02-02-2023, 05:36 PM | #1 |
Diligent Member
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गली अनजान हो लेकिन...(ग़ज़ल)
■■■■■■■■■■■■ खज़ाना चाहने वाला खज़ाना ढूँढ लेता है उदर के वास्ते पंछी भी दाना ढूँढ लेता है जिसे लत है नशे में डूबकर मदहोश होने की गली अनजान हो लेकिन ठिकाना ढूँढ लेता है उसे मालूम है जल जाएगा आगोश में आकर तबाही फिर भी इक पागल दीवाना ढूँढ लेता है मुझे बेदाग़ कहते हो तुम्हारा शुक्रिया लेकिन कमी सब में ही अक्सर ये ज़माना ढूँढ लेता है मुशीबत में बुजुर्गों से भी जाकर मशवरा करना किसी मुश्किल का हल अनुभव पुराना ढूँढ लेता है हुई 'आकाश' मुद्दत वो अभी आया नहीं मिलने बड़ा है हो गया जबसे बहाना ढूँढ लेता है ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी दिनांक- 01/02/2023 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 04-02-2023 at 01:14 PM. |
03-04-2023, 03:05 PM | #2 |
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Re: गली अनजान हो लेकिन...(ग़ज़ल)
संपादन के बाद
गली अनजान हो लेकिन... ■■■■■■■■■■■■ खज़ाना चाहने वाला खज़ाना ढूँढ लेता है उदर के वास्ते पंछी भी दाना ढूँढ लेता है जिसे लत है नशे में डूबकर मदहोश होने की गली अनजान हो लेकिन ठिकाना ढूँढ लेता है उसे मालूम है जल जाएगा आगोश में आकर तबाही फिर भी इक पागल दीवाना ढूँढ लेता है मुझे बेदाग़ कहते हो तुम्हारा शुक्रिया लेकिन कमी सब में ही अक्सर ये ज़माना ढूँढ लेता है मुसीबत में बुजुर्गों से भी जाकर मशवरा करना किसी मुश्किल का हल अनुभव पुराना ढूँढ लेता है हुई 'आकाश' मुद्दत वो अभी आया नहीं मिलने बड़ा है हो गया जबसे बहाना ढूँढ लेता है ग़ज़ल- आकाश महेशपुरी दिनांक- 01/02/2023 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 |
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