My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > Art & Literature > Hindi Literature

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 08-06-2015, 04:23 PM   #1
anjalisengar
Junior Member
 
Join Date: Jun 2015
Posts: 1
Rep Power: 0
anjalisengar is on a distinguished road
Default शायद वह मेरी माँ थी

मैं अपने घर के ड्राइंग रूम में बैठी हूँ, मेरे मम्मी पापा और भाई कहीं बहार गए हर हैं. मैं अकेली हूँ इसलिए टाइम पास करने के लिय टीवी देख रही हूँ की तभी मुझे किसी के पैरो की आवाज़ सुनाई दी जोह नीचे से उप्पर की तरफ जा रही है. किसी के होने का एहसास मुझे डरा रहा है क्यूंकि मैं घर पर अकेली हूँ फिर यह आवाज़ किसकी हो सकती है, क्या कोई चोर घर मैं घुस आया है या यह सिर्फ मेरा भ्रम है. जब मैंने नीचे से सीढ़ियों को उप्पर की तरफ देखा तो मुझे लगा कोई औरत हाँथ में टब लिए उप्पर जा रही है, वह मेरी माँ जैसी दिख रही है वह भी ऐसे ही कपडे टब में लेकर उप्पर जाती हैं.

पर मेरी माँ तो बहार गयी हैं फिर वह यहाँ कैसे, यह सोच कर मुझे डर लग रहा है क्या उनको कुछ हो गया है, जिसे मैं देख रही हूँ वो मेरी माँ ही है या कोई और? तभी मैने आवाज़ दी माँ, इतना सुनते ही उन्होंने मुड़कर देखा, हाँ वह मेरी माँ ही हैं. मेरी आवाज़ सुनकर वो नीचे आने लगी, जैसे जैसे वह नीचे आ रही हैं मेरा डर बढ़ रहा है क्यूंकि वह माँ नहीं हो सकती, मेरी माँ तोह पापा के साथ गयी हैं. मैं इसी उधेड़बुन मे हूँ की तभी मेरी माँ जैसी दिखे वाली औरत मेरी सामने सोफे पर आ कर बैठ गयी. मैंने उनसे पूछा कौन हो आप वह यह सुनकर मुस्कुरा रही हैं पर कुछ बोल नहीं रही हैं. फिर मैंने उनसे पूछा माँ आपको कुछ हो गया है क्या? मैंने उनसे यह क्यों पूछा मुझे पता नहीं पर हाँ अब उनको देख कर मुझे लग रहा है की मैंने जैसे उनको खो दिया है. मैंने उनको ज़ोर से गले लगा और रोते हुए बोली मैं आपसे बहुत प्यार करती हूँ और करती रहूंगी।

और इसके बाद में डर कर उठ गयी, मुझे एहसास हुआ की मैं सोते सोते रो रही थी. इस सपने ने मुझे बहुत डरा दिया ,मुझे समझ नहीं आ रहा क्यों मैंने ऐसा सपना देख. क्या सपनो का हक्कीकत से सच में कोई लेना देना होता है? पता नहीं? मुझे सच मैं पता नही. आप लोगो को क्या लगता है? क्यों मैंने यह सपना देखा? क्या इस सपने का कोई मतलब था?
anjalisengar is offline   Reply With Quote
Old 11-06-2015, 09:13 AM   #2
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: शायद वह मेरी माँ थी

अंजलि जी, मैंने आपके स्वप्न में देखे हुये दृश्य के विषय में विचार किया है. उक्त स्वप्न के बारे में मैं अपने निष्कर्षों से आपको अवगत कराना चाहता हूँ, जो निम्नलिखित हैं:

अक्सर ऐसा होता है कि कोई व्यक्ति जिससे बहुत अधिक प्यार करता है, उसे खोने का डर भी उसके मन में उतना ही अधिक होता है. यह भावना उन व्यक्तियों में अधिक होगी जो कहीं न कहीं खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं. स्वप्न में जब आपकी माता आपके प्रश्नों का उत्तर नहीं देती तो आप डर जाती हैं कि यह मेरी माँ ही हैं या उनके रूप में कोई मायावी स्त्री. लेकिन क्षणमात्र में ही आप इस शंका को परे हटा कर अपनी माँ को गले से लगा लेती हैं. यह स्थिति खुद में आत्मविश्वास की कमी का द्योतक भी हो सकती है.

यह मेरा विचार है. हो सकता है कि अन्य सदस्य इससे भिन्न मत रखते हों. इसमें कोई अंतिम निष्कर्ष नहीं हो सकता.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks

Thread Tools
Display Modes

Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 06:47 AM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.