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23-09-2011, 12:37 PM | #1 |
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बात एक रात की
दोस्तो बात एक रात की एक बहुत ही अच्छी कहानी है
ये कहानी मेरी नही है तो शुरू करता हूँ आप सभी से आग्रह है कि आप सभी कहानी पर अपने बिचार रखे और और कहानी का आनन्द ले धन्यवाद
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Gaurav kumar Gaurav Last edited by Bholu; 23-09-2011 at 12:40 PM. |
23-09-2011, 12:46 PM | #2 |
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Re: बात एक रात की
एक रात की कहानी टोपिक तो अच्छा हे अब सुरू करो तब तो बता पाएगे की अच्छी हे या नहीं
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जो सत्य विषय हैं वे तो सबमें एक से हैं झगड़ा झूठे विषयों में होता है। -------------------------------------------------------------------------- जिनके घर शीशो के होते हे वो दूसरों के घर पर पत्थर फेकने से पहले क्यू नहीं सोचते की उनके घर पर भी कोई फेक सकता हे -------------------------------------------- Gaurav Soni
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23-09-2011, 01:00 PM | #3 |
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Re: बात एक रात की
ये कहानी की मुख्य पात्र है भूमि
भूमि एक सीधी साधी और नेक लडकी है और एक कम्पनी मेँ काम करती है एक शाम भूमि को कुछ ऑफिस का काम निपटाना था तो उसने ऑफिस मे ऑवर टाइम काम किया रात के 8 बज चुके थे भूमि को लगा अब चलना चाहिये कोई की उसके दफ्तर से ले कर घर की दूरी थोडी ज्यादा थी और रास्ते मे एक जगंल भी पडता था तो उसने घर निकलना उचित समझा उसने ऑफिस मे अपना काम अगले दिन के लिये रखकर चल दी और बो अपनी कार मे बैठ गई इतने मै भूमि के पिता का फोन आ गया भूमि ने उन्हे कह दिया की बो जल्द से घर पहुँच जायेगी और बो ऑफिस से चल दी
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Gaurav kumar Gaurav |
23-09-2011, 01:25 PM | #4 |
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Re: बात एक रात की
बो ऑफिस से घर की ओर चल दी
चलते चलते जब बो जगंल का रास्ता आया तो भूमि थोडा डर लगना शुरू हो गया जो की स्वाभिक था लेकिन बो इन बातो को इगनॉर करते हुये आगे बडी अचानक उसे दूर से कुछ दिखा लेकिन बो उस ठीक से देख नही पा रही थी भूमि मे जब थोडा ध्यान दिया तो देखा एक आदमी रोड के किनारे से उस आबाज दे रहा है और बो आदमी बहुत ही बुरी तरह से घायल है भूमि गाडी रोकना तो नही चाहती थी पर उसके पैर अपने आप ब्रेक पर दब गये उसने गाडी रूकी तो बो आदमी लडखाडता हुआ कार के पास आया और कार की खिडकी पर पकड कर खुद को सम्भालने लगा भूमि ने पूछा क्या बात है तो आदमी बोला की मुझे बचा लिजिये मुझे बो मार देगा तो भूमि कुछ सोच पाती उससे पहले एक नकाबपोश आदमी ने उस आदमी को गोली मार दी और बो आदमी बडी डेर हो गया अब भूमि की डर के मारे आबाज भी नही निकल रही थी और उस नकाबपोश की नजर भूमि पर पडी भूमि ने आपनी गाडी को स्टार्ट करने की कोशिश की तो बो आदमी ने भूमि की तरफ रिवाल्वर तान दी और गाडी से बाहर आने के लिये कहा तो जैसे ही भूमि गाडी से उतर कर आगे बडी तो उस आदमी ने भूमि के सिर पर रिवाल्वर तान दी भूमि डर के मारे रोने लगी तो उस आदमी ने ...
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Gaurav kumar Gaurav |
23-09-2011, 01:42 PM | #5 |
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Re: बात एक रात की
भूमि का हाथ पकड लिये और जगंल मै ले जाने लगा
भूमि डर और घबराहट की बजह से कुछ भी नही बोल पा रही थी लकिन फिर भी हिम्मत कर के उस आदमी से पूछ के बो उस कहाँ ले जा रहा है तो उस आदमी ने बडे क्रूर नजरो से भूमि की तरफ देखा और दोस्तो अगल पार्ट थोडी मे देता हूँ
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Gaurav kumar Gaurav |
23-09-2011, 05:12 PM | #7 |
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Re: बात एक रात की
acchi kahani hai.. bholu bhai.. keep it up..
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अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
23-09-2011, 05:33 PM | #8 |
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Re: बात एक रात की
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Gaurav kumar Gaurav |
23-09-2011, 06:05 PM | #9 |
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Re: बात एक रात की
भाई भोलू, कहानी मे तो शुरुवात से ही इतना सस्पेंस है आगे क्या होगा यह जानने की सबकी प्रबल इच्छा और जिज्ञासा हो रही है तो कहानी का अगला भाग शिघ्र डालने का आपसे अनुरोध है । धन्यवाद
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==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
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23-09-2011, 08:55 PM | #10 |
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Re: बात एक रात की
उस आदमी ने भूमि की तरफ क्रूर नजरो से देखा
और एक डराबना कम्पन भूमि के शरीर मेँ होने लगा और भूमि चुपचाप खडी रही इतने मै बो नकाबपोश भूमि का हाथ पकड कर उस जबरजस्ती जगंल की तरफ ले गया और भूमि न चाहते हुये भी एक कटपुतली की तरह उसके साथ चल दी बो आदमी बडीक्रूरता से भूमि का हाथ पकड कर खसीटते हुये जगंल मै ले गया इतने मै भूमि एक जगह थम गई और जोर जोर से रोने लगी तब नकाब पोश थोडा रूका उसने भूमि की तरफ देखा और बडे ही बेचिदा हसी हसने लगा भूमि रोते हुये कहने लगी की मुझे छोड दो मुझे जाने दो मैने तुम्हारा क्या बिगाडा है तो बो आदमी बोला की मुझे क्या मिलेगा तुमे छोडने पर तो भूमि ने थोडा बात के असर से समझा की उसके बचने के कुछ चाँस ले तो भूमि बोली की तुम मेरी गाडी लेलो मेरी पूरे पैसे ले लो पर मुझे छोड दो ये बात सुन के नकाबपोश हसने लगा और कहा की तुझे मारना ही ठीक रहेगा और उसने अपनी बन्दूक को उल्टे हाथ मै लिया और सीधे हाथ मे अपने कोट की जेब मे से एक छोरा निकाला और बहसी पने की हसी हसने लगा और भूमि के करीब आके खडा हो गया तभी भूमि उसके पैरो पर गिर गई और अपनी जान की भीख मागने लगी फिर से जिन्दगी का भूमि का साथ छोडने की कगार पर आ खडी हुई.....Cont
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Gaurav kumar Gaurav |
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