंत्री है।
राकेश: और आप शायद प्रधान मंत्री होगे? मोहन: नही यार, मै बेचारा तो जनता हूँ । |
09-11-2010, 09:21 PM | #417 |
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रेस्तरां मे काँफी पीते हुए कमलेश ने धीमे से प्रेम को बताया , देखो, उधर कोने वाली कुर्सी पर बैठा वह आदमी बडी देर से मुझे घूर रहा है।
प्रेम: तो घूरने दो ना । प्रेम लापरवाही से बोला । कमलेश: मै उसे जानता हँ, कबाडी है और हमेशा बेकार की चीजों मे दिलचस्पी लेता है। |
09-11-2010, 09:22 PM | #418 |
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शाम ने अपने दोस्त सुरजीत से पूछा, सुरजीत भाई, अपने घर के बाहर खडे क्यो हो और यह चोटे कैसे लगी ?
सुरजीत: हुआ यूं कि...। शाम: कितनी बार कहा कि लोगों से झगडा मत किया करो। कमब्खत ने मार कर तेरा बुरा हाल कर दिया। बुरा हो उस का किडे पडे उसे..। सुरजीत: बस बस मै अपनी पत्*नी के बारे मे और गलत बातें नही सुन सकता। |
10-11-2010, 12:15 AM | #419 |
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एक लडकी ने अपने पिता से एक लड़के का परिचय कराते हुए कहा .. डैडी यही हैं वे जिनके विषय में मैंने आपको बताया था /
पिता ... अच्छा तो आप ही हैं जो मेरे दामाद बनना चाहते हैं / लड़का ... नहीं श्रीमान जी, ऐसी बात नहीं है किन्तु इसके सिवाय और कोई विकल्प भी तो नहीं है आपकी पुत्री से शादी कर सकने का /
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
10-11-2010, 12:17 AM | #420 |
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एक प्रोफ़ेसर ने भूख पर अपने छात्रो को व्याखान देते समय एक चूहेदानी में एक ओर ब्रेड रखा और दूसरी ओर चुहिया / चूहा आया और ब्रेड की तरफ चला गया / अब प्रोफ़ेसर ने ब्रेड के स्थान पर रोटी रख दी / चूहा आया और रोटी खाने लगा / प्रोफ़ेसर ने अब रोटी के स्थान पर कुछ फल रखे / चूहा आया और फल खाने लगा / अंत में प्रोफ़ेसर ने फल के स्थान पर कुछ बीज रख दिए / चूहा आया और बीज खाने लगा / प्रोफ़ेसर ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि इससे सिद्ध होता है कि चूहे को चुहिया में नहीं बल्कि भोजन में अधिक आकर्षण दिखा इस प्रकार भूख अधिक ताकतवर है / तभी पीछे की बेंच से एक आवाज आयी ... सर , एक बार चुहिया बदल कर देखें /
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