27-01-2014, 09:20 PM | #1 |
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ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
आज से 50 साल पहले आज ही के दिन 27 जनवरी 1963 में 27 जनवरी 1963 दिल्ही के रामलीला मैदान में सगीतकार श्री सी.रामचंद्र जी एवं स्वर कोकिला लता मंगेशकर ने कवि श्री प्रदीप जी का लिखा यह गीत गाया था । इस गाने को सुनने के बाद नेहरु जी एवं समस्त श्रोताओं की ऑंखें भर आई थीं :......... कवि श्री प्रदीप जी :........
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*** Dr.Shri Vijay Ji *** ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे: .........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :......... Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread. Last edited by Dr.Shree Vijay; 27-01-2014 at 09:39 PM. |
27-01-2014, 09:34 PM | #2 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
संगीतकार श्री सी. रामचंद्र जी :........ ऐ मेरे वतन के लोगों एक हिन्दी देशभक्ति गीत है जिसे कवि प्रदीप ने लिखा था और जिसे संगीत सी॰ रामचंद्र ने दिया था। ये गीत चीन युद्ध के दौरान मारे गए भारतीय सैनिकों को समर्पित था। यह गीत तब मशहूर हुआ जब संगीत सी॰ रामचंद्र जी एवं लता मंगेशकर ने इसे नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस के अवसर पर 27 जनवरी 1963 दिल्ही के रामलीला मैदान में तत्कालीन प्रधानमंत्री पं॰ जवाहरलाल नेहरू की उपस्थिति में गाया। इस गाने को सुनने के बाद नेहरु जी एवं सभी श्रोताओ की ऑंखें भर आई थीं :.........
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27-01-2014, 09:49 PM | #3 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
कवि श्री प्रदीप जी ने देशभक्ति के कई गीत लिखे :........ गीत के बोल :......... ऐ मेरे वतन के लोगों, तुम खूब लगा लो नारा ये शुभ दिन है हम सब का, लहरा लो तिरंगा प्यारा पर मत भूलो सीमा पर, वीरों ने है प्राण गंवाए कुछ याद उन्हें भी कर लो, कुछ याद उन्हें भी कर लो जो लौट के घर न आए, जो लौट के घर न आए...
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27-01-2014, 09:52 PM | #4 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
श्री लाता जी :........ गीत के बोल :......... ऐ मेरे वतन के लोगो, ज़रा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी ऐ मेरे वतन के लोगों ज़रा आंख में भर लो पानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी तुम भूल न जाओ उनको, इसलिए सुनो ये कहानी जो शहीद हुए हैं, उनकी, जरा याद करो कुरबानी...
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27-01-2014, 09:54 PM | #5 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
गीत के बोल :......... जब घायल हुआ हिमालय, ख़तरे में पड़ी आज़ादी जब तक थी सांस लड़े वो... जब तक थी सांस लड़े वो, फिर अपनी लाश बिछा दी संगीन पे धर कर माथा, सो गए अमर बलिदानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी...
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27-01-2014, 09:59 PM | #6 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे संगीतकार श्री सी रामचंद्र जी :......... गीत के बोल :......... जब देश में थी दीवाली, वो खेल रहे थे होली जब हम बैठे थे घरों में... जब हम बैठे थे घरों में, वो झेल रहे थे गोली थे धन्य जवान वो अपने, थी धन्य वो उनकी जवानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी...
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27-01-2014, 10:03 PM | #7 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
श्री लता जी एवं संगीतकार श्री सी रामचंद्र जी :......... गीत के बोल :......... कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई सिख कोई जाट मराठा, कोई गुरखा कोई मदरासी, कोई गुरखा कोई मदरासी सरहद पर मरनेवाला... सरहद पर मरनेवाला, हर वीर था भारतवासी जो खून गिरा पर्वत पर, वो खून था हिंदुस्तानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी...
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27-01-2014, 10:05 PM | #8 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
कवि श्री प्रदीप जी, श्री लता जी एवं संगीतकार श्री सी रामचंद्र जी :......... गीत के बोल :......... थी खून से लथ - पथ काया, फिर भी बंदूक उठाके दस - दस को एक ने मारा, फिर गिर गए होश गंवा के जब अंत समय आया तो.... जब अंत-समय आया तो, कह गए के अब मरते हैं खुश रहना देश के प्यारो... खुश रहना देश के प्यारो अब हम तो सफ़र करते हैं... अब हम तो सफ़र करते हैं
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27-01-2014, 10:11 PM | #9 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
श्री लता जी :......... गीत के बोल :......... क्या लोग थे वो दीवाने, क्या लोग थे वो अभिमानी जो शहीद हुए हैं उनकी, ज़रा याद करो कुरबानी तुम भूल न जाओ उनको, इसलिए कही ये कहानी जो शहीद हुए हैं, उनकी जरा याद करो कुरबानी जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद की सेना... जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद की सेना.. जय हिंद, जय हिंद जय हिंद, जय हिंद जय हिंद, जय हिंद...
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27-01-2014, 10:27 PM | #10 |
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Re: ऐ मेरे वतन के लोगों :.........
Aye Mere Watan Ke Logo Lata Mangeshkar Music C.Ramchandra, Lyrics Kavi Pradeep.......
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