My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > Art & Literature > Mehfil

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 09-02-2013, 11:45 PM   #11
agyani
Member
 
agyani's Avatar
 
Join Date: May 2012
Location: copy... /... paste
Posts: 163
Rep Power: 14
agyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the rough
Default Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)

भैंसा बोला-" तुम लोग महाराज-महाराज कहके यमराज को कितना बेवकूफ़ बना रहे हो मैं सब जान गया हुँ मुझे इसी बात का यहाँ भंडाफ़ोड़ करना है। कल ही मुझे भुलाउ ने बताया कि एक इंटरनेट नाम की एक चीज आई है कम्प्युटर में।अगर तुम्हे किसी का भंडाफ़ोड़ करना है तो आना, मैं उसमें तुम्हारा ब्लाग बना दुंगा फ़िर तुम अपनी बात वहां लिखकर छाप देना। सारी दुनिया जान जाएगी और पोल भी खुल जाएगी, मै इसी लिए यहाँ पर आया हुँ।
"हम लोग क्या बेवकूफ़ बना रहे हैं रे? मेहतरु बोला। " चुप बे! (भैंसा को गुस्सा आ गया) मेरा दिमाग खराब होगा तो अभी सींग मार कर सुधार दुंगा साले तेरे को। बहुत हलकान कर दिया है तुने मुझे। साले! मेरा खल्ली-चुनी, बिनौला को चोरी करके ले जाता है और अपनी भैंस को खिला देता है। मेरे लिए जो हरी घास आती है उसे अपने घर ले जाता है, पता नही क्या अपनी बीबी को खिलाता है या भैंसी को और मेरे को पुछ रहा है कि क्या बेवकूफ़ बनाता हुँ। मेरा नहाने का साबुन, सर्फ़ , पीने का दारु सब चोरी करके अपने घर ले जाता है, मेरी परेशानी की पराकाष्ठा कल हो गयी,साले! कल रात को मेरा पड़वा भुखा रह गया। उसके खाने के लिए कुछ भी नही था। मेरी आत्मा ही तड़फ़ उठी, ऐसा क्या काम करना जिससे मेरा बच्चा ही भुखा रह जाए। सारी दुनिया बच्चों का पालन पोषण करने के लिए ही काम करती है। यमराज मेरा जो खाना खर्चा देते हैं उस पैसे से तुम दोनो मौज उड़ा रहे हो और मूछ में ताव देते घुम रहे हो और उधर पांच मन की सवारी का बोझा ढोते-ढोते मेरी हालत खराब हो गयी है। ये यमराज महाराज को भैंसे की सवारी का क्या शौक चढा है, राजा है तो घोड़े-वोड़े पर चढना चाहिए।

Last edited by agyani; 09-02-2013 at 11:58 PM.
agyani is offline   Reply With Quote
Old 10-02-2013, 12:01 AM   #12
agyani
Member
 
agyani's Avatar
 
Join Date: May 2012
Location: copy... /... paste
Posts: 163
Rep Power: 14
agyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the rough
Default Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)

अब चित्रगुप्त तुम्हारी सुन लो, तुम्हे भी मजा चखाऊंगा। तुम क्या करते हो मुझे नही मालुम क्या? यमराज की नाक के नीचे,यमराज के कोर्ट में पुरा भ्रष्ट्राचार का खेल तुम ही खेल रहे हो। जब कोई बड़ा मुकदमा आता है तो, पेशी बढाने का पैसा, गवाही आया है तो उससे पैसा, मुद्दई से पैसा, मुजरिम से पैसा, सभी तरफ़ से पैसा ही पैसा बटोर रहे हो। चारों तरफ़ से खाओ बाबु। यदि यमराज ने किसी को कुम्भिपाक नरक की सजा सुना दी तो उसकी फ़ाइल गायब कर दो, नरक वाले जब सजा का आदेश मंगाएं तो कह दो फ़ाईल नही मिल रही है और मुजरिम को यहीं मजा कराओ, तबियत खराब करवा के अस्पताल में दाखिल कर दो। तुम्हारी तो और भी बहुत ज्यादा पोल है जिसे मुझे दुनिया के सामने खोलना है। कम से कम सभी को पता तो चल जाएगा कि मृत्यु लोक का वायरस यहाँ तक आ गया है।
agyani is offline   Reply With Quote
Old 10-02-2013, 12:07 AM   #13
agyani
Member
 
agyani's Avatar
 
Join Date: May 2012
Location: copy... /... paste
Posts: 163
Rep Power: 14
agyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the rough
Default Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)

