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05-02-2015, 11:02 PM | #1 |
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Beyond This World
हमारा जन्म सिर्फ खाने , सोने , घूमने , या आनन्द लेने के लिये नहीं हुआ है । हम सभी को एक खास उद्देश्य से इस धरती पर भेजा गया है। इसे इस तरह से समझ लें कि जो कार्य स्वयं भगवान नहीं कर सकते थे उसके लिये उन्होंने आपका चुनाव किया है।
हम सभी जानते हैं कि कोई तो एक अदृश्य शक्ति है जो इस दुनिया को सन्चालित कर रही है , हम उस शक्ति को भगवान कहते हैं , आप उसे अल्लाह , जीसस , बुद्ध कुछ भी नाम दे सकते हैं ।
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05-02-2015, 11:09 PM | #2 |
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Re: Beyond This World
कुछ लोग सोचते हैं कि ये जीवन सिर्फ जीने और आनन्द लेने के लिये ही है , और वो अपने पूरे जीवन को यही सोच कर बिता देते हैं । पर जीवन के आखिरी पडाव के समय उन्हें एक खालीपन महसूस होता है , ऐसा लगता है कि उन्होंने अपना पूरा जीवन व्यर्थ गँवाया। और ऐसा लगना स्वाभाविक भी है , क्योंकि भगवान ने जिस उद्देश्य के लिये आपको भेजा था , आपने जानने की कोशिश ही नहीं की कि वो उद्देश्य है क्या? और युँहि पूरा जीवन व्यर्थ के कार्यों में बर्बाद कर दिया ।
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It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice Last edited by Pavitra; 05-02-2015 at 11:11 PM. |
05-02-2015, 11:24 PM | #3 |
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Re: Beyond This World
हमारा व्यक्तित्व "शरीर और आत्मा" से मिलकर बना है। जैसा कि हम जानते हैं कि आत्मा परमात्मा का ही एक अंश है तो हमें यह समझना चाहिये कि आत्मा कोई एक सामान्य या मामूली चीज नहीं है , बल्कि ये बेहद शक्तिशाली है। आत्मा के पास इतनी शक्ति है कि आप जो चाहें वो इसकी मदद से प्राप्त कर सकते हैं ।
जरूरत है तो सिर्फ इसे पहचानने की , इसकी शक्ति को महसूस करने की , और फिर इसके अनुरूप कार्य करने की ।
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05-02-2015, 11:28 PM | #4 |
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Re: Beyond This World
बहुत से लोगों को पता ही नहीं होगा के हमारी आत्मा इतनी शक्तिशाली है कि वो असम्भव कार्यों को भी सम्भव बना सकती है।
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05-02-2015, 11:33 PM | #5 |
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Re: Beyond This World
हमारे आसपास क्या हो रहा है , क्या होता है और क्या हो सकता है ये हम जानते हैं । लेकिन हमारे अन्दर भी एक पूरा ब्रह्मान्ड है , जिसके बारे में हमें कोई ज्ञान नहीं है । एक ऐसी शक्तिशाली दुनिया है जिसमें इतनी शक्ति है कि वो हमारे सपनों को , इच्छाओं को पूरा कर सकती है ।
एक ऐसी ही दुनिया के विषय में विचारों के आदान-प्रदान हेतु ये सूत्र प्रस्तुत है ।
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05-02-2015, 11:53 PM | #6 |
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Re: Beyond This World
Telepathy हमें जब भी किसी से बात करनी होती है तो हम उसे फोन करते हैं या message करते हैं , या e-mail या किसी और के द्वारा उस तक अपनी बात पहुँचाते हैं। पर क्या ऐसा सम्भव है कि आप न तो फोन करें और ना ही message करें लेकिन फिर भी आपकी बात उस व्यक्ति तक पहुँच जाये ??? हाँ , ऐसा सम्भव है । आप बिना किसी उपकरण के या किसी व्यक्ति की सहायता के अपनी बात दूसरे तक पहुँचा सकते हैं - Telepathy के माध्यम से । Telepathy एक mind to mind communication है । जहाँ आप अपने मन की बात दूसरे व्यक्ति के मन तक पहुँचा सकते हैं ।कोई फर्क नहीं पडता कि व्यक्ति आपके पास है या बहुत दूर , आप कभी भी , कहीं भी उसके साथ सम्पर्क कर सकते हैं, और वास्तव में ऐसा सम्भव है। मेरा खुद का अनुभव है , थोडे से प्रयास से ही आप इसमें सफल हो सकते हैं। इसके लिये आपको बस एकाग्रचित्त , इच्छाशक्ति , और शान्ति की आवश्यकता है । Telepathy कैसे होती है और इसके लिये क्या करना होगा ये आगे जानते हैं -
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06-02-2015, 09:58 AM | #7 |
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Re: Beyond This World
बहुत सुंदर विषय आपने लिया है, पवित्रा जी. ऐसे विषयों के प्रति हर व्यक्ति के मन में जिज्ञासा पायी जाती है और हर कोई पराभौतिक बातों के बारे में अवश्य जानना चाहता है. आपने इस लेख का आरम्भ इतने बढ़िया अंदाज़ में किया है कि मैं बता नहीं सकता. आपके इस नवीनतम आलेख के लिए आपको धन्यवाद देना चाहता हूँ और शुभकामनाएं भी.
