16-08-2013, 10:47 PM | #31 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
29 अप्रेल को जब पहले पहल पिस्तौल का रिकॉर्ड खोजने की प्रार्थना की गयी थी, तब से ब्यूरो के सान फ्रांसिस्को कार्यालय ने इस केस को सार्वाधिक प्राथमिकता दी हुई थी. सब से अधिक योग्य एजेंटों में से एक को यह केस सौंपा गया था. 29 वर्षीय लायमन शैफर पढ़ा-लिखा भूतपूर्व पुलिस गुप्तचर था. कुशाग्र-बुद्धि और स्वतः-स्फूर्त विचारों वाला एक ऐसा अधिकारी, जिसने वित्त विभाग में बिताये अपने दो वर्ष के कार्यकाल में अपने लिए बड़ी प्रतिष्ठा अर्जित कर ली थी. शेफर ने पहला काम यह किया कि उसने बैरेटा का सीरियल नम्बर राज्यव्यापी कंप्यूटर नेटवर्क में डाल दिया जिससे यह पता लगाया जा सके कि क्या इसे कैलिफोर्निया में खरीदा गया था? कुछ ही मिनटों में उसे उत्तर भी मिल गया: नहीं. फिर उसने वाशिंगटन स्थित ब्यूरो की कंप्यूटर-खोज-सेवा को टेलीफोन किया. यह अत्यंत आवश्यक होने के नाते, शैफर के टेलीफोन को केंद्र के 15 खोज-कर्मियों में से दो ने तुरंत सुना. शैफर के द्वारा दी गयी सूचना के आधार पर वे जान गये थे कि इटली गोर्डन नामक स्थान में स्थित अत्यधिक सम्मानित मानी जाने वाली पियेत्रो बैरेटा कम्पनी द्वारा बनाई गयी पिस्तौल का इतिहास ढूंढ रहे थे. खोजकर्मी अंतर्राष्ट्रीय टेलीफोन पर उस कम्पनी से जुड़े थे जिसने अभी सुबह सुबह अपने द्वार खोले थे. इस समय वाशिंगटन में रात के दो बज रहे थे. बैरेटा कम्पनी के प्रतिनिधियों के अनुसार, इसका मॉडल 70, 7.65 mm, स्वचालित पिस्तौल, क्रम संख्या A47469 को अप्रेल 1968 में न्यूयॉर्क स्थित एक अमरीकी हथियार आयात करने वाली फर्म जे. एल. गालेफ़ एंड सन को भेजा गया था. गालेफ़ के एक प्रवक्ता ने अपना रिकॉर्ड चैक करने के बाद सूचित किया कि बैरेटा 22 मई 1968 के दिन जे. सी. पैन्नी डिपार्टमेंट स्टोर चेन के एक खरीदारी करने वाले आउटलैट को बेची गयी थी. इस संस्था का मुख्यालय स्टैट्सविला, नॉर्थ केरोलाइना, अमरीका में था. |
18-08-2013, 11:35 PM | #32 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
यह जानते हुये भी कि केन्द्रीय कानूनों के अनुसार आग्नेयास्त्रों के सभी लेन-देन जिनमे आयात किये गये हथियारों की बिक्री हुई हो, दर्ज किये जाने जरूरी हैं, एक खोजकर्मी ने टेलीफोन कर के स्टोर से वाउचर चैक करने की बात कही. आधे घंटे में ही उन्हें उत्तर मिल गया: बैरेटा a474697 जून, 1968 के दिन टेकोमा, वाशिंगटन स्थित एक पैन्नी स्टोर को भेजी गई थी. 31 जुलाई को इसे रोबर्ट जेम्ज़ मैरीनो नाम के (बदला हुआ नाम) एक गोरे व्यक्ति (जिसका कद 1.73 मीटर था, बाल और आँखें भूरी थीं, और जिसका जन्मदिन 9 जून, 1946 था) को बेची गयी थी.
