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24-11-2010, 07:13 AM | #1 | |
Exclusive Member
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Re: सिंहासन बत्तीसी
Quote:
बहुत अच्छा था
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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