17-09-2011, 12:11 AM | #51 |
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Re: खबर.कॉम
टेलीफोन रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने सभी मोबाइल कंपनियों को नया आदेश जारी किया है। इस आदेश के मुताबिक यदि किसी मोबाइल नंबर (सिम) से 30 दिनों तक आउटगोइंग या इनकमिंग कॉल नहीं आता है तो वह सिम ब्लॉक हो जाएगा। इतना ही नहीं, वह नंबर दूसरे को आवंटित भी किया जा सकता है। ट्राई के इस नियम को जानने वाले आम लोगों की संख्या काफी कम है। क्यों पड़ी नियम की जरूरत अधिकतर मोबाइल कंपनियां अब डबल सिम की सुविधा वाले मोबाइल हैंडसेट बनाने लगे हैं। ऐसे में लोग दो सिम को लगाते हैं, लेकिन प्रयोग सिर्फ एक ही सिम करते हैं। ऐसे में एक सिम यूं ही पड़ा रहता है। इसे देखते हुए ट्राई ने नया नियम लागू किया है। पहले 90 दिनों की थी वैधता एक साल पहले ट्राई ने सिम के दुरुपयोग को रोकने के लिए लाइफ टाइम सिम की वैधता 90 दिन कर दी थी। इसके तहत जिस सिम का 90 दिन तक कोई उपयोग नहीं हुआ, उसे ब्लॉक कर दिया गया। इसके बाद संबंधित मोबाइल कंपनी को वह नंबर किसी दूसरे ग्राहक को आवंटित कर सकती थी। अनेक उपभोक्ता परेशानी में शहर के हजारों मोबाइल उपभोक्ता ट्राई के इस आदेश से परेशानी में पड़ गए हैं। इनमें अधिकतर वैसे लोग हैं, जो अपने व्यापार के सिलसिले में शहर से बाहर आना-जाना लगा रहता है। कई लोग विदेश की यात्रा भी करते हैं। विदेश यात्रा पर जाने वाले लोग यहां के सिम का उपयोग नहीं करते हैं। इसके अलावा दो सिम लगाने वाले लोगों की भी परेशानी बढ़ी हुई है। ऐसे में लोगों को तीस दिनों में कम से कम एक कॉल करना जरूरी हो गया है। आदेश का पालन अनिवार्य ट्राई की ओर से यदि आदेश जारी किया गया है, तो उसका पालन मोबाइल कंपनियों द्वारा करना अनिवार्य है। बीएसएनएल का मोबाइल सिस्टम कोलकाता से संचालित होता है। ट्राई का आदेश आने के बाद उसे कोलकाता में ही कंप्यूटर द्वारा फीड कर दिया जाता है। एके पाही, जीएम, बीएसएनएल 30 दिन की अवधि की जानकारी आम लोगों को नहीं होने से ग्राहकों के साथ-साथ हमें भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। हाल ही ऐसे कई मामले सामने आए हैं। कुछ मोबाइल कंपनियां अब भी 90 दिन तक समय दे रही हैं। इस नियम से वैसे लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं, जो हमेशा बाहर आते-जाते रहते हैं। आदर्श मेंहदी, संचालक, मोबाइल दुकान
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17-09-2011, 12:20 AM | #52 |
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Re: खबर.कॉम
जी हां, चीन भारत को केवल सरहदों पर ही चुनौती नहीं दे रहा है बल्कि भारतीय अर्थव्यस्था के भीतर तक चीन की पैठ बन चुकी है यह खुलासा हुआ है राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार की एक गोपनीय रिपोर्ट में। इस रिपोर्ट के मुताबिक भारत के लगभग 26 फीसदी औद्योगिक उत्पादन चीन से आयात किए गए कच्चे माल पर निर्भर करता है और चीन जब चाहे इन पर रोक लगाकार भारतीय उद्योग जगत को परेशानी में डाल सकता है।
राष्ट्रीय सुरझा सचिवालय ने सरकारी विभागों को चीन के बारें में एक रिपोर्ट तैयार करके दी है इस रिपोर्ट के मुताबिक बिजली, दवा, दूरसंचार और सूचना तकनीक में चीन काफी अंदर तक पैठ बना चुका है। आपको बता दें कई जरुरी ड्रग के लिए भारत अब पूरी तरह से चीन पर निर्भर है इससे घरेलू दवा उद्योग को हर साल 25 करोड़ रुपए की चपत लगती है। वहीं दूरसंचार उपकरण का 62 प्रतिशत हिस्सा चीन से आयात किया जाता है जिससे साइबर सुरक्षा और देश की सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। आपको बता दें कि चीन दुनिया का सबसे बड़ा तकनीक उत्पादक देश