14-01-2013, 10:36 PM | #1 |
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>< भूली बिसरी यादें ><
संवाद काल, वातावरण और जगह के अनुसार बदल सकते हैं,..मगर मूल भावना कमोबेश यही होती है.... आप भी आनन्द लीजिये .
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 Last edited by jai_bhardwaj; 17-03-2013 at 11:53 PM. |
14-01-2013, 10:36 PM | #2 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
१. कक्षा में देर होने पर
"कब चालू हुआ?" "अटेण्डेन्स हो गया क्या?" "कल रात देर तक गप्पे मारते रहे यार" "मैं क्या करूँ, कुमार बाथरूम में घुसा हुआ था" "अब नींद नहीं खुली तो मैं क्या करूँ, ...बोल न,.....कल क्या पढाया था सर ने" "अब पक्का कल से क्लॉस करूँगा." "एक पेज़ दे न,.....अरे यार, पेन भी तो दे..." 'कल प्रॉक्सी मारा था क्या?' 'यार इस क्लॉस के लिए भी कोई सुबह उठ सकता है....."
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14-01-2013, 10:37 PM | #3 |
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Re: >< भूली बिसरी यादें ><
२. क्लॉस के समय
"यस!! सर , द अन्सर इज़ ..हम्मम्मम्म.....आ आ आ..." "नो सर, आई नो द अन्सर...आ, द अन्सर इज़ ....." " ये प्रोफेसर अपने आपको न्यूटन समझता है" "अरे यार, लेक्चर को छोड....अन्जली क्या लग रही है आज...." "उसके बगल में नहीं बैठ सकता था....गधा......" "मेरा असाइनमेन्ट तेरे पास ही है न?" "अगर हेड आया तो कैन्टीन चलते हैं, अगर टेल आया तो अभी तुरन्त कैन्टीन चलेंगे!!" "बॉस , क्लास खत्म होते ही चाय चाहिए......"
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14-01-2013, 10:37 PM | #4 |
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३. लैब में
"एक्सपेरिमेन्ट २ लिखा??" "इधर करना क्या है??" "ए भाई,.....मेरे को आता तो तेरे पास क्यूँ आता......बता न...." "अरे तू तो बुरा मान गया......डाटा दिखा न........"
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14-01-2013, 10:38 PM | #5 |
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४. यूनिट टेस्ट
"यूनिट टेस्ट ???? .....अरे यार...... " "क्या......अबे यूनिट टेस्ट में इतना टॉपिक है तो फाईनल में क्या होगा...." "बॉस,...हो गया....और नहीं हो सकता.......मैं जान नहीं दे सकता......." "ओह, ..इतना सिलेबस हो चुका.....?" "अरे , आज कौन सा टेस्ट है?" "ओए, सन्जीव कहाँ है, .....उसका रॉल न. मेरे बाद है,...वो नहीं आया तो मैं पक्का फेल....."
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14-01-2013, 10:39 PM | #6 |
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५. परीक्षा
" जो (मुझे) आता है, वो (पेपर में) नहीं आता, जो नहीं आता , वही आता है" " ये प्रश्न दो साल से नहीं आया है.." "अरे नहीं, ये लास्ट टाईम ही तो आया था......१० न. के प्रश्न को ३ न. में डाल दिया था" "नहीं समझा तो रट ले" "पिछले पेपर में कुछ तो आता था.....इसमें तो अण्डा आता है......" " एक और दिन का गैप दे देता तो थर्ड वर्ल्ड वार हो जाता क्या......."
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14-01-2013, 10:39 PM | #7 |
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६. परीक्षा के बाद
"ये भी सिलेबस में था क्या?" "अच्छा!! ये ऐसे होता है क्या....?" " पहले में ३ मार्क्स , दूसरे में ज़ीरो, तीसरे में २, ...गया.....पक्का फेल इस बार....." "यार नोटिस लगते ही फाड देना...........वो क्या सोचेगी मेरा मार्क्स देखकर......"
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14-01-2013, 10:39 PM | #8 |
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७. वाईवा
"सबमिशन अब तक हुआ नहीं है, वाईवा क्या घन्टा दूँगा.." "ऐ ...रोहित.....तेरे से क्या पूछा....." "एक्सटर्नल के घर में बच्चे नहीं हैं क्या...?" "देख बॉस !! एक्सटर्नल भी आदमी है, उसको पता है स्टूडेन्ट्स की अब तक तैयारी नहीं हुई है....." "देख, तू जो भी पढेगा , वो तेरे से नहीं पूछा जाएगा, तो जान किसलिए दे रहा है?"
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14-01-2013, 10:40 PM | #9 |
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८. सबमिशन
"ये भी छापना है क्या?" "इसका भी प्रिन्ट-आउट लेना है क्या?" "जय हो कम्प्यूटर बाबा की....जय हो Ctrl C - Ctrl V की......" "तूझे सर का साईन मारना आता है क्या?" "ये तूने लिखा क्या है???" "जो वर्ड समझ में आ रहा है वो लिख,...जो नहीं आ रहा उसकी ड्राईंग कर दे...." "फिर भी, कुछ तो आइडिया होगा??" " अरे मैंने सन्दीप से लिखा था, मेरा तो चेक भी हो गया, तू भी वही कर दे." "कोई हिन्ट......." "अरे बाबा, घसीट दे......न तू समझेगा न वो.....
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14-01-2013, 10:43 PM | #10 |
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9... चलते - चलते
चलो आज सभी जीटी (जनरल तड़ी अर्थात कक्षा का सामूहिक बहिष्कार) मारते हैं। (और देखते ही देखते पूरी कक्षा खाली .......................................हो गयी)
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