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26-02-2015, 07:24 PM | #8 |
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Re: Beyond This World
बहुत अच्छी जानकारी है।
सूत्रधार को बधाई। |
30-07-2015, 11:17 PM | #9 |
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Re: Beyond This World
AURA प्रत्येक जीव के शरीर के चारों ओर एक वलय होती है जिसे Aura यानि आभा कहते हैं । प्रत्येक जीव जिसे जीवित रहने के लिये औक्सीजन की आवश्यकता होती है , उसकी अपनी एक आभा होती है । Aura को महसूस किया जा सकता है और कुछ प्रयासों के साथ देखा भी जा सकता है । Aura के माध्यम से आसानी से बताया जा सकता है कि व्यक्ति अभी क्या महसूस कर रहा है?क्या वह गुस्से में है या किसी अवसाद से ग्रसित है? सभी जीवों के चारों तरफ हर समय एक ऊर्जा का प्रवाह होता रहता है | यह ऊर्जा सकारात्मक होगी या नकारात्मक ये पूरी तरह से हमारे कर्मों पर निर्भर करता है । अगर कोई व्यक्ति हमारे करीब से गुजरता है तो वह हमारी ऊर्जा को प्रभावित करता है । जब हम किसी से हाथ मिलाते हैं , गले मिलते हैं या पास में भी खडे होते हैं तो हम उस ऊर्जा के प्रवाह में बाधा डालते हैं । आपने गौर किया होगा कि आप किसी व्यक्ति से मिलते हैं तो आपको उससे मिलकर बहुत अच्छा महसूस होता है , और कभी कभी किसी व्यक्ति के आपके पास से गुजर जाने भर से आप बुरा महसूस करने लगते हैं , आपको उसका बात भी करना बर्दाश्त नहीं हो पाता । ऐसा सभी लोगों के साथ होता है । दरसल ऐसा उसी ऊर्जा की वजह से होता है जो हर समय हमारे आस-पास Aura बनके प्रवाहित हो रही होती है । सामान्य तौर पर व्यक्ति का Aura उस व्यक्ति के शरीर से 3 फुट की दूरी तक प्रवाह करता है। कुछ विशेष लोगों का Aura उनके शरीर से 40-50 फुट की दूरी तक भी फैला होता है । विशेष लोगों से मतलब है कि सन्त , सात्विक लोग , महान व्यक्तित्व या चोर , Rapist..... जी हाँ एक Rapist का Aura भी उसके शरीर से काफी दूर तक प्रवाहित होता है, शायद यही वजह होती है कि बहुत से लोग भीड-भाड वाली जगहों पर , फिल्म थियेटर या बस/ट्रेन में .... ऐसे लोगों को देख कर आभास लगा लेते है कि ये सही व्यक्ति नहीं हैं और बहुत बार हमें ये आभास मदद करता है हमारा ऐसे लोगों से बचाव कराने में । कहते हैं भगवान बुद्ध का Aura उनके शरीर से 80 मील की दूरी तक प्रवाहित होता था । ये हमारे कर्म और भावनाएँ निर्धारित करते हैं कि हमारी ऊर्जा सकारात्मक होगी या नकारात्मक और हमारी ऊर्जा का प्रवाह कितना होगा ।
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It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice Last edited by Pavitra; 31-07-2015 at 03:20 PM. |
31-07-2015, 02:45 PM | #10 | |
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Re: Beyond This World
Quote:
इस विषय पर हमने पहले भी सुना है और कुछ पढ़ा भी है. कुछ लेखों में फोटो के माध्यम से भी दिखाने की कोशिश की गयी है. आपके द्वारा प्रस्तुत की गयी जानकारी ज्ञानवर्धक है. इस संदर्भ में कुछ और जानकारी की प्रतीक्षा रहेगी. धन्यवाद.
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