11-08-2014, 11:00 AM | #11 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
एक छोटे से कस्बे में एक आदमी ने बार बिजनेस शुरू करने की सोची!क्या नतीजा सुनाऊं!
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11-08-2014, 11:03 AM | #12 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
एक दिन एक छोटा सा बच्चा अपनी छोटी सी गाड़ी घसीटता हुआ चर्च से गुज़र रहा था। उपदेशक वहीं पर बाहर बैठे हुए थे, तभी गाड़ी का एक पहिया खुलकर गिर गया। “हे भगवान!” लड़का चिल्लाया, उपदेशक ने कहा, बेटे, ऐसा नहीं कहते, कहो ‘भगवान की इच्छा! लड़के ने पहिया वापिस लगाया और घर चला गया!हे भगवान!
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14-08-2014, 02:40 PM | #13 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
एक बार एक लड़का अपने स्कूल की फीस भरने के लिए एक दरवाजे से दूसरे दरवाजे तक कुछ सामान बेचा करता था,एक बार एक लड़का अपने स्कूल की फीस भरने के लिए एक दिन उसका कोई सामान नहीं बिका और उसे बड़े जोर से भूख भी लग रही थी. उसने तय किया कि अब वह जिस भी दरवाजे पर जायेगा, उससे खाना मांग लेगा .. पहला दरवाजा खटखटाते ही एक लड़की ने दरवाजा खोला, जिसे देखकर वह घबरा गया और बजाय खाने के उसने पानी का एक गिलास माँगा .. लड़की ने भांप लिया था कि वह भूखा है, इसलिए वह एक .. बड़ा गिलास दूध का ले आई. लड़के ने धीरे-धीरे दूध पी लिया .. कितने पैसे दूं? लड़के ने पूछा. पैसे किस बात के? लड़की ने जवाव में कहा. माँ ने मुझे सिखाया है कि जब भी किसी पर दया करो तो उसके पैसे नहीं लेने चाहिए. तो फिर मैं आपको दिल से धन्यवाद देता हूँ. जैसे ही उस लड़के ने वह घर छोड़ा, उसे न केवल शारीरिक तौर पर शक्ति मिल चुकी थी, बल्कि उसका भगवान् और आदमी पर भरोसा और भी बढ़ गया था .. सालों बाद वह लड़की गंभीर रूप से बीमार पड़ गयी. लोकल डॉक्टर ने उसे शहर के बड़े अस्पताल में इलाज के लिए भेज दिया .. विशेषज्ञ डॉक्टर होवार्ड केल्ली को मरीज देखने के लिए बुलाया गया. जैसे ही उसने लड़की के कस्बे का नाम सुना, उसकी आँखों में चमक आ गयी .. वह एकदम सीट से उठा और उस लड़की के कमरे में गया. उसने उस लड़की को देखा, एकदम पहचान लिया और तय कर लिया कि वह उसकी जान बचाने के लिए जमीन-आसमान एक कर देगा .. उसकी मेहनत और लग्न रंग लायी और उस लड़की कि जान बच गयी. डॉक्टर ने अस्पताल के ऑफिस में जा कर उस लड़की के इलाज का बिल लिया .. उस बिल के कौने में एक नोट लिखा और उसे उस लड़की के पास भिजवा दिया. लड़की बिल का लिफाफा देखकर घबरागयी .. उसे मालूम था कि वह बीमारी से तो वह बच गयी है लेकिन बिल कि रकम जरूर उसकी जान ले लेगी .. फिर भी उसने धीरे से बिल खोला, रकम को देखा और फिर अचानक उसकी नज़र बिल के कौने में पैन से लिखे नोट पर गयी .. जहाँ लिखा था, एक गिलास दूध द्वारा इस बिल का भुगतान किया जा चुका है. नीचे उस नेक डॉक्टर होवार्ड केल्ली के हस्ताक्षर थे. ख़ुशी और अचम्भे से उस लड़की के गालों पर आंसू टपक पड़े उसने ऊपर कि और दोनों हाथ उठा कर कहा, हे भगवान ..! आपका बहुत-बहुत धन्यवाद .. आपका प्यार इंसानों के दिलों और हाथों के द्वारा न जाने कहाँ- कहाँ फैल चुका है. अगर आप दूसरों पर .. अच्छाई करोगे तो .. आपके साथ भी .. अच्छा ही होगा .. !! अब आपको दो में से एक चुनाव करना है ..! या तो आप इसे शेयर करके इस सन्देश को हर जगह पहुंचाएँ .. या अपने आप को समझा लें कि इस कहानी ने आपका दिल नहीं छूआ .. !! Plzz शेयर !!!!!
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14-08-2014, 02:59 PM | #14 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
बहुत बढ़िया प्रसंग है. इसे मैं पहले भी कहीं पढ़ चुका हूँ. याद इसलिये है क्योंकि यह सत्य है और मुझ जैसे अनेक लोगों के लिये प्रेरणा का स्रोत रहा है.