ब्यूरो के खोजियों को बैरेटा के पहले खरीदार का पता लगाने में जहां 24 घंटे से भी कम समय लगा, शैफर ने यह जान लिया कि अब उसे अपने आप ही आगे के लेन-देन का पता लगाना होगा. पहली खरीद के बाद अब तक छः वर्ष बीत चुके थे. इस बात की बड़ी संभावना थी कि इन छः वर्षों में पिस्तौल कई हाथों से होकर गुजरी. पहला कदम तो मैरीनो को खोज निकालना था. शायद वह शैफर को उसके अगले मालिक तक पहुंचा सके. अथवा जिसका शैफर को सबसे अधिक डर था, पिस्तौल मैरिनो के पास से चुरा न ली गयी हो. इस स्थिति में तो सारा खेल ही चौपट हो जाएगा. शैफर ने यह पहले ही निश्चित कर लिया था कि मैरिनो का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था. फिर उसने तेकोना के सभावित पते पर चैक किया. मैरिनो अब वहां नहीं रहता था. तब, अपने अंतर्मन के कहने पर शैफर ने मोटर गाड़ियों के केलिफोनिया विभाग को टेलीफोन किया और काम बन गया.उसने ठीक सोचा था. मैरिनो के पास केलिफोर्निया का ही एक मोटर ड्राइविंग लाइसेंस था. उसमे सांता बारबरा का पता दे रखा था. उस पते पर ब्यूरो के एजेंटों ने संपर्क किया तो वहा उनकी भेंट मैरिनो की माँ से हुई. उसने बताया कि उसका बेटा तो एक धार्मिक समुदाय के साथ रहता है जो सान फ्रांसिस्को से 95 किलोमीटर दूर है. |
18-08-2013, 11:36 PM | #33 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
जब शेफर उससे मिला तो मैरिनो खुशी से सहयोग देने के लिए तैयार हो गया. उसने बताया कि उसने पिस्तौल को झट से बगैर किसी योजना के खरीदा था और उससे कभी फायर तक न किया था. एक वर्ष पहले उसने यह पिस्तौल उस समय के अपने रूम-मेट ब्रेडफोर्ड यूजीन बिशप (कद 1.88 मीटर, बाल सुनहरे) रहने वाला शायद नोवेतो, केलिफोर्निया का था. उसे नहीं मालूम कि बिशप अब कहाँ रहता है.
बिशप, शेफर ने जल्द पता लगा लिया कि, आपराधिक क्रियाकलाप में लिप्त था और उसका पुलिस रिकॉर्ड भी था. सन 1969 और 1971 में उस पर नशीली दवायें रखने के आरोप प्रमाणित हो चुके थे, मैरिनो के अनुसार वह स्वयं इनका सेवन करता था. वर्तमान में वह जेम्ज़ विल्सन नाम का एक भगोड़ा था जिसकी पुलिस को तलाश थी. इस जगह शेफर के सामने एक समस्या उठ खड़ी हुई, क्योंकि बिशप अपनी पिछली कहानी के चिन्हों को मिटाने की कोशिश करेगा. |
18-08-2013, 11:37 PM | #34 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
मोई का सफ़र
3 मई को शेफर ने बिशप की माँ को ढूंढ निकाला. उसने शेफर को बताया कि उसने मार्च के बाद से अपने बेटे को नहीं देखा है जब वो लोस एंजेलिस के लिए घर से निकला था. आख़िरी बार, मां के अनुसार, वह एक भवन निर्माण कम्पनी में काम कर रहा था. यह कम्पनी शहर के दक्षिणी छोर पर स्थित थी. शेफर उससे दो माह पीछे चल रहा था. शेफर ने लोस एंजेलिस की उड़ान भरी. उसने लोस एंजेलिस के दक्षिणी भाग में स्थित सभी कंस्ट्रक्शन कंपनियों को छान मारा. कुल 150 कम्पनियां थीं. लाईमैन शेफर और ब्यूरो ने बिशप के हर परिचित की एक सूचि तैयार की. बड़ी कठिनाई से 25 पुरुषों और