10-08-2013, 07:48 PM | #1 |
Diligent Member
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ग़ज़ल - आसरा मिल गया
. . . . . प्यार का है मुझे आसरा मिल गया जिन्दगी को नया रास्ता मिल गया है यही जिन्दगी साथ हो हमसफर हमसफर मिल गया तो खुदा मिल गया मौत भी थम गई साँस चलने लगी आज तो जिन्दगी का पता मिल गया हम हसीँ जुल्फ की छाँव मेँ आ गये यार जैसे कि जीवन नया मिल गया था कि सपना यही यार को देखते पर यहाँ इश्क का फैसला मिल गया प्यार कहते सभी आग की है नदी एक ग़म का नया सिलसिला मिल गया आज 'आकाश' का हमसफर तूँ हुआ अब न ये पूछना तुम कि क्या मिल गया ग़ज़ल - आकाश महेशपुरी Aakash maheshpuri ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ ॰ पता- वकील कुशवाहा उर्फ आकाश महेशपुरी ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश सम्पर्क सूत्र- 09919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 12-08-2013 at 09:48 AM. |
08-02-2020, 12:03 PM | #2 |
Diligent Member
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Re: ग़ज़ल - आसरा मिल गया
आंशिक परिवर्तन के बाद
प्यार का है मुझे आसरा मिल गया जिन्दगी को नया रास्ता मिल गया है यही जिन्दगी साथ हो हमसफर हमसफर मिल गया तो खुदा मिल गया आ गया मैं हसीं जुल्फ की छाँव में यार जैसे कि जीवन नया मिल गया था कि सपना यही यार को देखते पर यहाँ इश्क का फैसला मिल गया प्यार कहते सभी आग की है नदी एक ग़म का नया सिलसिला मिल गया मौत "आकाश" आयी चली भी गयी तू मिला जिन्दगी का पता मिल गया - आकाश महेशपुरी |
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