17-04-2014, 06:53 PM | #1 |
Diligent Member
|
घनाक्षरी
घनाक्षरी
॰॰॰ नेता अब करते हैँ अपनी ही स्वार्थ सिद्धि, जनता से नहीँ कुछ इन्हेँ सरोकार है। लूटने-खसोटने मेँ लगीँ हुईँ सरकारेँ, लगता कि इनका तो यही कारोबार है। हम तो बेरोजगार रात-दिन बार बार, डूबते हैँ पर नहीँ मिले पतवार है। खुद को किनारे यदि कर लेँगे अगुवा ही, हमको बचाए कौन ये तो मझधार है। घनाक्षरी- आकाश महेशपुरी Aakash maheshpuri ॰॰॰ पता- वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी ग्राम- महेशपुर, पोस्ट- कुबेरस्थान, जनपद- कुशीनगर, उत्तर प्रदेश 09919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 18-04-2014 at 07:53 PM. |
Bookmarks |
|
|