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22-03-2011, 04:08 PM | #1 |
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Re: Bbc हाजिर है
बहुत मजेदार सुत्र बौण्ड भाइ हमारे लिये कुछ पद है या गयब है
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
25-03-2011, 06:03 PM | #2 |
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Re: Bbc हाजिर है
अब सूत्र आगे बढ़ाओ भाई
उम्मीद का दिया जलाया है तो अब उसमें तेल भी डालो
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
25-03-2011, 11:48 PM | #3 | |
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Bbc हाजिर है
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Self-Banned. Missing you guys! मुझे तोड़ लेना वन-माली, उस पथ पर तुम देना फेंक|फिर मिलेंगे| मातृभूमि पर शीश चढ़ाने जिस पथ जाएं वीर अनेक|| |
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29-03-2011, 08:16 AM | #4 |
Special Member
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Bbc हाजिर है
दास्तां-ए-टेंडर सच कहें तो अलादीन को मनाने में उतनी मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी जितनी मंत्री जी को मनाने में| अलादीन का बस इतना कहना है कि चिराग बेशकीमती है और मंहगाई की समस्या तो बस ए राजा के एक लाख छिहत्तर हजार करोड़ की वसूली से दूर हो जाएगी| लेकिन होम्स ने ये सिद्ध कर दिया कि मंहगाई ए राजा से बड़ी है| इसके बाद अड़चन ये कि सरकार को चिराग कैसे मुहैय्या कराया जाए? मंत्री जी से मिलना इतनी बड़ी समस्या हो गई जितनी होम्स को आजतक किसी भी केस में नहीं हुई| और उस पर जब मंहगाई पर बात शुरू हुई तो मंत्री साहब बोले, "मैं कोई ज्योतिषी नहीं हूं|" दुसरे-तीसरे सफ़ेद झूठ बोलते रहे कि मंहगाई पंद्रह दिन में काबू हो जाएगी, बीस दिन में खूंटे से बांध देंगे| फिर चौथे ने कहा " मेरे पास कोई जादू की छड़ी नहीं है|" अब जैसे ही ये बात सामने आई तो होम्स ने निर्णय लिया कि हिन्दुस्तान के इस केस को अपने हाथ में ले ही लिया जाए| सरकार तो कुछ करने से रही, होम्स ही कुछ करेगा| अब होम्स की पहली कोशिश थी कि कहीं से कोई जादू की छड़ी हाथ लग जाए, मगर पता चला कि छड़ी तो पिछले दिनों जापान में घूम रही थी, वहां की विनाश लीला में इसके टुकड़े-टुकड़े हो गए| वो कहते हैं न 'जो होता है, अच्छे के लिए होता है|' इस निराशा भरी घोर अंधेरी घड़ी में एक किरण निकल आई, मंत्री जी का बयान आया कि उनके पास मंहगाई को कम करने के लिए अलादीन का चिराग भी नहीं है| होम्स को विचार जंच गया| पहले तो सोचा कि सरकार से अनुरोध किया जाए कि उनकी तरफ से मंत्री जी ही अलादीन से बात करें| मगर फिर मंत्रियों की कार्यशैली याद आते ही ये काम परमानेंटली अपने हाथ में ले लिया| और मना लिया अलादीन को| उसने कहा "अगर देश के तमाम गरीबों का सवाल है और सरकार संसद ठीक से नहीं चला पा रही है, ऐसे में मेरा चिराग कुछ काम आ जाए तो ले जाओ|" लेकिन मंत्री जनाब की बात सुनते ही नहीं| कई मंत्रियों-अधिकारीयों से मिला| ससुरे पहले तो आश्चर्य करते हैं, खुश भी होते हैं और बोलते हैं "बड़ा अच्छा काम किया आपने, हमारी तो सारी तकलीफें दूर हो जाएंगी|" एक ने तो यहां तक कहा कि अगर मुझे मिल जाए तो सबसे पहले तो मैं इन संसद के काम में बाधा बनने वालों को निपटाऊं| मगर इसके आगे सब चुप| ज्यादा जोर देने पर दबी जुबान में उनमें से एक बोला "चिराग तो हम आज ले लें, अलादीन की सभी शर्तें मंजूर, पर हमें क्या मिलेगा? इतना बड़ा सौदा ऐसे कैसे? आप हमारी मजबूरी समझ सकते हैं|" अब वास्तव में होम्स को लगा कि वो भी आम आदमी की तरह बिलकुल असहाय और बेमतलब हो गया है| लेकिन तभी होम्स को उसके किसी भारतीय मित्र ने राज की बात बताई| "बाबू" .......ये एक ऐसी चीज है जो किसी सरकारी काम को बस पूरा करवा के ही छोड़े| एक पान खाते पुराने बाबू का सहारा होम्स ने भी पकड़ ही लिया| पूरी बात सुनी तो बाबू बोले "अजी ये ससुरे कुछ करना चाहें तब ना...| हम तो कहते हैं कि जो संपत्ति का ब्यौरा मांगते हो उससे बेहतर इनके महीने के काम का ब्यौरा मांगो| देखना, हड़बोंग न मच जाए तो|" ---tbc---क्रमशः---
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05-04-2011, 01:38 PM | #5 |
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Re: Bbc हाजिर है
गुरु कहाँ गायब हो गए?
क्या सबको अप्रैल फूल बना रहे हो? |
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