05-01-2014, 05:58 AM | #41 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
05-01-2014, 05:59 AM | #42 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
शूमाकर ने 1984 में पहली बार मोटर रेस में हिस्सा लिया। उन्होंने जर्मन जूनियर कार्ट चैंपियनशिप में हिस्सा लिया और चैंपियन भी बने। 1987 में वे जर्मन और यूरोपियन कार्ट चैंपियन बने। ऊपर दी गई तस्वीर 1995 की है। जिस कार्ट पर शूमाकर बैठे हैं वह अब उनके पिता केरपेन के पास है
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05-01-2014, 05:59 AM | #43 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
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05-01-2014, 06:00 AM | #44 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
1991 में शूमाकर ने करियर की पहली ग्रांप्री में हिस्सा लिया। उस साल बेल्जियम के बर्ट्रेंड गाचोट किसी विवाद के कारण जेल चले गए थे। उनके बाहर होने के बाद शूमाकर को रेस में हिस्सा लेने का मौका मिला। तकनीकी खराबी के कारण वे महज 500 मीटर की दूरी तय कर पाए थे, लेकिन उन्हीं 500 मीटर में उन्होंने अपनी स्किल्स दिखा दी थीं
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05-01-2014, 06:00 AM | #45 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
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05-01-2014, 06:00 AM | #46 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
जोरडन टीम के साथ डेब्यू करने वाले शूमाकर के परफॉर्मेंस से बेनेटन टीम काफी प्रभावित हुई थी। कानूनी लड़ाई लड़कर बेनेटन ने शूमाकर को अपनी टीम में शामिल किया था। करियर की दूसरी रेस - इटालियन ग्रांप्री - में शूमाकर पांचवें स्थान पर रहे।
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05-01-2014, 06:01 AM | #47 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
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05-01-2014, 06:01 AM | #48 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
शूमी के नाम से अपने फैन्स के बीच में पॉपुलर शूमाकर ने करियर की पहली ग्रांप्री 1992 में जीती। मेक्सिको में वे पहली बार 1992 में पोडियम पर चढ़े। उसी साल बेल्जियम ग्रांप्री जीतकर उन्होंने खिताबी सफर का आगाज किया
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05-01-2014, 06:01 AM | #49 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
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05-01-2014, 06:02 AM | #50 |
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Re: खेल : मैदान में , मैदान से बाहर
करियर में पहली बार पोल पोजिशन हासिल करने के लिए शूमाकर को लंबा इंतजार करना पड़ा। 1992 में पहली रेस जीतने के बावजूद यह प्रतिष्ठित स्थान उन्हें 1994 की मोनाको ग्रांप्री में मिला।
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