14-10-2012, 12:06 AM | #1 |
Diligent Member
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आंख्यां के मांह आँख घाल के देख बेरा सब पाट ज
खोट करया जूनसे नै कुण सा आज नाट ज्यागा !! याद तन्नै इब कोण करादे दिन पाछले जो हंस खेल के बिताये, इब कोण इसा पाग्या जो हां एक दम तै दिए तन्नै भुलाये , एक दम तै हम ने भूलगी बैरन कर दिए जम्मा पराये , ठंडी सी हवा को झोका कोए याद पुराणी तै आँट ज्यागा ! किस्ती कह्द्यून दर्द आपणे कोए यार ना रह्या , यो दर्द जुदाई आला तै इब जाता ना सह्या , जान मरण मैं आग़ी मेरी कती फंदे मैं फहया , टुकड़े टुकड़े हो गया कालजा बता इसने कुण सा आज सांट ज्याग्या ! मरे होए कै के मारे बैरन मैं तो पहल्यां ऐ मरया धरया सूं, कड़े महंगा मोती था मैं आज तनै जम्मा कोडी दाम करया सूं , तेरे पाछे लाग के बैरन बिन आयी मौत मरया सूं, या बनी खता दोनुआ पै मैं देखूं कोण सा आज नाट ज्यागा ! तेरी बाट मैं बैठ्या दिल हर दम भितरते रोये जा सै , ना आस आण की तेरी फेर भी यो तन्नै ही टोहे जा सै , मैं जागूं रातया नै तू सुख की नींद सोये जा सै , इसा कुसा ना लिए जाण''''' नामदेव नै'''' जो थुक के फेर चाट ज्यागा ! लेखक सोमबीर सिंह सरोया mob no 9321083377 — |
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