मेरा दाना-पानी और चारा तक तुम लोग खा जाते हो, जाओ कह दो यमराज से मैं नही आने वाला। ये मेहतरु ही अपनी पीठ पर बैठा कर ले जाएगा कोर्ट यमराज को। जाओ तुम लोग, मेरा समय खराब मत करो, अब मुझे ब्लाग बनाकर तुम्हारी पोल खोलनी है।
भैंसा की बातें सुन कर दोनों को सांप सुंघ गया। पुरी दुनिया के सामने नंगे हो जाएंगे, सारी पोल खुल जाएगी सोच कर दोनों ने भैंसे के पैर पकड़ लिए और कातर स्वर में बोले-" आज के बाद ऐसी गलती नही होगी भैंसा महाराज,आप क्रोध त्याग दिजिए। आपके जैसे ज्ञानी को क्रोध शोभा नही देता। हमें माफ़ करें और ये छापने-वापने का काम ना करें। "बोलो ना रे! अभी तो तुम लोग मुझे आले-साले कह रहे थे, और अभी पैर पकड़ कर माफ़ी मांग रहे हो, कैसे बे मेहतरु! छापुं क्या?" भैंसा ने कहा। "नही नही भैंसासुर जी, ऐसे मत किजिए, आप जो कहेगें वो सब मान्य होगा,- मेहतरु की बजाय चित्रगुप्त ने रोंवासु होके जवाब दिया।" चलो ठीक है, लेकिन मेरी कुछ शर्तें हैं, जिन्हे तुम्हे माननी पड़ेगा, बोलो तैयार हो?-भैंसे ने कहा।
चित्रगुप्त ने कहा-"बताईए भैंसासुर जी, आपकी सारी शर्तें मान्य होंगी।
agyani is offline   Reply With Quote
Old 10-02-2013, 12:10 AM   #14
agyani
Member
 
agyani's Avatar
 
Join Date: May 2012
Location: copy... /... paste
Posts: 163
Rep Power: 14
agyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the roughagyani is a jewel in the rough
Default Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)

तो सुनो! भैंसासुर बोला- पहली शर्त मेरे कोठा में दो-दो घंटे मे गोबर कचरा साफ़ होना चाहिए, दुसरी बात, कुलर और पंखे का इँतजाम होना चाहिए। तीसरी बात- इंटरनेट कम्प्युटर की व्यवस्था होनी चाहिए, टीवी डिस्क का कनेक्शन होना चाहिए, राखी का स्वयंवर देखने के लिए..... वो मुझे बहुत भाती है। रोज हरी हरी घास और खल्ली-चुनी की व्यवस्था दिन में दो बार होनी चाहिए, नहाने के लिए फ़व्वारा और बाथटब की व्यवस्था होनी चाहिए, लगाने के लिए फ़ेयर एन्ड लवली और बिल क्रीम होना चाहिए और मेहतरु मुझे दिन में दो बार डेटाल साबुन से नहलाएगा, मेरे पड़वा के लिए मेहतरु के भैंस के दुध का इंतजाम होना चाहिए, बोलो मंजुर है?
चित्रगुप्त और मेहतरु ने पैर पकड़ कर भैंसा से कहा- हमें मजुंर है भैसासुर महाराज, आप क्रोध त्यागकर हमारे साथ चलें, यमराज जी आपकी बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं, नाराज हो रहें हैं। "यमराज नाराज होगें तुम्हारे उपर, मुझे उससे क्या लेना देना, और मेरे को कहीं क्रोध से कुछ कहे तो तुम्हारा सब भेद यमराज के सामने ही खोल दुंगा" - भैसा ने कहा। चित्रगुप्त ने कहा-"आप चलो भैंसासुर जी, वहां की बात मैं संभाल लुंगा, आपको कोई कुछ नही कहेगा, पुरी मेरी जिम्मेदारी हैं"। "चलो फ़िर चलता हुँ लेकिन जान लेना कि मैं भी छापना जान गया हुँ"-ऐसा कहकर भैंसासुर यममहल की ओर चल पड़े।
(समाप्त)
agyani is offline   Reply With Quote
Old 10-02-2013, 05:16 AM   #15
bindujain
VIP Member
 
bindujain's Avatar
 
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144
bindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond reputebindujain has a reputation beyond repute
Default Re: यमपुरी समाचार ( हास्य व्यँग्य)

अच्छा है









.
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !!
दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !!
bindujain is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks

Thread Tools
Display Modes

Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 11:22 PM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.