महिलाओं के पते ढूंढें गये जिनसे मुलाक़ात और पूछताछ की जानी तय हुई. 15 मई तक एक सूत्र सामने आया. शेफर ने उस व्यक्ति को ढूंढ निकाला जिसने बिशप को जनवरी मे एक स्टेशन वैगन बेची थी. उसने केलिफोर्निया स्थित सभी पुलिस केन्द्रों को इस कार के बारे में जानकारी देने की प्रार्थना की. एक घंटे में उसे उत्तर प्राप्त हो गया. मार्च की 25 तारीख को सेंटा मोनिका पुलिस विभाग ने रिपोर्ट भेजी कि कार को लावारिस हालत में बरामद किया गया है. अगले दिन सान फ्रांसिस्को में ग्रेंड ज्यूरी ने चार ज़ेब्रा अभियुक्तों को 12 आरोपों में दोषी पाया जिनमे हत्या और अपहरण भी शामिल थे. पहली सुनवाई 8 जुलाई को तय हुई. वास्तव में दबाव अब पड़ना शुरू हुआ था. अभियोग पक्ष जानता था कि उसका एक मात्र सब से बड़ा सबूत बैरेटा पिस्तौल थी. यह सही था कि ज्यूरी का निर्णय इस बात पर निर्भर करता था कि क्या यह पिस्तौल वास्तव में हत्यारों द्वारा प्रयोग में लायी गयी थी. |
18-08-2013, 11:38 PM | #35 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
अब तक ब्यूरो के एजेंट कोई नया सबूत पेश नहीं कर पाए थे. शैफर ने एक “वान्टेड” नोटिस लॅास एंजेलिस स्थित प्रत्येक पुलिस विभाग को भिजवाया जिसमे बिशप को पकड़वाने की अपील की गयी थी. जब 11 जून तक कोई उत्तर प्राप्त नहीं हुआ, वह सहायता के लिए मीडिया की ओर मुखातिब हुआ. म्युनिसिपल कोर्ट के जज द्वारा जारी किये गये एक नियम के अनुसार, वह उन्हें यह नहीं बता पाया कि जिस व्यक्ति का हुलिया वह प्रचारित व प्रसारित करना चाहता था, उसकी तलाश ज़ेब्रा गोलीकाण्ड के सम्बन्ध में की जा रही थी. केवल अमेरिकन ब्राडकास्टिंग कम्पनी (abc)ही 12 जून को बिशप की फोटो को टेलिविज़न पर दिखाने के लिए तैयार हुई.
दो दिन बाद बिशप की मां ने प्रचार से घबरा कर, सान फ्रांसिस्को पुलिस को फोन किया और कई लोगों के नाम सुझाए जिनसे बिशप के ठिकाने का पता लग सकता था. उस सुबह उनका इंटरव्यू लिया गया. एक महिला ने बताया कि वह हवाई (अमरीकी-द्वीप-राज्य) गया हुआ था. उसके साथ उसका एक साथी भी था. वे होनोलूलू में वाई.एम.सी.ए. की डारमेट्री में ठहरे हुए हो सकते हैं. ब्यूरो ने तत्काल होनोलूलू पुलिस को निवेदन किया कि बिशप को धर दबायें. 8 जुलाई तक कोई प्रगति न हुई. फिर ब्यूरो के होनोलूलू कार्यालय ने तार द्वारा मुख्य भूमि के कार्यालय को उत्तर प्रेषित किया. होनोलूलू पुलिस को बिशप के संभावित ठिकाने का कुछ कुछ पाता चल गया. परन्तु वे गिरफ्तारी के वारंट के बिना आगे नहीं बढ़ना चाहते थे. शैफर ने अगले दिन राष्ट्र भर में प्रभावी वारन्ट जारी करवाया और 10 जुलाई को हवाई के लिए रवाना हुआ. |
18-08-2013, 11:40 PM | #36 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
यहां पर भी सुराग ठन्डे ही थे. परन्तु अनथक प्रयासों के बाद, शैफर ने बिशप को वायिकीकी नामक स्थान के निकट एक पुराने होटल में ढूंढ निकाला. एक महिला कर्मचारी ने बताया कि वह अब तक अपने कमरे में है. एजेंटों द्वारा उसको घेर लिया गया.
