22-01-2014, 11:10 PM | #1 |
Diligent Member
|
कुछ और बात होती
बजाये रूठने के उनको मनाते कुछ और बात होती ! मंद मंद मुस्कुराने से भी तो कुछ नही होने वाला खिल खिलाके जो हंसते तो कुछ और बात होती ! लहू के छींटो से रोज किये है दामन लाल हमने प्रेम की बारिश में नहाते तो कुछ और बात होती ! बिछड़ के उनसे जिंदगी गुजारी अंधियरों में हमने पल के लिए आ जाते साथ तो कुछ और बात होती ! मन की मन में दबाकर रखी बात सदा ''नामदेव '' हाल ऐ दिल खोल दिखाते तो कुछ और बात होती सोमबीर '''नामदेव |
28-01-2014, 12:14 PM | #2 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241 |
Re: कुछ और बात होती
Quote:
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
Bookmarks |
|
|