है और 2020 तक भारत का तकनीक आयात बिल तेल आयात बिल से ज्यादा होने की उम्मीद है जिससे चीन पर भारत की निर्भरता और भी बढ़ जाएगी। सीफएल के कच्चे माल के लिए भारत पूरी तरह से अब चीन पर निर्भर है और अभी हांलहि में चीन ने फास्फोर की कीमत बढ़ाकर उद्योग जगत को तगड़ा झटका दिया है। यहीं नहीं इस रिपोर्ट के मुताबिक अगले पांच सालों में चीन हमारे 75 फीसदी मैन्यूफैक्चरिंग को उत्पादन को नियंत्रित कर लेगा। देश की जितनी निर्भरता चीन पर बढ़ती जा रही है उतना ही खतरा भारतीय अर्थव्यवस्था को चीन से बढ़ता जा रहा है।
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17-09-2011, 09:05 AM | #53 |
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Re: खबर.कॉम
पाकिस्तान में प्यार करने पर दरिंदगी, काट डाला गुप्तांग
पाकिस्तान में प्रेम सम्बंध के एक मामले में कुछ लोगों ने एक व्यक्ति का गुप्तांग काट दिया। एक मीडिया रिपोर्ट में शुक्रवार को यह जानकारी दी गई। समाचार पत्र 'डेली टाइम्स' के मुताबिक इस्लामाबाद स्थित प्रांतीय सिंध सरकार के अतिथि गृह में सिंध हाउस के एक अधिकारी ने कथित रूप से अपनी भतीजी से प्रेम सम्बंध रखने पर एक 20 वर्षीय युवक का गुप्तांग काट दिया। अधिकारी ने यह करतूत अंजाम देने से पहले तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर कथित रूप से युवक का अपहरण किया और नशा देकर उसके साथ मारपीट भी की। ज्ञात हो कि सिंध हाउस इस्लामाद स्थित पाकिस्तान सचिवालय के समीप स्थित है। सूत्रों ने बताया कि घटना के बाद युवक किसी तरह सिंध हाउस की पुलिस चौकी के पास पहुंचा। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उसे गम्भीर हालत में पाकिस्तान इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज में पहुंचाया जहां डॉक्टरों की एक टीम ने उसका ऑपरेशन किया।
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17-09-2011, 09:08 AM | #54 |
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Re: खबर.कॉम
करंट वाली टोपी पहनी तो 10 गुना तेज चलेगा दिमाग
अब एक टोपी पहन कर आप कोई भी कला 10 गुना जल्दी सीख सकते हैं। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने एक इलेक्ट्रॉनिक टोपी बनाई है, जो आपके दिमाग की मांसपेशियों को करंट से नियंत्रित कर सकती है। इसे पहनने पर दिमाग के उन हिस्सों में करंट भेजा जाता है जो कुछ सीखने में मदद करते हैं। हालांकि यह करंट 1 एम्पियर (करंट का यूनिट) के एक हजारवें हिस्से से भी कम होता है। शोधकर्ताओं ने 15 लोगों को टोपी पहनाई। उन्हें बटन का एक सेट दिया। जैसे पियानो बजाते समय बटन दबाते हैं, वैसे ही उन बटन को तीन अलग-अलग तरीकों से दबाने को कहा गया। इस दौरान टोपी से दिमाग में हल्का करंट भेजा गया। यह प्रक्रिया दस मिनट तक चली, जब तक सभी लोग सही तरीके से बटन दबाना सीख गए। एक दिशा में करंट भेजने में पाया गया कि लोग 10 गुना जल्दी सीख गए। उसकी उल्टी दिशा में करंट भेजने से लोगों को सीखने में देर लगी। वैज्ञानिक प्रो. जोहानसन बर्ग ने बताया कि यह टोपी दिमाग की मांसपेशियों को नियंत्रित करती है। इसलिए इसका प्रयोग केवल ऐसे काम सीखने के लिए किया जा सकता है जिनमें दिमाग की मांसपेशियों का प्रयोग हो। जैसे नाव चलाना या पियानो बजाना। बर्ग ने कहा कि एजुकेशनल और स्पोर्ट्स ट्रेनिंग के अलावा यह चिकित्सा क्षेत्र में भी काम आएगी। स्ट्रोक के बाद आने वाली परेशानियों, जैसे अंधेपन और भाषा समझने में दिक्कत का हल भी मिल सकता है। टोपी का असर उसे उतारने के आधे घंटे बाद तक रहता है। लेकिन बर्ग ने कहा कि रोजाना इस्तेमाल से इसका प्रभाव बढ़ाया जा सकता है।
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