यहां पुनः शैफर को असफलता का मुंह देखना पड़ा. कमरा तो भरा था लेकिन बिशप वहां नहीं था. एजेंटों को बिशप के स्थान पर वहां दो किशोर दिखाई दिये जिन्होंने बताया कि बिशप और उसका लम्बू मित्र, जिसका कद दो मीटर का था. एक दिन पहले मोई जा चुके हैं. स्थानीय ब्युरु कार्यालय में वापिस आ कर शैफर ने इस बात की पुष्टि कर ली कि वे दोनों दोपहर की उड़ान से निकट के द्वीप पर गये हैं. इसके अतिरिक्त उन्होंने अंतरद्वीपीय बजड़े पर एक कार को भी उस पार भेजा है. यह मोई में 1.00 बजे मध्यान्ह तक उसी दिन पहुँचने वाली थी. ब्यूरो के एजेंटों ने बार्ज कम्पनी के मोई कार्यालय से संपर्क किया और उनसे कहा कि वे पुलिस के आने तक इंतज़ार करें. किन्तु बार्ज या बजड़ा अपने निधारित समय से एक घंटा पहले ही आ गया था और बिशप पहले ही कार के बारे पूछ चुका था. इस पर भी शैफर ने मन में सोचा कि मामला सुलझने के नज़दीक है. |
18-08-2013, 11:42 PM | #37 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
उन्होंने दो माह के फासले को चंद मिनटों में समेत लिया था. मोई पुलिस को सावधान करते हए, शैफर और एक एजेंट दोपहर बाद द्वीप के लिए हवाई जहाज से रवाना हुये. मोई काफी बड़े क्षेत्रफल में फैला हुआ द्वीप था जो नौजवानों में बहुत लोकप्रिय था जो नियमित रूप से यहां के समुद्री तटों पर आराम फरमाते और इसकी लहरों पर सर्फिंग करते.
शैफर ने कैम्पिंग लाइसेंस जारी करने वाले परमिट ब्यूरो से ही अपना काम आरम्भ किया. बिशप अब से पहले भी समुद्र तट पर सो हुका था. वह अब भी ऐसा कर सकता था. उस सुबह बिशप और उसके साथी ने परमिट के लिए आवेदन किया था, लाहायिना के निकटवर्ती तट पर कैंप डालने के लिए. वह अभी तक इसे प्राप्त करने के लिये लौटा नहीं था. एजेंट लाहायिना तक गाड़ी चलाते हए पहुंचे, और उन्होंने स्थानीय पुलिस स्टेशन को अपने यहां आने की सूचना दी. लम्बी तलाश का अंत हुआ. मोई पुलिस के गुप्तचर उन्हें मात देते हुये दस मिनट पहले ही उसे गिरफ्तार कर चुके थे. |
18-08-2013, 11:44 PM | #38 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
अंतिम सूत्र
ब्रेडफोर्ड बिशप से बैरेटा के बारे में पूछ ताछ की गई- पहले शैफर द्वारा और बाद में गस कोरेरिस व जेफ़ ब्रोश द्वारा, जो वायुयान द्वारा हवाई आ पहुंचे थे ताकि उसके मुंह से उसका बयान सुना जा सके. बिशप के बयान के अनुसार घटना-क्रम इस प्रकार था: मैरिनो से पिस्तौल प्राप्त करने के कुछ ही दिन बाद, अप्रेल 1973 में उसने पिस्तौल को 20 डॉलर में बेच दिया था. नये मालिक का नाम था एडमंड सेंट आंद्रे, जो डकैती के लिए पुलिस रिकॉर्ड में आ चुका था. इस लेन-देन के एक सप्ताह के भीतर ही आंद्रे ने बिशप को सूचित किया कि बैरेटा उसके फ़्लैट से चोरी कर ली गयी है. सान फ्रांसिस्को के अच्छे-खासे अपराध जगत में उनको चोर का पाता लगाने में अधिक समय नहीं लगा – इस व्यक्ति को वे दोनों ही रिचर्ड अरज़ावे के नाम से जानते थे. दोनों ने मिल कर उसे सच बोलने पर मजबूर कर दिया. उन्होंने अरज़ावे को 75 डॉलर का भुगतान करने पर पिस्तौल रखने की इजाज़त दे दी. बिशप को इस बात की कोई सूचना नहीं थी कि बैरेटा उसके बाद किधर गयी. जहां तक अरज़ावे या सेंट आंद्रे का सम्बन्ध है, उसने उनमे से किसी को भी लम्बे अरसे से नहीं देखा था. किन्तु उसने सेंट आंद्रे के अंतिम ज्ञात ठिकाने के बारे में बता दिया. |
18-08-2013, 11:50 PM | #39 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
लेमैन शेफर का काम अब ख़तम हो गया था. उसने सान फ्रान्सिको के अपराध-जगत में से पिस्तौल को ढूंढ निकाला था. इस के बाद की कार्यवाही कोरेरिस द्वारा की जाने वाली थी.