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14-08-2014, 03:12 PM | #15 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
bahut heart touching story hai eisi chhoti chhoti baten manvta par vishwas dilati hai or jub tak dunia me eisi ghatnayen barkarar hain tab tak dunia me achhai ka sthan bana rahega bhai........... thanks ......... .
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14-08-2014, 05:44 PM | #16 | |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
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26-08-2014, 11:54 AM | #17 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
जन्म से ठीक पहले एक बालक भगवान से कहता है,” प्रभु आप मुझे नया जन्म मत दीजिये , मुझे पता है पृथ्वी पर बहुत बुरे लोग रहते है…. मैं वहाँ नहीं जाना चाहता …” और ऐसा कह कर वह उदास होकर बैठ जाता है ।पैरों के निशान भगवान् स्नेह पूर्वक उसके सर पर हाथ फेरते हैं और सृष्टि के नियमानुसार उसे जन्म लेने की महत्ता समझाते हैं , बालक कुछ देर हठ करता है पर भगवान् के बहुत मनाने पर वह नया जन्म लेने को तैयार हो जाता है। ” ठीक है प्रभु, अगर आपकी यही इच्छा है कि मैं मृत लोक में जाऊं तो वही सही , पर जाने से पहले आपको मुझे एक वचन देना होगा। ” , बालक भगवान् से कहता है। भगवान् : बोलो पुत्र तुम क्या चाहते हो ? बालक : आप वचन दीजिये कि जब तक मैं पृथ्वी पर हूँ तब तक हर एक क्षण आप भी मेरे साथ होंगे। भगवान् : अवश्य, ऐसा ही होगा। बालक : पर पृथ्वी पर तो आप अदृश्य हो जाते हैं , भला मैं कैसे जानूंगा कि आप मेरे साथ हैं कि नहीं ? भगवान् : जब भी तुम आँखें बंद करोगे तो तुम्हे दो जोड़ी पैरों के चिन्ह दिखाइये देंगे , उन्हें देखकर समझ जाना कि मैं तुम्हारे साथ हूँ। फिर कुछ ही क्षणो में बालक का जन्म हो जाता है। जन्म के बाद वह संसारिक बातों में पड़कर भगवान् से हुए वार्तालाप को भूल जाता है| पर मरते समय उसे इस बात की याद आती है तो वह भगवान के वचन की पुष्टि करना चाहता है। वह आखें बंद कर अपना जीवन याद करने लगता है। वह देखता है कि उसे जन्म के समय से ही दो जोड़ी पैरों के निशान दिख रहे हैं| परंतु जिस समय वह अपने सबसे बुरे वक़्त से गुजर रहा था उस समय केवल एक जोड़ी पैरों के निशान ही दिखाइये दे रहे थे , यह देख वह बहुत दुखी हो जाता है कि भगवान ने अपना वचन नही निभाया और उसे तब अकेला छोड़ दिया जब उनकी सबसे अधिक ज़रुरत थी। मरने के बाद वह भगवान् के समक्ष पहुंचा और रूठते हुए बोला , ” प्रभु ! आपने तो कहा था कि आप हर समय मेरे साथ रहेंगे , पर मुसीबत के समय मुझे दो की जगह एक जोड़ी ही पैर दिखाई दिए, बताइये आपने उस समय मेरा साथ क्यों छोड़ दिया ?” भगवान् मुस्कुराये और बोले , ” पुत्र ! जब तुम घोर विपत्ति से गुजर रहे थे तब मेरा ह्रदय द्रवित हो उठा और मैंने तुम्हे अपनी गोद में उठा लिया , इसलिए उस समय तुम्हे सिर्फ मेरे पैरों के चिन्ह दिखायी पड़ रहे थे। “ दोस्तों, बहुत बार हमारे जीवन में बुरा वक़्त आता है , कई बार लगता है कि हमारे साथ बहुत बुरा होने वाला है , पर जब बाद में हम पीछे मुड़ कर देखते हैं तो पाते हैं कि हमने जितना सोचा था उतना बुरा नहीं हुआ ,क्योंकि शायद यही वो समय होता है जब ईश्वर हम पर सबसे ज्यादा कृपा करता है। अनजाने में हम सोचते हैं को वो हमारा साथ नहीं दे रहा पर हकीकत में वो हमें अपनी गोद में उठाये होता है।
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26-08-2014, 12:07 PM | #18 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
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27-08-2014, 01:29 PM | #19 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
मेरे द्वारा पढ़ी गयी अब तक की सर्वश्रेष्ठ लघुकथाओं में से एक.
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27-08-2014, 04:24 PM | #20 |
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Re: एक दर्द ऐसा भी ....
बहेतरीन एवं हृदयस्पर्शी कहानियां....वाह रफीक जी!
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