23-12-2010, 01:21 PM | #11 |
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Re: कुछ अदभूत चित्र
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
23-12-2010, 01:22 PM | #12 |
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
23-12-2010, 01:23 PM | #13 |
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
23-12-2010, 01:28 PM | #14 |
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
23-12-2010, 01:29 PM | #15 |
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23-12-2010, 01:30 PM | #16 |
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23-12-2010, 01:31 PM | #17 |
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23-12-2010, 01:31 PM | #18 |
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23-12-2010, 01:32 PM | #19 |
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23-12-2010, 01:32 PM | #20 |
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Re: कुछ अदभूत चित्र
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काल करे सो आज कर, आज करे सो अब, पल में प्रलय होयगी, बहुरि करोगे कब. - संत कबीर |
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