सान फ्रांसिस्को लौटने पर, कोरेरिस को आंद्रे से पता चला कि बैरेटा का अगला मालिक – रिचर्ड अरज़ावे – सान ब्रूनो, केलिफोर्निया में रहता था. इसकी रोशनी में आंद्रे द्वारा पिस्तौल चुराने की बात स्वीकार कर ली गई. तब उसने उसके मालिक को 75 डॉलर की भरपाई कर दी थी. उसने , तथापि, यह सफाई दी कि उसने बैरेटा को सिर्फ तीन दिन अपने पास रखा. तब उसने , इसी क्रम के चलते, इसे सान फ्रांसिस्को के एक केमिस्ट को, जो बंदूकें इकट्ठी करने का शौक़ीन था, 45 डॉलर में बेच दिया. उसी दिन दोपहर बाद, इंस्पेक्टरों द्वारा इस चक्करदार श्रंखला की अगली कड़ी का पाता लगा लिया गया. वे सोचने लगे कि क्या इसका कोई अंत हो पायेगा? क्योंकि पिस्तौल पहले ही एक के बाद एक पांच हाथों में जा चुकी थी. इनमे से कम से कम दो तो चोर ही थे. पहले पहल तो केमिस्ट टालता रहा, वह इस डर से कि कहीं उसे भी इस अपराध में शामिल न समझ लिया जाये जिसके लिए उसे सजा दी जा सकती थी. फिर जब उसे विशवास हो गया कि उसके विरुद्ध कोई कार्यवाही नहीं की जायेगी, उसने स्वीकार कर लिया कि उसने भी पिस्तौल को केवल कुछ दिनों के लिए अपने पास रखा था और फिर बेच दिया था. |
18-08-2013, 11:51 PM | #40 |
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Re: हत्यारी पिस्तौल की तलाश
अप्रेल 1973 के अंतिम दिनों में उसने बैरेटा को मात्र 80 डॉलर में अधेढ़ उम्र के सामोआ वासी ग्राहक को, जिसने फार्मेसी काऊंटर के पीछे पिस्तौल को देखा और इसे खरीदने की पेशकश की थी को बेच दिया था. केमिस्ट उस समोआवासी को उसके चलताऊ नाम ‘मू-मू’ से जानता था. उसने उसका विवरण देते हुये कहा कि उसका शरीर टैट्टुओं से भरा हुआ था. क्योंकि सामोआवासी ने वहां से ऐसी कोई दवा नहीं खरीदी थी जो किसी डॉक्टर द्वारा प्रस्तावित की गयी हो, वह उसका आगे कोई परिचय नहीं दे सका.
सान फ्रांसिस्को स्थित सामोआवासियों में आपस में बड़ा एका है और वे बड़े शांत स्वभाव के हैं. चाहे मू मू अपने समुदाय में एक जाना माना व्यक्ति था, फिर भी कोरेरिस इस बात को भली भांति जानता था कि उसके समोआवासी दोस्तों से उसका पता मालूम करना आसान नहीं होगा. पुलिस के प्रति जनता के मन में सहयोग का भाव कम ही था. लोगों ने मू मू से परिचय होने की बात स्वीकार तो की, किन्तु उन्होंने उसे काफी दिनों से देखा या उसके बारे में सुना नहीं था. तब 26 जुलाई की सुबह, जांच में नया मोड़ आया. केमिस्ट ने टेलीफोन पर सूचित किया कि मू मू उस समय फार्मेसी के काउन्टर पर खड़ा था. कोरेरिस ने उससे कहा कि वह जब तक हो सके समोआनी को रोक कर रखे. |
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