11-11-2015, 09:37 AM | #1 |
Diligent Member
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एक मुक्तक- मुबारक हो...
~~~~~~~~~~~~~~ दिवाली भी मनाना अब नहीं आसान है यारों नहीं अब एक भी सस्ता मिले सामान है यारों कि रोजी भी हमारी छीन कर है ले गया कोई मुबारक हो उसे जो भी यहाँ धनवान है यारों मुक्तक- आकाश महेशपुरी ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ पता- वकील कुशवाहा "आकाश महेशपुरी" ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश |
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