09-04-2013, 11:45 PM | #1 |
Diligent Member
|
एक बाप की पीड़ा
उसका कद आज लगता है मुझसे बड़ा हो गया है तभी तो आज कल उसका रुख थोडा कड़ा हो गया है ! मैंने सिखाया था जिसे उसकी ऊँगली पकड़ के चलना लगता है शायद आज वो अपने पैरों पे खड़ा हो गया है ! बिना मांगे करता मैं सदा उसकी हर मांग पूरी क्यूं आज मेरी एक छोटी मांग पर झगडा हो गया है ! मेरा बेटा आज मेरा बेटा ना रह कर बाप बन गया क्यों आज वो जैसे आस्तीन का पला सांप बन गया है सोमबीर'''' नामदेव ''' Last edited by sombirnaamdev; 11-04-2013 at 11:06 PM. |
09-09-2013, 12:41 AM | #2 |
Member
Join Date: Jul 2013
Posts: 192
Rep Power: 17 |
Re: एक बाप की पीड़ा
बेहतरीन !!!!!!!!!!Nice One.
|
Bookmarks |
|
|